उत्तराखंड का जल प्रवाह तंत्र
(Water Flow System of Uttarakhand)
भौगोलिक दृष्टि से उत्तराखंड (Uttarakhand) को तीन प्रमुख जलागम क्षेत्रों (Catchment Area) में विभाजित किया जा सकता है –
- भागीरथी – अलकनंदा जलप्रवाहतंत्र
- यमुना – टोंस जलप्रवाहतंत्र
- काली जलप्रवाहतंत्र
भागीरथी – अलकनंदा जलप्रवाह तंत्र (Bhagirathi – Alaknanda Water Flow System) – इस जल प्रवाह क्षेत्र के अन्तर्गत उत्तरकाशी जनपद के पश्चिमी भाग को छोड़कर सम्पूर्ण गढ़वाल, चमोली तथा अल्मोड़ा जनपद के पश्चिमी क्षेत्र सम्मिलित हैं।
यमुना – टोन्स जलप्रवाह तंत्र (Yamuna-Tons Water Flow System) – इस जल प्रवाह क्षेत्र में यमुना तथा टोन्स दो प्रमुख नदियाँ हैं, जो मुख्यतः देहरादून जनपद के क्षेत्र में बहती है।
काली जलप्रवाह तंत्र (Kali Water Flow System) – काली का जल प्रवाह तंत्र पूर्णतया कुमाऊँ मण्डल में स्थित है। यह नदी काकागिरी पर्वत के सामानांतर बहती हुई भारत और नेपाल की सीमा रेखा बनाती है। यह नदी कुमाऊँ मण्डल के पिथौरागढ़ तथा चम्पावत एवं नैनीताल जनपद के पूर्वी भाग का जल संग्रह करती है। काली नदी के साथ-साथ उत्तरी दिशा में कैलाश मानसरोवर यात्रा का एकमात्र मार्ग है।
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