UGC द्वारा आयोजित की गई UGC-NET (National Eligibility Test) की परीक्षा (Exam) के अंतर्गत Junior Research Fellowship और Assistant Professor की परीक्षा का संपन्न कराई गई थी। इस परीक्षा के प्रथम प्रश्नपत्र (Paper 1) व उत्तर कुंजी (Answer Key) यहाँ उपलब्ध है –
परीक्षा (Exam) – UGC NET July 2018
आयोजक (Organizer) – UGC
दिनाकं (Date) – 22 – July – 2018
कुल प्रश्नों की संख्या (Total Question) – 50
UGC-NET for Junior Research Fellowship & Assistant Professor Exam 2018
Paper – I
General Paper on Teaching and Research Aptitude (22 July 2018)
1. निम्नलिखित कथन सूची में उन्हें चुनिए, जो शिक्षण की मूल अपेक्षाओं और विशेषताओं को इंगित करते हैं।
(i) शिक्षण में सम्प्रेषण निहित है
(ii) शिक्षण वस्तुओं के विक्रय जैसा है
(iii) शिक्षण का अर्थ प्रबंधन और प्रबोधन है
(iv) शिक्षण में अन्य को प्रभावित करना निहित है
(v) शिक्षण में अन्य व्यक्तियों को आश्वस्त करना निहित है
(vi) अधिसंरचनात्मक समर्थन के बिना कोई शिक्षण नहीं हो सकता
नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर को चुनिए :
कूट :
(1) (i), (iii) और (iv)
(2) (i), (ii) और (iii)
(3) (iv), (v) और (vi)
(4) (ii), (v) और (vi)
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2. शिक्षण सहायक सामग्रियों के अनुप्रयोग का प्रयोजन क्या है ?
(1) पाठ को रुचिकर बनाना
(2) छात्रों का ध्यान आकर्षित करना
(3) प्रौद्योगिकीय संसाधनों तक पहुँच में अभिवृद्धि करना
(4) अधिगम परिणामों को इष्टतम बनाना
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3. नीचे दो सूचियाँ दी गई हैं सूची I में शिक्षण विधियाँ दी गई हैं, जबकि सूची II में उन्हें प्रभावी बनाने में सहायक कारक इंगित किए गए हैं । इन दोनों सूचियों को सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर को चुनिए ।
सूची I (शिक्षण विधियाँ) |
सूची II (उन्हें प्रभावी बनाने में सहायक कारक) |
(a) व्याख्यात्मक (वर्णनात्मक) विधि | (i) संबंधों में विश्वास और खुलापन |
(b) अन्वेषणात्मक विधि | (ii) किसी प्रकरण के चयन की स्वतंत्रता और विचारों के स्पष्ट आदान-प्रदान की गुंजाइश |
(c) परिचर्चा विधि | (iii) समस्याओं पर ध्यान देने के लिए एक चुनौती पैदा करना |
(d) वैयक्तिक विधि | (iv) व्यवस्थित, सोपानिक प्रस्तुति |
(v) अधिसंरचनात्मक अवलंब को अधिकतम करना |
कूट :
. (a) (b) (c) (d)
(1) (iv) (iii) (ii) (i)
(2) (i) (ii) (iii) (iv)
(3) (ii) (iii) (iv) (v)
(4) (iii) (i) (ii) (iv)
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4. नीचे मूल्यांकन प्रणालियों से संबंधित कथन दिए गए हैं । उन कथनों को चुनिए, जो इन प्रणालियों की सही व्याख्या करते हैं ।
(i) निकष-संदर्भित परीक्षण (सी.आर.टी.) अधिगम कार्यों के अनुसीमित अनुक्षेत्र पर बल देता है ।
(ii) मानक-संदर्भित परीक्षण (एन.आर.टी.) के लिए एक सुस्पष्ट रूप में परिभाषित समूह की आवश्यकता होती है ।
(iii) निर्माणात्मक परीक्षण पाठ्यचर्या की क्रियान्विति के पश्चात् दिए जाते हैं।
(iv) मानक-संदर्भित परीक्षण (एन.आर.टी.) और निकष-संदर्भित परीक्षण (सी.आर.टी.) दोनों एक ही प्रकार के प्रश्न पदों का अनुप्रयोग करते हैं।
(v) शिक्षण क्रियान्वयन की अवधि में संकलनात्मक परीक्षणों का नियमित उपयोग होता है ।
(vi) प्रभुत्व परीक्षण, मानक-संदर्भित परीक्षण के उदाहरण हैं ।
नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर को चुनिए :
कूट :
(1) (i), (ii) और (iii)
(2) (i), (ii) और (iv)
(3) (iv), (v) और (vi)
(4) (ii), (v) और (vi)
