उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC – Uttar Pradesh Subordinate Services Selection Commission) द्वारा सरकारी नौकरी की भर्ती प्रक्रिया के लिए प्रारम्भिक अहर्ता परीक्षा (PET – Preliminary Eligibility Test) का आयोजन दिनांक 16 अक्टूबर, 2022 को दो पालियों में सम्पन्न कराई गई। यहाँ पर UPSSSC PET 2022 के द्वितीय पाली का प्रश्नपत्र उत्तर कुंजी सहित उपलब्ध कराया गया हैं।
UPSSSC (Uttar Pradesh Subordinate Services Selection Commission) conducted the Preliminary Eligibility Test (PET) for the recruitment process of government jobs in Uttar Pradesh. This exam was conducted on 16th October, 2022 in two shifts. Here UPSSSC PET 2022 2nd shift question paper along with answer key has been provided.
Exam Date :— 16 October, 2022 (Evening Shift)
Organized By :— UPSSSC
Total Question :— 100
UPSSSC PET Exam – 16 Oct 2022 2nd Shift in English Language (Answer Key) |
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UPSSSC PET Exam 16 Oct 2022 (IInd Shift)
(Answer Key)
1. ‘वियरेबल ए.टी.एम. कार्ड्स और ऑफलाइन यू.पी.आई.’ किस कंपनी द्वारा लॉन्च किया गया है ?
(A) रुपे
(B) मास्टरकार्ड
(C) वीजा
(D) ऐसमनी
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2. निम्नलिखित में से कौन से भारत के दो पड़ोसी द्वीप देश हैं ?
(A) सेशेल्स; ऑस्ट्रेलिया
(B) मालदीव; म्यांमार
(C) श्रीलंका; मालदीव
(D) लक्षद्वीप; श्रीलंका
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3. निम्नलिखित में से कौन सी ओमान की राजधानी है ?
(A) मनामा
(B) माले
(C) मॉस्को
(D) मस्कट
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4. निम्नलिखित में से किस कंपनी ने उद्योग प्रथम . ‘वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल’ योजना शुरू की है ?
(A). आई.सी.आई.सी.आई. लोम्बार्ड
(B) एस.बी.आई. लाइफ इंश्योरेंस
(C) एच.डी.एफ.सी. एर्गो.
(D) बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस
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5. निम्नलिखित में से कौन लोक सभा के प्रथम अध्यक्ष (स्पीकर) थे ?
(A) के.एस. हेगड़े
(B) गणेश मावलंकर
(C) एम.ए. अय्यंगार
(D) हुकम सिंह
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6. भारत में अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस’ किस दिन मनाया जाता है ?
(A) 15 अप्रैल
(B) 1 अगस्त
(C) 1 मई
(D) 12 दिसंबर
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7. निम्नलिखित में से किस शहर को राजस्थान का ‘सफेद शहर’ कहा जाता है ?
(A) बीकानेर
(B) अजमेर
(C) उदयपुर
(D) जयपुर
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8. निम्नलिखित में से एक केंद्र शासित प्रदेश की राजधानी नहीं है।
(A) दमन
(B) पुडुचेरी
(C) आइज़ौल
(D) कवरत्ती
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9. संयुक्त राज्य अमेरिका का राष्ट्रीय खेल है :
(A) टेनिस
(B) बास्केट बॉल
(C) बेसबॉल
(D) बैडमिंटन
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10. निम्नलिखित में से किस व्यक्ति ने “हिंद स्वराज” पुस्तक लिखी है ?
(A) सरदार पटेल
(B) सरोजिनी नायडू
(C) जवाहरलाल नेहरू
(D) महात्मा गांधी
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11. ‘हरित लेखांकन’ (ग्रीन अकाउंटिंग) का अर्थ है _____ के आकलन को ध्यान में रखते हुए देश की राष्ट्रीय आय का मापन।
(A) देश के कुल वन क्षेत्र
(B) इनमें से कोई नहीं
(C) देश के वन क्षेत्र का विनाश
(D) प्रदूषण एवं पर्यावरण हानि
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12. “संगाई महोत्सव” निम्नलिखित में से किस राज्य में आयोजित किया जाता है ?
