नैनीताल (Nainital)
- मुख्यालय – नैनीताल
- अक्षांश – 29°00′ अक्षांश से 29°05′ उत्तरी अक्षांश
- देशांतर – 78°80′ और 80°14′ पूर्वी देशांतर
- उपनाम – सरोवर नगरी
- अस्तित्व – 1841 ई. में “पी. बैरन” द्वारा खोजा गया
- क्षेत्रफल – 4,251 वर्ग कि.मी.
- वन क्षेत्रफल –
- तहसील – 9 (नैनीताल, हल्द्वानी, रामनगर, कालाढूंगी, लालकुऑ, धारी, खनस्यूं, कोश्याकुटौली, बेतालघाट)
- विकासखंड – 8 (हल्द्वानी, भीमताल, रामनगर, कोटाबाग, धारी, बेतालघाट, रामगढ, ओखलकाण्डा)
- ग्राम – 1141
- ग्राम पंचायत – 511
- न्याय पंचायत – 44
- नगर पंचायत – 3 (भीमताल, कालाढूंगी, लालकुआं)
- नगर निगम – 1 (नैनीताल)
- नगर पालिका – 2 (भवाली, रामनगर)
- नगर पालिका परिषद् – 1 (नैनीताल)
- छावनी क्षेत्र – 1
- जनसंख्या – 9,54,605
- पुरुष जनसंख्या – 4,93,666
- महिला जनसंख्या – 4,60,939
- शहरी जनसंख्या – 3,71,734
- ग्रामीण जनसंख्या – 5,82,871
- साक्षरता दर – 83.88%
- पुरुष साक्षरता – 90.07%
- महिला साक्षरता – 77.29%
- जनसंख्या घनत्व – 225
- लिंगानुपात – 934
- जनसंख्या वृद्धि दर – 9.46%
- प्रसिद्ध मन्दिर – नैनादेवी मंदिर, हनुमानगढ़ी, मुक्तेश्वर, गर्जिया देवी
- प्रसिद्ध मेले, त्यौहार एवं उत्सव – नन्दादेवी, ग्रामीण हिमालय हाट, बैशाखी पर्व
- प्रसिद्ध पर्यटक स्थल – कार्बेट पार्क, गर्जिया देवी,
- ताल – सातताल, रामनगर, नैनीताल, भीमताल, कालाढूंगी, रामगढ, मुक्तेश्वर, हल्द्वानी, कैंचीधाम
- जल विद्धुत परियोजनायें – जमरानी बाँध परियोजना
- राष्ट्रीय उद्यान – जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान
- पर्वत – चाइना पीक, किलवरी, शेर का डाण्डा
- व्यंजन – भट्ट दाल से बना चुडकाणी एवं भट्टिया, गहत के डुबके, मट्ठा की झोली, गाबे एवं सिसौने की सब्जी, पिनालू की सब्जी आदि
- सीमा रेखा
- पूर्व में चम्पावत,
- पश्चिम में पौड़ी गढ़वाल,
- उत्तर में अल्मोड़ा,
- दक्षिण में उधम सिंह नगर
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-87 (हल्द्वानी, नैनीताल, दिल्ली), NH-121 (रामनगर, काशीपुर, देहरादून)
- महाविद्यालय – 9 (एम.बी.राजकीय महाविद्यालय हल्द्वानी, देब सिंह बिष्ट संघटक महाविद्यालय नैनीताल, राजकीय महाविद्यालय चौखुटा, राजकीय महाविद्यालय पतलोट, राजकीय महाविद्यालय बेतालघाट, राजकीय महाविद्यालय मालधनचौड, राजकीय महाविद्यालय हल्दूचौड, राजकीय महाविद्यालय कोटाबाग, राजकीय महाविद्यालय रामनगर, राजकीय महिला महाविद्यालय हल्द्वानी, राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी)
- विश्वविद्यालय – 3 (उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय, उत्तराखण्ड राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, कुमायूं विश्वविद्यालय)
- संग्रहालय – जिम कॉर्बेट म्यूजियम, हिमालय संग्राहलय, क्षेत्रीय अभिलेखागार
- संस्थान – उच्च न्यायालय, उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद् (रामनगर), उत्तराखण्ड प्रशासनिक प्रशिक्षण अकादमी, उत्तराखण्ड न्यायिक एवं विधिक अकादमी, आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ़ ओब्सेर्वेशनल साइंसेज
- विधानसभा क्षेत्र – 6 (लालकुँआ, हल्द्वानी, नैनीताल (अनुसूचित जाति), रामनगर, भीमताल, कालाढूंगी)
- लोकसभा सीट – 1 (नैनीताल)
- नदी – रामगंगा, गौला, भाखड़ा, दाबका, बौर, कोसी
Source – https://nainital.nic.in/
इतिहास
‘स्कन्द पुराण’ के ‘मानस खण्ड’ में नैनीताल को त्रिऋषि सरोवर अर्थात तीन साधुवों अत्रि, पुलस्क तथा पुलक की भूमि के रूप में दर्शाया गया है। मान्यता है कि यह तीनों ऋषि यहां पर तपस्या करने आये थे, परंतु उन्हें यहां पर उन्हें पीने का पानी नहीं मिला । अतः प्यास मिटाने हेतु वे अपने तप के बल पर तिब्बत स्थित पवित्र मानसरोवर झील के जल को साइफन द्वारा यहांं पर लाये।
दूसरे महत्वपूर्ण पौराणिक संदर्भ के अनुसार नैनीताल ’64 शक्तिपीठों’ में से एक है। इन शक्ति पीठों का निर्माण सती के विभिन्न अंगो के गिरने से हुआ है जब भगवान शिव सती को जली हुई अवस्था में ले जा रहे थे। मान्यता है कि इस स्थान पर सती की बायीं ऑंंख (नैन) गिरी थी जिसने नैनीताल के संरक्षक देवता का रूप लिया। इसीलिये इसका नाम नैन-ताल पडा जिसे बाद में नैनीताल के नाम से जाना जाने लगा। इस तालाब केे उत्तरी छोर पर नैना देवी का मंदिर है, जहॉ पर देवी शक्ति की पूजा होती है।