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5. नीचे दी गई सूची में, उन प्रमुख शिक्षण व्यवहारों की पहचान कीजिए, जिन्हें प्रभाविता की दृष्टि से सहायक पाया गया है।
(i) पाठ की स्पष्टता
(ii) अन्वेषी प्रश्न
(iii) शिक्षक-कार्य अभिमुखता
(iv) छात्र की सफलता दर
(v) अनुदेशनात्मक विविधता
(vi) छात्र के विचारों का उपयोग
नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर को चुनिए :
कूट :
(1) (i), (ii), (iii) और (iv)
(2) (iii), (iv), (v) और (vi)
(3) (i), (iii), (iv) और (v)
(4) (ii), (iii), (v) और (vi)
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6. शोध में अंतर-संबंधित निम्नलिखित घटकों के सही क्रम की पहचान कीजिए ।
(i) प्रेक्षण
(ii) परिकल्पना निर्माण
(iii) सम्प्रत्ययों का विकास
(iv) सिद्धांतों के परिणामों को निगमित करना
(v) इन्हें पाने के लिए प्रयुक्त विधियाँ
नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर को चुनिए :
कूट :
(1) (v), (iv), (iii), (ii) और (i)
(2) (i), (iii), (ii), (iv) और (v)
(3) (ii), (iii), (i), (iv) और (v)
(4) (iv), (v), (iii), (ii) और (i)
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7. नीचे दी गई सूची में, उन कथनों की पहचान कीजिए, जो शोध के अर्थ और विशेषताओं का सही ढंग से वर्णन करते हैं ।
(i) शोध हमारी सामान्य बुद्धि में सुधार की एक विधि है ।
(ii) शोध प्रक्रिया में निगमनात्मक और आगमनात्मक विधियाँ समन्वित हो जाती हैं ।
(iii) शोध सृजनशीलता और एक करिश्मा है ।
(iv) शोध सार्थक प्रश्नों के उत्तर प्रदान करने में वैज्ञानिक विधि का उपयोग है।
(v) परामर्श की विधि और अनुभव के अनुप्रयोग को शोध कहा जाता है ।
(vi) शोध द्वारा प्रदत्त उत्तरों को इन्द्रियानुभविक ढंग से सत्यापित किया जा सकता है।
नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर को चुनिए :
कूट :
(1) (ii), (iv) और (vi)
(2) (i), (ii) और (iii)
(3) (iv), (v) और (vi)
(4) (i), (iii) और (v)
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8. नीचे दो सूचियाँ दी गई हैं । सूची I में शोध विधियों के प्रकार दिए गए हैं, जबकि सूची II में उनसे संबद्ध महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ इंगित की गई हैं । इन दोनों सूचियों को सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर को चुनिए ।
सूची I (शोध विधियाँ) |
सूची II (महत्त्वपूर्ण विशेषताएँ) |
(a) कार्योत्तर विधि |
(i) एक बड़े समूह पर किए गए अध्ययन पर आधारित स्थिति का पता लगाना |
(b) व्यष्टि अध्ययन विधि |
(ii) एक महान् चिन्तक की विचारधारा की व्याख्या |
(c) दार्शनिक विधि |
(iii) हस्तक्षेप आधारित सुधारात्मक उपागम |
(d) वर्णनात्मक सर्वेक्षण विधि |
(iv) कारणमूलक तुलना और सह-संबंधात्मक अध्ययन |
(v) किसी उद्देश्य के लिए विनिर्दिष्ट एक इकाई का गहन अध्ययन |
कूट :
. (a) (b) (c) (d)
(1) (i) (ii) (iii) (iv)
(2) (ii) (iii) (iv) (v)
(3) (i) (iii) (ii) (v)
(4) (iv) (v) (ii) (i)
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9. एक शोधार्थी परिणामों के विश्लेषण और व्याख्या के लिए अपरामितिक (अप्राचलिक) परीक्षण के स्थान पर परामितिक (प्राचलिक) परीक्षण का उपयोग करता है । इसका किस रूप में वर्णन किया जा सकता है ?
(1) अनैतिक शोध आचरण
(2) परिणामों की रिपोर्टिंग में धाँधलेबाजी
(3) प्रदत्तों को प्रस्तुत (व्यवस्थित) करने में तकनीकी चूक
(4) शोध परिणामों में हेर-फेर
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10. सृजनात्मक अभिव्यक्ति के लिए शोधार्थी को निम्नलिखित में से किसमें अधिक गुंजाइश है ?
