16. भारतीय संविधान का कौन-सी अनुच्छेद पर्यावरण संरक्षण को प्रत्येक नागरिक के मौलिक कर्तव्य के रूप में पहचान कराता है?
(a) अनुच्छेद 42
(b) अनुच्छेद 48A
(c) अनुच्छेद 51A
(d) अनुच्छेद 20
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Note – भारतीय संविधान का अनुच्छेद 51A पर्यावरण संरक्षण का नागरिक के मौलिक कर्तव्य के रूप में पहचान कराता है। इस अनुच्छेद के अनुसार भारत के प्रत्येक नागरिक को यह कर्तव्य होगा कि वह प्राकृतिक पर्यावरण की, जिसके अन्तर्गत वन, झील, नदी और वन्य जीव है, रक्षा करें और उसका संवर्धन करें तथा प्राणीमात्र के प्रति दया भाव रखें।
17. वन संरक्षण अधिनियम के अनुसार किसकी खेती गैर-वन्य गतिविधि है?
(a) चाय
(b) रबड़
(c) शहतूत
(d) में सभी
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Note – वन संरक्षण अधिनियम 1986, के अनुसार चाय, रबड़ तथा शहतूत की खेती गैर वन्य गतिविधि है।
18. वायुमण्डल का कौन-सा भाग प्रकाश की पराबैंगनी (UV) किरणों को पृथ्वी की सतह पर आने से रोकता है?
(a) समतापमण्डल
(b) क्षोभमण्डल
(c) मध्यमण्डल
(d) आयनमण्डल
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Note – वायुमण्डल के समतापमण्डल में स्थित ओजोन परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों का पृथ्वी की सतह पर आने से रोकती है। इसलिए इस परत को जीवन का सुरक्षा कवच कहते हैं। पराबैंगनी किरणों से उत्परिवर्तन, कैंसर, तथा मोतिमाबिंद जैसे रोग होते है। इन किरणों से हमारी प्रतिरोधी क्षमता पर भी कुप्रभाव पड़ता है। ओजोन परत के न होने पर हमारा स्वास्थ्य तथा भोजन स्रोत भी प्रभावित होते है।
19. ‘भूतापीय ऊर्जा’ किस प्रकार का संसाधन हैं?
(a) पारम्परिक, नवीनीकृत
(b) अपारम्परिक, अनवीनीकृत
(c) अपारम्परिक, नवीनीकृत
(d) पारम्परिक, अनवीनीकृत
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Note – पृथ्वी के अन्दर से निकलने वाले गर्म जल के झरनों से भू-तापीय ऊर्जा प्राप्त होती है। ये ऊर्जा अपारम्परिक, नवीनीकृत प्रकार का संसाधन है। ये ऊर्जा एक बार उपयोग होने के बाद दुबारा भी उपयोग हो सकते हैं। इससे प्रदूषण नहीं होती है। अतः इसका उपयोग खाना बनाने, बिजली बनाने आदि में किया जाता है।
भारत में मणिकर्ण (हिमाचल प्रदेश), पूगा घाटी (लद्दाख), तातापानी (झारखण्ड) और खम्मम (तेलंगाना) में भूतापीय ऊर्जा का उत्पादन होता है।
20. जल चक्र को नियन्त्रित करता है।
(a) घास स्थल
(b) वन
(c) लवक
(d) उपरिरोही
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Note – घने जल चक्र को नियमित करते है। वन वन्यजीवों के निवास होते हैं। इससे समाज को सौन्दर्य, पर्यटन और सांस्कृतिक मूल्य विकसित होता है। वनो का प्रभाव कार्बन चक्र व ऑक्सीजन चक्र पर भी पड़ता है। वन CO2 की उचित मात्रा वातावरण में बनाये रखते है। वन वातावरण में जल चक्र को नियंत्रित रखने में महत्वपूर्ण कार्य करते है।
