UGC-NET August 2016 Paper 1 (Answer Key)

UGC द्वारा आयोजित की गई UGC-NET (National Eligibility Test) की परीक्षा (Exam) के अंतर्गत  Junior Research Fellowship और Assistant Professor की परीक्षा 28 अगस्त, 2016 को आयोजित कराई गई थी। इस परीक्षा के प्रथम प्रश्नपत्र (Paper 1) व उत्तर कुंजी (Answer Key) यहाँ उपलब्ध है – 

परीक्षा (Exam) – UGC NET August 2016
आयोजक (Organizer) – UGC
दिनाकं (Date) – 28 August, 2016
कुल प्रश्नों की संख्या (Total Question) – 60

UGC-NET for Junior Research Fellowship & Assistant Professor Exam August 2016 Answer Key
Paper – I (General Paper on Teaching and Research Aptitude) 

1. पीएच.डी. शोध प्रबन्ध में अध्याय-योजना को दर्शाने के लिए सही अनुक्रम क्या है ?
(1) संबंधित अध्ययनों का सर्वेक्षण, भूमिका, अध्ययन का अभिकल्प, प्रदत्त-विश्लेषण और निर्वचन, निष्कर्ष और सामान्यीकरण, प्रस्तावित भावी अध्ययन, संदर्भ, परिशिष्ट
(2) भूमिका, अध्ययन का अभिकल्प, प्रदत्त-विश्लेषण और निर्वचन, सामान्यीकरण, निष्कर्ष और संबंधित अध्ययनों का सर्वेक्षण और भावी अनुसंधान के लिए सुझाव, संदर्भ और परिशिष्ट
(3) भूमिका, संबंधित अध्ययनों का सर्वेक्षण, अध्ययन का अभिकल्प, प्रदत्त-प्रस्तुतीकरण, विश्लेषण और निर्वचन, सामान्यीकरण और निष्कर्षों की रचना, भावी अनुसंधान के लिए सुझाव, संदर्भ और परिशिष्ट
(4) संबंधित अध्ययनों का सर्वेक्षण, संदर्भ, भूमिका, अध्ययन का अभिकल्प, प्रदत्त-विश्लेषण और निर्वचन, निष्कर्ष और सामान्यीकरण, भावी अनुसंधान के लिए सुझाव, परिशिष्ट

2. निम्नलिखित में से कौन गुणात्मक अनुसंधान की महत्त्वपूर्ण विशेषता नहीं है ?
(1) वास्तविक स्थानगत परिस्थितियाँ प्रदत्त के प्रत्यक्ष स्रोत हैं ।
(2) प्रदत्त शब्दों या चित्रों का रूप ग्रहण करते हैं ।
(3) मापित सामाजिक तथ्यों के बीच संबंध स्थापित करने का प्रयास करना ।
(4) अनुसंधानकर्ता प्रघटना से संबंधित स्थिति, वर्तमान या भूत में निमग्न हो जाता है ।

3. निम्नलिखित में से किसमें अनुसंधान की पद्धति का विस्तृत विवरण अपेक्षित है ?
(1) शोध प्रबन्ध/लघु शोध प्रबन्ध
(2) संवादात्मक सम्भाषण/कार्यशाला
(3) संगोष्ठी-पत्र/लेख
(4) सम्मेलन और संगोष्ठी-पत्र

4. अनुसंधान आचार का अनुसंधान की किन अवस्थाओं के साथ बहुधा प्रत्यक्ष संबंध होता है ?
(1) अनुसंधान के क्षेत्र की परिभाषा और परिसीमन करना ।
(2) समस्या प्रतिपादन और अनुसंधान निष्कर्षों को प्रतिवेदित करना ।
(3) जनसंख्या को परिभाषित करना और अनुसंधान के लिए प्रतिदर्शन तकनीक के संबंध में निर्णय लेना ।
(4) सांख्यिकीय तकनीकों और प्रदत्त विश्लेषण के बारे में निर्णय लेना।

निम्नलिखित उद्धरण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न संख्या 5 से 10 तक का उत्तर दीजिए :