(A) मणिपुर
(B) तमिलनाडु
(C) मेघालय
(D) असम
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निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्र. 13 से 17) के उत्तर दीजिए।
पुराने समय में जो लोग देश की सेवा करना चाहते थे, वे राजनीति में आते थे। वे अपने भविष्य की चिंता कर देश की निःस्वार्थ सेवा में लग जाते थे। आजादी लड़ाई के समय तक लोगों के अंदर सच्चा देश प्रेम था। दत से लोगों ने आज़ादी के आंदोलन में जुड़कर सरकारी बकरी तक छोड़ दी थी, परिवार का सुख त्याग दिया था यहाँ तक कि अपने प्राणों का मोह तक छोड़ दिया कितने ही सच्चे देशभक्त इस आज़ादी की नींव में समा और इतिहास में इनका नाम तक नहीं है । आज भी हमारे देश में अनगिनत नेता हैं जो अलग-अलग पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं । आवश्यकता पड़ने पर ये लोग तुरंत पार्टी बदलकर दूसरी पार्टी में चले जाते हैं। नेतागिरी का लोभ नि:संदेह मनुष्य को. पतित बनाता जा रहा है। सारा देश नेतृत्व की अभिलाषा का शिकार होता जा रहा है। भाषण, गर्जन, तिकड़म और छल के झूठे वायदों और धोखे की कसमों से सारा सार्वजनिक वातावरण कोलाहलपूर्ण हो गया है। जहाँ देखो वहीं नेताजी नजर आएंगे। लगता यह है कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति अब नेता बनना चाहता है, भले ही उसका कोई अनुगमन करने वाला न हो। देश की सारी सुविधाओं का उपयोग करते हुए ये अपने आप को किसी राजा-महाराजा से कम नहीं समझते। विदेश जाकर महँगा इलाज़ कराते हैं। सत्ता में आने के लिए लम्बे-लम्बे भाषण दिए जाते हैं, गर्जना की जाती है, तिकड़म और छल के झूठे वायदे और धोखे की कसमें खाई जाती हैं, दूसरी पार्टियों पर कीचड़ उछाला जाता है। येन-केन प्रकारेण साम, दाम, दंड और भेद नीतियों का प्रयोग करके अपने गंतव्य तक पहुंच जाते हैं। ऐसे राजनेता देश के युवकों को गलत दिशा दिखाते हैं, परन्तु अपने बच्चों को विदेश में पढ़ने भेजते हैं। ये अच्छी तरह समझते हैं कि मुफ्त का चीजों के लालच में जनता उनको वोट दे ही देगी। ये कभी नहीं चाहेंगे कि लोग शिक्षित होकर अपने आप का वोट दे ही देगी ।
13. नेता क्यों नहीं चाहते कि लोग शिक्षित होकर अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनें ? सबसे सही तर्कयुक्त उत्तर कौन सा है ?
(A) लोगों के शिक्षित हो जाने पर लोग वोट के लिए किए गए झूठे वायदों को पूरा करने के लिए दबाव डालेंगें।
(B) शिक्षित हो जाने पर लोग रोज़गार की माँग करेंगे।
(C) लोगों के शिक्षित हो जाने पर नेताओं के पास कुछ भी करने योग्य कार्य नहीं बचेगा।
(D) शिक्षित लोग अपने वोट की असली कीमत पहचानते हैं और जाति और धर्म के आधार पर बनाए गए नेताओं के समीकरणों को बिगाड़ देते हैं।
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14. निम्नलिखित में आज़ादी से पूर्व के नेताओं की कौन सी विशेषता थी, जो आज के नेताओं में दिखाई नहीं पड़ती ? सबसे सही तर्कयुक्त उत्तर कौन सा है ?
