CTET Sep 2016 - Paper - II (Language I Hindi) | TheExamPillar
CTET Exam Sep 2016 Paper - II Language I Hindi

CTET Sep 2016 – Paper – II (Language I Hindi)

CBSE conducted the CTET (Central Teacher Eligibility Test) Exam Paper held on 18th September 2016 Morning Shift. Here The CTET Language I Hindi Solved Question Paper II (Class VI to VIII) Answer-key. 

CTET (Central Teachers Eligibility Test) Paper Second : Junior Level (Class 6 to Class 8).

परीक्षा (Exam) : CTET Paper II (Class VI to VIII) 
भाग (Part) : भाषा – I हिंदी ( Language – I Hindi)
परीक्षा आयोजक (Organized) : CBSE 
कुल प्रश्न (Number of Question) : 30
Paper Set – II
परीक्षा तिथि (
Exam Date) – 18th September 2016

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CTET Exam September 2016 Paper – 2 (Junior Level)
Part – IV भाषा – I हिंदी ( Language – I Hindi)

 

निर्देश : नीचे दिए गए प्रश्न (प्रश्न सं० 91 से 105) के सही/सबसे उचित उत्तर वाले विकल्प को चुनिए।

1. सरसरी तौर पर किसी पाठ को देखकर उसकी विषयवस्तु का पता कर लेना :
(1) पढ़ने की कुशलता का अंतिम पड़ाव है।
(2) पढ़ने की निम्न स्थिति को दर्शाता है ।
(3) पढ़ने की एक महत्त्वपूर्ण कुशलता है।
(4) पढ़कर समझने का पहला प्रयास है।

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Answer – (3)

2. बच्चों के बोलना सीखने के संदर्भ में कौन-सा कथन सही है ?
(1) अपनी भाषा से इतर भाषाओं को सुनने के लिए मना करना चाहिए।
(2) सभी बच्चें की बोलना एवं सुनना सीखने की गति समान होती है।
(3) बच्चों को प्रारंभ से ही शुद्ध उच्चारण के प्रति सचेत रहना चाहिए।
(4) बच्चों को सुनने और बोलने के अधिक-से-अधिक अवसर देने चाहिए।

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Answer – (4)

3. भोजपुरीभाषी मोना ‘श’ को ‘स’ और ‘र’ को ‘ड़’ बोलती है। इसका सर्वाधिक संभावित कारण है :
(1) उच्चारणगत त्रुटि
(2) मातृभाषा से प्रेम
(3) हिन्दी भाषा की कठिनता
(4) मातृभाषा का व्याघात

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Answer – (4)

4. कक्षा III की शिक्षिका अपने विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तक से इतर भिन्न-भिन्न प्रकार के बाल-साहित्य पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है, क्योंकि वह चाहती है कि बच्चे :
(1) तरह-तरह की विधाओं से परिचित हो सकें
(2) विभिन्न बाल-साहित्यकारों के नाम जान सकें
(3) अपनी पठन-क्षमता बढ़ा सकें
(4) बाल-साहित्य के प्रकाशकों के बारे में जान सकें

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Answer – (3)

5. उच्च प्राथमिक स्तर पर व्याकरणिक पक्षों, शब्दों की बारीकियों के आकलन के संदर्भ में सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है :
(1) शब्दकोशीय शब्द-संपदा का ज्ञान
(2) परिभाषाओं को जानना
(3) संदर्भ में व्याकरण समझना
(4) पाठ्य-पुस्तकीय व्याकरण के नियम जानना

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Answer – (3)

6. आपने अपने विद्यार्थियों को एक प्रश्न दिया है- “घर से विद्यालय आने तक आप रास्ते में जो-जो चीजें देखते हैं, उन्हें लिखें।” आपकी कक्षा में एक विद्यार्थी दृष्टि-बाधित है। आप :
(1) स्वयं प्रश्न का उत्तर लिखकर देंगी
(2) उसे इस प्रश्न का उत्तर लिखने के लिए मना करेंगी
(3) उसे कहेंगी कि अपने सहपाठी से पूछकर लिख लो
(4) प्रश्न में उस बच्चे की आवश्यकता के अनुसार परिवर्तन करेंगी

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Answer – (4)