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चलचित्र उद्योग और इसके घटक कंपनियों के अनेक पहल उन्नत-प्रौद्योगिकी उद्योगों और फर्मों में प्रेक्षणीय पहलुओं से असदृश हैं । उदाहरण के लिए कंपनी की दीर्घकालिकता दो संगठनात्मक संदर्भो में सतत सरोकार को प्रतिबिम्बित नहीं करती है । उदाहरणार्थ उन्नत प्रौद्योगिकी कंपनी में एक नवोत्पाद नवप्रवर्तन – जिससे फर्म को वित्तीय प्रतिलाभ होने की आशा है – कंपनी की सफलता के लिए अपर्याप्त है । सापेक्षत: नवोत्पाद आधारित नवप्रवर्तन की शृंखला अपेक्षित है । ऐसी स्वतंत्र निर्माण कंपनी के विपरीत प्रत्येक नयी फिल्म – जिससे मूलधन पर वित्तीय प्रतिलाभ के सृजन की आशा है – कंपनी की सफलता के लिए पर्याप्त है । कोई भी परवर्ती नई फिल्म, जिसमें फर्म के सहभागियों को सम्मिलित किया जाएगा, भिन्न स्वतंत्र कंपनी के द्वारा निर्मित की जाएगी ।

एक अन्य दृष्टान्त के तौर पर, दोनों ही संगठनात्मक संदर्भो में लोगों के अधिगम के माध्यम से विभिन्न प्रकार के अवदानकर्ताओं और लाभाथियो के होने की संभावना है । उदाहरण के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी कंपनी में प्रत्येक नवोत्पाद नवप्रवर्तन परियोजना टीम के सहभागियों को सीखने तथा अनुभव अजित करने का अवसर प्रदान करता है और यही कंपनी ऐसे सहभागियों को अपने साथ बनाए रखने और फलस्वरूप अगली परियोजना में उनके समृद्ध अनुभव का लाभ उठाने का प्रयोजन भी रखती है । इसके विपरीत स्वतंत्र निर्माण कंपनी प्रत्येक नई फिल्म परियोजना टीम में प्रतिभागियों को सीखने और अनुभव अर्जित करने का अवसर प्रदान तो करती है किंतु इस कंपनी को ऐसे सहभागियों को अपने साथ बनाए रखने और फलस्वरूप अगली परियोजना में उनके समृद्ध अनुभव से स्वल्प या नगण्य लाभ होने की आशा होती है।

चल-चित्र उद्योग में अनुभव अत्यंत महत्त्वपूर्ण है । सामान्यतया फिल्म परियोजनाओं में बजट बहुत ही संकुचित होता है तथा कार्य अनुसूचियाँ चुनौतीपूर्ण होती हैं । लोगों को प्रमुखत: उनके अनुभव के आधार पर नियोजित किया जाता है और उनसे आवश्यकतानुसार अच्छे निष्पादन कार्य हेतु तत्काल कहा जा सकता है । कौशल सीखने के लिए प्रयास एवं भूल की विधि अपनाए जाने का मौका प्राय: कम ही होता है किंतु अनुभवी लोग प्राय: प्रयास एवं भूल की विधि से ही सीखते हैं । चूंकि अनुभव को अत्यधिक महत्त्व दिया जाता है और फिल्म निर्माण कंपनियों के पास सीमित समय होता है, अधिकांश लोगों के लिए इस उद्योग में प्रवेश करना अत्यन्त दूभर है । साथ ही, इस उद्योग में स्कूलों और कॉलेजों की भूमिका न्यूनतम है । कतिपय कौशलों और तकनीकों को औपचारिक शिक्षा (यथा : अभिनय स्कूल, थिएटर, फिल्म डिग्रियों) के माध्यम से सीखा और परिनिष्ठित किया जा सकता है । किंतु अधिकांश लोग प्रत्यक्ष अनुभव के माध्यम के आधार पर आते हैं । आदर्शीकरण एक महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करता है । सच है कि फिल्म व्यवसाय अन्वेषण की अपेक्षा शोषण की ओर अधिक आसन्न होता है । तथापि कुल मिला कर उद्योग की सफलता समय के साथ अधिगम और खोज-बीन की प्रक्रिया पर महत्त्वपूर्ण रूप में निर्भर है । निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर दीजिए :

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5. दो संगठनात्मक संदर्भो में क्या सतत् सरोकार नहीं है ?
(1) असादृश्य
(2) उत्पाद पैकेज
(3) वित्तीय प्रतिलाभ
(4) कंपनी दीर्घकालिकता

6. किसी स्वतंत्र उत्पादन कंपनी की सफलता के लिए क्या पर्याप्त होगा ?
(1) नवोत्पाद नवप्रवर्तन
(2) प्रत्येक नई फिल्म से वित्तीय प्रतिलाभ
(3) फर्म के सहभागियों की सक्रिय भूमिका
(4) संगठनात्मक संदर्भ

