स्वतंत्रता पूर्व उत्तराखण्ड में पत्रकारिता का तीसरा व अन्तिम चरण सन् 1940 से 1947 के मध्य मात्र 7 वर्षों का रहा। यह चरण अन्य दोनों…
Read Moreरियासत टिहरी (पाक्षिक) (Riyasat Tehri (Half Monthly)) प्रकाशित – सन् 1901 ई0 सन् 1901 में टिहरी रियासत के तत्कालीन राजा कीर्तिशाह पंवार ने राजधानी टिहरी…
Read More28 वर्षों का यह काल खण्ड उत्तराखण्ड में पत्रकारिता (Journalism) का प्रारम्भिक दौर था। इसी काल में अंग्रेजों द्वारा मंसूरी में पत्रकारिता की पाठशाला की…
Read Moreभारत में सर्वप्रथम प्रिन्टिंग प्रेस (Printing Press) लाने का श्रेय पुर्तगालियों (Portuguese) को जाता है। सर्वप्रथम मुगल बादशाह अकबर के शासन काल में सन् 1557…
Read Moreउत्तराखण्ड की पत्रकारिता के इतिहास के प्रमुख पत्रिकाएँ, उनके संपादक और प्रकाशित वर्ष – पत्रिका प्रकाशित सम्पादन भाषा हिल्स सन् 1842 जॉन मेकिनन, डॉ0 स्मिथ…
Read Moreटिहरी रियासत के साथ में अंग्रेजो ने एक छोटी सी जागीर को भी जोड़ा। 700 वर्ग किमी में टिहरी के पश्चिम और देहरादून के उत्तरपूर्व…
Read Moreरवांई काण्ड के पश्चात् टिहरी राज्य में जन-आक्रोश में वृद्धि हुई। इसी का परिणाम था, 1935 ई0 में सकलाना पट्टी के उनियाल गाँव में सत्यप्रसाद…
Read More30 मई 1930 को टिहरी रियासत (Tehri Principality) की सेना ने यमुना नदी तट पर स्थिति तिलाड़ी के मैदान में एकत्रित रवांई क्षेत्र की क्षुब्ध…
Read Moreटिहरी रियासत (Tehri Principality) में शासन व्यवस्था प्राचीन परम्पराओं एवं आदर्शो पर आधारित थी। राजा इस व्यवस्था के केन्द्र में होता था किन्तु वह निरंकुश नहीं…
Read Moreकीर्तिशाह (1892 – 1913 ई0) (Kirtishah) अपने पिता की मृत्यु के अवसर पर कीर्तिशाह अल्पायु थे। अतः उनके व्यस्क होने तक रानी गुलेरी के संरक्षण…
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