7. उच्च प्राथमिक स्तर पर बच्चों की भाषाई क्षमताओं का आकलन करने के लिए सर्वाधिक उपयोगी है :
(1) पाठ के व्याकरण की जाँच-परख करना
(2) पाठांत प्रश्नों के उत्तर लिखवाना
(3) पाठ की विषयवस्तु को लिखवाना
(4) पाठ में आई कहानी को आगे बढ़वाना

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Answer – (4)

8. “बच्चे अपने चारों ओर लिखित सामग्री का जितना उपयोग होते देखेंगे उतनी ही लिखित भाषा के प्रति उनकी समझ सहज रूप से बनती चली जाएगी।” उपर्युक्त कथन का निहितार्थ है :
(1) बच्चों को अपने इर्द-गिर्द विज्ञापन, होर्डिंग्स, कैलेंडर, बाल-साहित्य, सूचियाँ आदि देखने-पढ़ने के अवसर मिलते रहने चाहिए
(2) बच्चों की पाठ्य-पुस्तक में बहुत-से पाठ होने चाहिए
(3) बच्चों को गृहकार्य में लेखन-संबंधी कार्य ही देना चाहिए
(4) बच्चों को श्यामपट्ट पर लिखे हुए तथ्य अपनी कॉपी में लिखने के अधिकाधिक अवसर देने चाहिए

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Answer – (1)

9. ‘भाषा अर्जन’ के बारे में कौन-सा कथन सही है?
(1) यह परिवार में ही होता है।
(2) यह सहज होता है।
(3) यह कठिन होता है।
(4) यह विद्यालय में ही होता है।

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Answer – (2)

10. निम्नलिखित में से किस स्थिति में आप कहेंगे कि ‘पठन’ हो रहा है?
(1) उचित गति एवं प्रवाह
(2) अनुमान के साथ भाव ग्रहण
(3) प्रत्येक शब्द का सही उच्चारण
(4) ध्वनि का उतार-चढ़ाव

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Answer – (2)

11. उच्च माध्यमिक स्तर पर हिन्दी भाषा की पाठ्य-पुस्तक में हिन्दीतर भाषाओं की रचनाओं को भी स्थान देने का मुख्य उद्देश्य है :
(1) अन्य भाषाओं के उत्कृष्ट साहित्य से परिचित कराना
(2) अन्य भाषाओं के व्याकरण से परिचित कराना
(3) अन्य भाषाओं के रचनाकारों से परिचित कराना
(4) अन्य भाषाओं के साथ तुलना करना

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Answer – (1)

12. बच्चों की सशक्त लेखन क्षमता का परिचायक है :
(1) आलंकारिक भाषा
(2) सुंदर लिखावट
(3) सशक्त वाक्य-विन्यास
(4) मौलिक विचार

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Answer – (4)

13. मुहावरे और लोकोक्तियाँ सीखने-सिखाने का एक महत्त्वपूर्ण उद्देश्य है :
(1) मुहावरे एवं लोकोक्तियों का निर्माण करना
(2) मुहावरे एवं लोकोक्तियों का सुचिंतित प्रयोग करना
(3) मुहावरे एवं लोकोक्तियों का अर्थ बताना
(4) कोश से मुहावरा एवं लोकोक्ति का अर्थ देखना

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Answer – (2)

14. निम्नलिखित में से किस प्रकार के प्रश्न बच्चों की भाषागत रचनात्मकता का आकलन करने में सर्वाधिक रूप से उपयुक्त होंगे?
(1) बहुविकल्पीय प्रश्न
(2) मुक्त अंत वाले प्रश्न
(3) एक शब्द में उत्तर वाले प्रश्न
(4) ‘सही कथन पर निशान लगाओ’ वाले प्रश्न

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Answer – (2)

15. तपस्या सातवीं कक्षा में विभिन्न संदर्भो में ‘पृथ्वी’, ‘वसुधा’ और ‘भूमि’ शब्दों के प्रयोगों की तरफ बच्चों का ध्यान आकर्षित करती है। ऐसा करने में उसका उद्देश्य है :
(1) भाषा का व्याकरणिक ज्ञान देना
(2) शब्द-भण्डार का विकास कराना
(3) हिन्दी की बारीकियाँ समझाना
(4) पर्यायवाची शब्दों की परिभाषा देना

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Answer – (3)

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