(1) शोध-प्रबंध लेखन
(2) शोध प्रलेख का लेखन
(3) सम्मेलन पत्रक की प्रस्तुति
(4) शोध संक्षिप्तिका का निर्माण
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निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और प्रश्न संख्या 11 से 15 के उत्तर दीजिए :
अमेजोन के दक्षिण में लगभग 2000 किलोमीटर नीचे जब मार्च और अप्रैल (2018) में अमेजोन डेल्टा पर समुद्रीय एवं ताजा (फ्रेश) जल के मध्य जोरदार टक्कर के फलस्वरूप ज्वारीय तरंगें अपने शिखर पर थीं, तब उसी समय 40,000 से अधिक लोग जल शक्ति के बारे में चर्चा कर रहे थे । ब्रासीलिया ने विश्व जल मंच (डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. – 8) के आठवें संस्करण की मेज़बानी की, जहाँ मानव जाति के सर्वाधिक मूल्यवान संसाधन के वर्तमान और भविष्य पर चर्चा के लिए राष्ट्राध्यक्ष, सामाजिक संगठनों और निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि एकत्रित हुए । इस वर्ष का मूल-विषय (थीम) था – जल को साझा करना’, तथा सरकारी प्राधिकारियों द्वारा एक राजनीतिक घोषणा प्रस्तावित की गई, जिसका उद्देश्य जल संसाधनों से संबंधित ख़तरों तथा अवसरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था । ये परिचर्चाएँ सन् 2030 के एजेण्डा में प्रस्तावित सतत विकास के लक्ष्यों के आवधिक आकलन में निर्णायक भूमिका निभाएँगी ।
ब्राजील ने जल प्रबंधन के लिए बहु-हितधारक भागीदारी के सिद्धांत पर आधारित एक ठोस संस्थागत और विधिक रूपरेखा स्थापित की है । ब्राजील नदियों को परस्पर जोड़ने की एक साहसिक परियोजना का संचालन भी कर रहा है, जिसमें 500 किलोमीटर लंबी नहरों के माध्यम से साओ फ्रांसिस्को से प्रचुर जल ब्राजील के एक सर्वाधिक शुष्क अनुक्षेत्र में लघु नदियों और बंधिकाओं को हस्तांतरित किया जाएगा, जिससे लगभग 400 नगरपालिकाओं में 12 मिलियन लोग लाभान्वित होंगे ।
भारत में भी विपुल कोटि के जल संसाधन हैं । क्षेत्रीय नदी बोर्डों और नदी सफाई मिशन वाली एक संस्थानिक रूपरेखा स्थापित की गई है,जबकि उत्तरोत्तर रूप में केन्द्र सरकारों ने सिंचाई की उत्कट आवश्यकताओं और भूमिगत जल के अवक्षय के न्यूनीकरण पर ध्यान देने के प्रयास किए हैं । जैसे कि ब्राजील के मामले में, भारत में भी बहुत-कुछ किया जाना शेष है।
औद्योगिक अपशिष्ट-जल का पर्याप्त शोधन, नदी-तलों के संदूषण के विरुद्ध संघर्ष और सूखा-प्रभावित अनुक्षेत्रों को सहायता देना नई दिल्ली और ब्रासीलिया दोनों के लिए उच्च प्राथमिकता के मुद्दे हैं । इन समानताओं के कारण द्विपक्षीय सहयोग की असीमित संभावना है । जल एक स्थानीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक साझेदारी वाला संसाधन है और इससे संबंधित अधिकांश ख़तरों से निपटने हेतु सहयोग की अहम् भूमिका है।
मानव जाति के समक्ष आज दो वास्तविकताएँ हैं : जल इतना बड़ा शक्तिशाली बल है कि उसको लेकर संघर्ष नहीं किया जा सकता और यह इतना मूल्यवान संसाधन है कि इसको आँवाने की जोखिम नहीं उठाई जा सकती है । इन दो विरोधाभासी पहलुओं के बीच सामंजस्य बिठाने के लिए जल को साझा करना संभवत: भावी समय के लिए एकमात्र सार्थक ध्येय-वाक्य है।
11. गद्यांश के आलेख के अनुसार, विश्व जल मंच का आठवाँ संस्करण निम्नलिखित में से किससे संबंधित था ?
(1) मानव जाति के वर्तमान और भविष्य के बारे में
(2) उच्च ज्वारीय तरंगों के मसले के बारे में
(3) जल की शक्ति के बारे में
(4) जल से संबंधित समस्याओं के समाधान में सामाजिक संगठनों की भूमिका के बारे में
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12. मूल-विषय (थीम) जल को साझा करना’ पर विचार-विमर्श निम्नलिखित में से किसमें सहायक होना चाहिए ?