7. एक उन्नत-प्रौद्योगिकी कंपनी अपने सहभागियों के अधिगम अनुभव से क्या आशा करती है ?
(1) अगली परियोजना के लिए लाभ
(2) अधिक अधिगम के अवसर
(3) उन्हें अपने साथ बनाए रखने की कम प्रत्याशा
(4) पिछले उत्पाद के विपणन में सहायता

8. एक स्वतंत्र निर्माण कंपनी की अपने सहभागियों के मामले में क्या अपेक्षा नहीं होती है ?
(1) अगली परियोजना से अनुपस्थिति
(2) अगली परियोजना के लिए प्रतिधारण
(3) वर्तमान परियोजना में सहभागिता
(4) अनुभव अर्जित करने के लिए अवसर का उपयोग

9. फिल्म निर्माण घराने अनुभव को अधिक महत्त्व क्यों देते हैं ?
(1) प्रयास एवं त्रुटि की विधियों के महत्त्व के कारण
(2) अधिगम की गुंजाइश के कारण
(3) स्वल्प समयावधि के कारण
(4) क्योंकि यह फिल्म की दुनिया में प्रत्येक के सहज प्रवेश को सुकर बना देता है ।

10. लेखक के अनुसार फिल्म व्यवसाय का मुख्य बिन्दु रहा है
(1) औपचारिक शिक्षा पर
(2) आदर्शीकरण पर
(3) शोषण पर
(4) परोक्ष अनुभव पर

11. कक्षा में विद्यार्थियों द्वारा संदेश ग्रहण पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले आंतरिक एवं बाह्य कारकों को क्या कहा जाता है ?
(1) प्रतिपुष्टि
(2) विखंडन
(3) प्रवहण
(4) शोर

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Answer – (4)

12. कक्षा में अध्यापक निम्नलिखित में से किस पर तत्काल नियंत्रण रखता है ?
(1) स्वयं, संप्रेषण की चयनित पद्धतियाँ और संदेश
(2) श्रोता, शोर और प्राप्ति
(3) प्रतिपुष्टि, प्रौद्योगिकी और श्रोताओं का अनुभव
(4) संप्रेषण का माध्यम, अन्य संप्रेषक और बाह्य कारक

13. कक्षा की स्थिति में संप्रेषित शब्दों में क्या होता है ?
(1) प्रेरणा, विवाद, आत्मनिरीक्षण
(2) विपथन, आलोचना और असंगति
(3) फीकापन, असंगति और अस्वीकृति
(4) शक्ति , संरचना और परंपरा

14. अच्छे कक्षा संप्रेषक के रूप में आपसे अपेक्षा की जाती है कि आप अपने
(1) श्रोताओं के मनोभाव को समझें ।
(2) शांत संकेत को समझें ।
(3) कलात्मक विराम को समझें ।
(4) प्रति तर्क को समझें ।

15. निम्नलिखित से कक्षा में भाषेतर संप्रेषण के घटकों को चिह्नित कीजिए :
(1) मौखिक अभिव्यक्ति, सांस्कृतिक अंतर और बैठन की व्यवस्था
(2) कथन की गति, अच्छी अनुभूति कारक और ध्वनिक
(3) उच्च ध्वनि, वास्तविक परिवेश और अध्यापक-शिक्षार्थी की दूरी
(4) मौखिक अभिव्यक्ति, अंग गति संवेदन और वैयक्तिक देश (स्पेस)

16. निम्नलिखित में से कौन से प्रभावी श्रवण के मूल कारक हैं ?
(1) मताग्रहण, एक टक और कड़ी दृष्टि से देखना और व्यवधान
(2) आक्रामक प्रश्न करना, लगातार संकेत करना और बार-बार संचलन करना
(3) मी-टू-इज्म, इधर-उधर झाँकना और सलाह देना
(4) विचारों को स्वीकार करना, विमर्श और मुक्त प्रश्न पूछना

17. एक विशेष कूट में HOSPITALS का कूट HSOLSAPTI है, BIOLOGICALS का कूट होगा
(1) BLICOALIOSG
(2) BOLGICAILOS
(3) SBLAOILOBCG
(4) BSILOALCOIG

18. श्रृंखला 1, 5, 13, 25, 41, ___ में अगली संख्या है :
(1) 59
(2) 63
(3) 61
(4) 68

19. इस समय माता अपने पुत्र से तीन गुनी बड़ी है । 5 वर्षों के बाद उनकी आयु का जोड़ 70 वर्ष होगा । 10 वर्षों के बाद माँ की आयु होगी
(1) 40
(2) 55
(3) 45
(4) 60

20. श्रृंखला AYD, BVF, DRH, GMJ, ? का अगला पद है
(1) GLK
(2) HLM
(3) LHM
(4) KGL

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