23. खाद्य, प्रकाश तथा स्थान के लिए अधिक संघर्ष होता है।
(a) नजदीकी सम्बन्धित जातियों के मध्य जो एक ही स्थान में उग रही हो
(b) नजदीकी सम्बन्धित जातियों के मध्य जो भिन्न स्थानों में उग रही हो।
(c) दूर से सम्बंधित जातियों के मध्य जो एक ही स्थान में उग रही हो
(d) दूर से सम्बंधित जातियों के मध्य जो भिन्न स्थानों में उग रही है।
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Note – खाद्य, प्रकाश तथा स्थान के लिए अधिक संघर्ष उन नजदीकी संबंधित जातियों के मध्य होता है, जो एक ही स्थान पर उग रही है।
24. सभी बच्चों को पर्यावरण अध्ययन के शिक्षण तथा सीखने के लिए प्रत्येक शिक्षण कक्ष में आवश्यकता –
(a) संज्ञानात्मक/आयु उपयुक्त पाठ्यक्रम
(b) अनुकूल तसा धमकी रहित परिवेश
(c) स्कूल आधारित आकलन तथा आख्या प्रस्तुत करना
(d) उपरोक्त सभी
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Note – पर्यावरण अध्ययन के शिक्षण तथा सीखने के लिए प्रत्येक शिक्षण कक्ष में संज्ञानात्मक उपयुक्त पाठ्यक्रम, अनुकूल तथा धमकी रहित परिवेश होना चाहिए। इसके अलावा शिक्षण कक्ष में पर्यावरण अध्ययन के शिक्षण तथा सीखने के लिए स्कूल आधारित आकलन तथा आख्या प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है।
25. पर्यावरण अध्ययन के सीखने के मुख्य प्रशिक्षण संकेतांक हैं
(a) पर्यवेक्षण तथा रिपोर्टिंग
(b) अभिव्यक्ति, व्याख्या और वर्गीकरण
(c) पूछताछ, विश्लेषण और प्रयोग
(d) उपरोक्त सभी
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Note – पर्यावरण अध्ययन के सीखने के मुख्य प्रशिक्षण संकेतांक पर्यवेक्षण तथा रिपाटिंग, अभिव्यक्ति, व्याख्या और वर्गीकरण, पूछताछ विश्तषण और प्रयोग करना है।
24. प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन की पाठ्य-पुस्तक में निम्नलिखित में से कौन-सी विशेषता नहीं होनी चाहिए?
(a) यह प्राकृतिक और समाज-सांस्कृतिक परिवेश को एकीकृत तरीके से प्रस्तुत करती हैं।
(b) यह शिक्षार्थियों की वैविध्यपूर्ण पृष्ठभूमि की जरूरतों को पूरा करती हैं
(c) यह वास्तविक कहानियों और घटनाओं को शामिल करती है।
(d) यह परिभाषाओं और अमूर्त अवधारणाओं की व्याख्या करने पर ध्यान केन्द्रित करती है।
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Note – प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन की पाठ्यपुस्तक में निम्न विशेषता होनी चाहिए।
25. पर्यावरणी अध्ययन के शिक्षण हेतु निम्न में से कौन-सा उद्देश्य आवश्क नहीं है?