(1) सतत विकास लक्ष्यों का नियमित आकलन
(2) जल संसाधनों के संरक्षण में निजी क्षेत्र की भूमिका
(3) संस्थागत रूपरेखा की स्थापना
(4) सरकारी प्राधिकारियों को संवेदनशील बनाना
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13. जल प्रबंधन के बारे में ब्राजील की संस्थागत रूपरेखा
(1) द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देती है।
(2) बहु-हितधारक भागीदारी प्रदान करती है।
(3) क्षेत्रीय नदी बोर्डों को शामिल करती है।
(4) जल को साझा करने के बारे में विधिक आयामों पर ध्यान देती है।
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14. नदी जल के बारे में नई दिल्ली और ब्रासीलिया दोनों की एक उच्च प्राथमिकता क्या होगी ?
(1) जल को एक वैश्विक संसाधन के रूप में प्रस्तावित करना
(2) जल को साझा करना
(3) विशाल जल संसाधनों का विकास करना
(4) नदी-तलों के संदूषण के ख़िलाफ़ संघर्ष
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15. उपर्युक्त गद्यांश मुख्य रूप से किस पर केन्द्रित है ?
(1) जल-संघर्षों के समाधान पर
(2) द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने पर
(3) एक मूल्यवान संसाधन के रूप में जल के प्रबंधन पर
(4) नदियों को परस्पर जोड़ने पर
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16. नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिनमें से एक अभिकथन (A) है और दूसरा तर्क (R) है । कथनों को पढ़िए और नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए ।
अभिकथन (A) : कक्षागत परिस्थितियों में प्रयुक्त संदेशों के अर्थ स्वभावत: स्वैच्छिक होते हैं।
तर्क (R) : व्यक्ति अपने पूर्व-अनुभवों के परिणामस्वरूप अर्थों को ग्रहण करता है।
कूट :
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A) सही है, परन्तु (R) ग़लत है।
(4) (A) ग़लत है, परन्तु (R) सही है ।
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17. नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिनमें से एक अभिकथन (A) है और दूसरा तर्क (R) है । कथनों को पढ़िए और नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
अभिकथन (A) : कक्षागत परिस्थितियों में सम्प्रेषण का एक सांस्कृतिक आयाम होता है।
तर्क (R) : आस्थाएँ, आदतें, रीति-रिवाज़ और भाषाएँ, सम्प्रेषण की सांस्कृतिक विशेषताएँ हैं।
कूट :
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A) सही है, परन्तु (R) ग़लत है।
(4) (A) ग़लत है, परन्तु (R) सही है।
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18. कक्षागत परिस्थितियों में शिक्षक और छात्र किसके बारे में निर्णय लेने हेतु स्व-हित के मुद्दों का उपयोग करते हैं ?
(1) उनकी स्वीकार्यता
(2) असमीक्षात्मक प्रवृत्तियाँ
(3) विचारों का नकारात्मक प्रबलन
(4) बाह्य अशाब्दिक संकेत
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19. कक्षागत परिस्थितियों में सूचना प्रक्रमण को प्रभावित करने वाले चर हैं।
(i) प्रत्यक्षीकरण स्तर
(ii) अर्जित आदतें
(iii) अभिवृत्तियाँ, आस्थाएँ और मूल्य
(iv) चयनात्मकता कारक
(v) बाज़ार की अपेक्षा
(vi) संस्थागत हस्तक्षेप
नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर को चुनिए :
कूट :
(1) (i), (ii), (v) और (vi)
(2) (ii), (iii), (iv) और (v)
(3) (iii), (iv), (v) और (vi)
(4) (i), (ii), (iii) और (iv)
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20. नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिनमें से एक अभिकथन (A) है और दूसरा तर्क (R) है । कथनों को पढ़िए और नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए ।
अभिकथन (A) : कक्षागत परिस्थितियों में चयनात्मक प्रभावन सूचना स्रोत के बारे में छात्रों के प्रत्यक्षीकरण एवं जानकारी पर निर्भर करती है।
तर्क (R) : सम्प्रेषण स्रोत की प्रभाविता छात्रों की सूचना के बारे में चयनात्मक अभिमुखता को निर्धारित करती है ।
कूट :
(1) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(2) (A) और (R) दोनों सही हैं, परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(3) (A) सही है, परन्तु (R) ग़लत है।
(4) (A) ग़लत है, परन्तु (R) सही है।
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