(A) आजादी से पूर्व के नेता सुभाषचंद्र बोस को अपना आदर्श मानते थे।
(B) आज़ादी से पूर्व के नेता अनपढ़ और निर्धन जनता से झूठे वायदे करते थे।
(C) आज़ादी से पूर्व के नेता अपने व्यक्तिगत स्वार्थों के कारण राजनीति में आते थे।
(D) आज़ादी से पूर्व के नेता देश की सेवा करने के लिए राजनीति में आते थे।
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15. ये नेता येन-केन प्रकारेण साम, दाम, दंड और भेद, नीतियों का प्रयोग करके अपने गंतव्य तक पहुँच जाते हैं। नेताओं का गंतव्य कौन सा है ? सबसे सही तर्कयुक्त उत्तर कौन सा है ?
(A) राष्ट्र की निश्छल सेवा।
(B) जनता द्वारा दिए गए वोटों से चुना जाना।
(C) महंगे इलाज के लिए विदेश जाना।
(D) देश की उन्नति।
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16. अनुच्छेद के आधार पर बताइए कि आजकल के अधिकांश नेतागण वोट पाने के लिए जनता की कौन सी दुर्बलता का फायदा उठाते हैं ? सबसे सही उत्तर कौन सा है ?
(A) गरीब जनता को कपड़े और पैसे बाँटते हैं।
(B) अपने स्वार्थ के लिए दल बदलते रहते हैं।
(C) गुंडों और भ्रष्टाचारियों के साथ मिलकर तिकड़म करते हैं।
(D) चुनाव जीतने के लिए जनता को मुफ्त की चीजें देने का वायदा करते हैं।
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17. नेता लोग पार्टी क्यों बदलते हैं ? सबसे सही तर्कयुक्त उत्तर कौन सा है ?
(A) नेताओं के सिद्धांत से पिछली पार्टी के सिद्धांतों का मेल नहीं खाना।
(B) स्वार्थ-सिद्धि के लिए पुरानी पार्टी छोड़कर नई पार्टी में आना।
(C) देश की समस्याओं का हल खोजने के लिए नए-नए प्रयास करना।
(D) नई पार्टी के विचारों से नेताओं के विचारों का मेल खाना।
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निम्नलिखित अनुच्छेद को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्र. 18 से 22) के उत्तर दीजिए।
विचारों का हमारे जीवन में सर्वाधिक महत्त्व होता है । हम जैसे विचार करते हैं, उसी प्रकार की घटनाओं को अपने जीवन में आकर्षित करते हैं। यदि हम उत्साह और आनंद के विचारों में रहते हैं, तो जीवन में अच्छी घटनाओं को आकर्षित करने लगते हैं और इसके विपरीत निराशा और चिंता के विचार जीवन में दुर्घटनाओं को अपनी ओर खींचते हैं। दूसरी बात विश्वास करने की है । यदि हम स्वयं पर या अपने बनाने वाले पर सच्चा विश्वास करते हैं, तो स्थिति अलग होती है और यदि हम इस जीवन में नकारात्मक सोच भरते रहते हैं, तो हमारा जीवन निराशा के अंधकार से भर जाएगा। क्या आपने कभी जीवन में घटने वाली घटनाओं और अपने अंदर की उस समय की मानसिक विचारात्मक स्थिति का अध्ययन किया है ? यदि आप आशा, उत्फुल्लता और आत्मविश्वास की ऊर्जा से ओतप्रोत हैं, तो कार्य-सिद्धि और सफलता के बहुत पास हैं। इसके विपरीत निराशा, कुंठा, भय और संदेह के साथ लिए गए निर्णय सदैव गलत और सफलता के विपरीत होंगे। हमारे अंदर मनोवेग सर्वदा ही विद्यमान रहते हैं और उन्हीं के कारण हमारी मानसिक स्थिति बदलती रहती है। कुछ मनोवेग जैसे क्रोध, शोक, चिरकालीन ईर्ष्या, गहरी