(a) भौतिक और सामाजिक पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना
(b) विज्ञान के आधारभूत प्रत्यय और सिद्धातो का रटकर याद कर लेना।
(c) पर्यावरण को खोजने (जानने) के अवसर प्रदान करना
(d) अवलोकन, मापन, भविष्य कथन और वर्गीकरण जैसे कौशल का विकास करना।
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Note – पर्यावरण अध्ययन के शिक्षण के अंतर्गत विज्ञान के आधारभूत प्रयासो व सिद्धाता को रटकर याद कर लेना शामिल नहीं होता है।
26. पेड़ों की कटाई घटाती है।
(a) वर्षा
(b) मृदा अपरदन
(c) भूस्खलन
(d) ये सभी
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Note – पड़ों की कटाई का सीधा प्रभाव हमारे पारितंत्र पर पड़ता है। पेड़ों की कटाई से मृदा अपरदन तीव्र गति से होता है। पेड़ मृदा के अपरदन व भू-स्खलन को रोकता है। जिससे बाढ़ और सूखे की तीव्रता में कमी आती है। पेड़ों की कटाई से वर्षा की मात्रा में कमी होती है, जिससे सूखा पड़ने की सम्भावना बढ़ जाती है।
27. प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन में मान समुदाय सीखने-सिखाने का एक महत्वपूर्ण संसाधन है, क्योकि
(a) यह वास्तविक स्थितियों में सीखने के अवसर उपलब्ध करता है
(b) यह आसानी से उपलब्ध होने वाला समाधन है।
(c) इसमें समझदार और बुजुर्ग व्यक्ति होते हैं।
(d) उपरोक्त सभी अवसर प्राप्त होते है।
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Note – प्राथमिक स्तर पर पर्यावरण अध्ययन में मानव समुदाय सीखने-सिखाने का एक महत्वपूर्ण संसाधन है क्योकि यह वास्तविक स्थितियों में सीखने के अवसर उपलब्ध कराता है। यह आसानी से उपलब्ध होने वाला संसाधन है तथा इसमें समझदार तथा बुजुर्ग व्यक्ति होते हैं।
28. भागीरथी नदी का उद्गम स्थल है।
(a) पिण्डारी ग्लेशियर
(b) सतोपन्य ग्लेशियर
(c) चौराबारी इशीत
(d) गोत्री ग्लेशियर
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Note – भागीरथी नदी का उद्गम स्थल गोमुख (गंगोत्री ग्लेशियर) हैं जो उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित है। यह नदी देवप्रयाग में अलकनंदा से मिलकर गंगा नदी का निर्माण करती है। इसकी प्रमुख सहायक नदियां रुद्रागंगा, केदारगंगा, सियागंगा, भिलंगना, अलकनंदा आदि है। भारत में टिहरी बांध इसी नदी पर बनाया गया है।
29. मिनिमाटा रोग प्रदूषण जनित रोग, जो परिणाम है।
(a) समुद्र में बिखरे तेल का
(b) वायुमण्डत में आर्सेनिक जमा होने का
(c) औद्योगिक पारा व्यर्थ को पानी में छोड़ने का
(d) मनुष्य के कार्बनिक व्यर्थ को पीने के पानी में छोड़ने का
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Note – मिनिमाटी रोग जल प्रदूषण जनित रोग है, जो औद्योगिक पारा व्यर्थ को पानी में छोड़ने का परिणाम है। पारायुक्त जल से प्रभावित मछलियों के सेवन से 1956 में जापान में मिनिमाटा बीमारी से अनेक लोगों की मौत हो गई थी। अपशिष्ट जल में उपस्थित पारा मिश्रण सूक्ष्म जैविक क्रियाओं द्वारा अत्यधिक विषैले पदार्थ मिथाइल पारी में बदल जाता है जिससे अंगो, होंठो जीभ आदि में संवेदनशून्यता, बहरापन, आँखों में धुंधलापन एवं मानसिक असतुलन हो जाता है।
30. सूची को सूची से सुमेलित कीजिए –
सूची-1 | सूची-II |
A. पर्यावरण (सुरक्षा) अधिनियम | 1. 1974 |
B. वन्यजीव (सुरक्षा) अधिनियम | 2. 1986 |
C. वन (संरक्षण) अधिनियम | 3. 1972 |
D. जल प्रदूषण निवारण तथा निषत्रण) अधिनियम | 4. 1980 |
. A B C D
(a) 4 3 2 1
(b) 3 1 4 2
(c) 2 4 1 3
(d) 2 3 4 1
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