चिंता, भय, निराशा आदि के भाव सदा घातक होते हैं और लम्बे समय तक इनकी तीव्रता हमें शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से पंगु बना सकती है। आशा, उत्फुल्लता, प्रसन्नता, मुस्कान, निश्चिंतता, शांति, संतुष्टि, विश्वास, आनंद आदि भाव रचनात्मक होते हैं और लम्ब समय तक इनके अभ्यास द्वारा नीरोगता, समृद्धि और सफलता प्राप्त की जा सकती है। कई वैज्ञानिकों ने प्रयोगा द्वारा इन तथ्यों की पुष्टि की है। आज हम यदि इन विचारा पर ध्यान देना शुरू कर दें तो दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हैं। वेदों में परमात्मा से यही प्रार्थना की गई। ‘आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः।” सभी दिशाओं से नक वेचार मेरी ओर आएँ।
18. हमारा जीवन कब निराशा के अंधकार से भर जाता है ।
(A) जब हम क्रोध, शोक, ईर्ष्या, चिंता, भय, आदि घातक मनोभावों से दूर होते हैं।
(B) जब हम बड़ों का सम्मान करते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं।
(C) जब क्रोध, शोक, ईर्ष्या, चिंता, भय आदि घातक मनोभाव लम्बे समय तक अपनी तीव्रता से हमें प्रभावित करते हैं।
(D) जब हम आशा, उत्फुल्लता, प्रसन्नता, मुस्कान, रचनात्मक भावों में खोए रहते हैं।
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19. प्रिय घटनाओं को अपने जीवन में आकर्षित करने के लिए हमें क्या करना चाहिए ?
(A) ईश्वर का लगातार ध्यान और चिंतन करना चाहिए।
(B) नीरोगता, समृद्धि और सफलता के विचारों से दूर रहना चाहिए।
(C) हमारा मनोमस्तिष्क प्रिय विचारों से सदा परिपूरित रहना चाहिए।
(D) नकारात्मक सोच वाले विचारों का चिंतन करना चाहिए।
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20. अपने दुर्भाग्य को सौभाग्य में कैसे बदला जा सकता है ?
(A) ज्योतिषी को अपनी जन्मपत्री दिखाकर।
(B) सुबह उठकर चींटियों को आटा और चीनी खिलाने से।
(C) अपने मस्तिष्क के विचारों पर ध्यान देकर लगातार रचनात्मक विचारों द्वारा।
(D) शनिवार और मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर जाकर।
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21. निम्नलिखित में किस वर्ग के सभी भाव रचनात्मक हैं ?
(A) प्रेम, स्नेह, भाईचारा, अशांति, ईमानदारी, मुस्कान, क्रोध, शोक
(B) सहानुभूति, कर्तव्यपालन, संतुष्टि, विश्वास, क्रोध, शोक, ईर्ष्या
(C) क्रोध, शोक, ईर्ष्या, चिंता, भय, निराशा, भाईचारा, कर्तव्यशीलता
(D) आशा, उत्फुल्लता, प्रसन्नता, मुस्कान, निश्चिंतता, संतुष्टि, आत्मविश्वास
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22. हम कार्य-सिद्धि और सफलता के बहुत पास कब के होते हैं ?
(A) जब हम जीवन में नकारात्मक सोच भर देते हैं ।
(B) जब हम परिश्रम के स्थान पर चतुराई का सहारा लेकर जीवन में आगे बढ़ते हैं।
(C) जब हम क्रोध, शोक, ईर्ष्या, चिंता, भय आदि घातक मनोभावों को आश्रय देते हैं ।
(D) जब हम आशा, उत्फुल्लता और आत्मविश्वास की ऊर्जा से ओतप्रोत होते हैं।
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Thank you dear