प्रश्न संख्या 81 से 85 के लिए :
अधोलिखित गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा प्रश्न संख्या 81 से 85 के उत्तर इस गद्यांश के आधार पर दीजिए :
लोभ चाहे जिस वस्तु का हो जब वह बहुत बढ़ जाता है तब उस वस्तु की प्राप्ति, सानिध्य या उपभोग से जी नहीं भरता। मनुष्य चाहता है कि वह बार-बार मिले या बराबर मिलता रहे। धन का लोभ जब रोग होकर चित्त में घर कर लेता है, तब प्राप्ति होने पर भीं और प्राप्ति की इच्छा बराबर बनी रहती है जिससे मनुष्य सदा आतुर और प्राप्ति के आनन्द से विमुख रहता है। जितना नहीं है उतने के पीछे जितना है उतने से प्रसन्न होने का उसे कभी अवसर ही नहीं मिलता। उसका सारा अन्तःकरण सदा अभावमय रहता है। उसके लिए जो है वह भी नहीं है। असन्तोष अभाव-कल्पना से उत्पन्न दुःख है; अतः जिस किसी में यह अभाव-कल्पना स्वाभाविक हो जाती है सुख से उसका नाता सब दिन के लिए टूट जाता है। न किसी को देखकर वह प्रसन्न होता है और न उसे देखकर कोई प्रसन्न होता है। इसी से सन्तोष सात्विक जीवन का अंग बताया गया है।
81. मनुष्य का अन्तःकरण सदैव अभावमय क्यों रहता है ?
A. वह सात्विक जीवन जीने लगता है।
B. जितना है उतने से प्रसन्न होने का उसे कभी अवसर नहीं मिलता।
C. लोभ की पूर्ति हेतु वह अनेकानेक वस्तुओं की प्राप्ति कर लेता है।
D. जितना है उतने से वह प्रसन्न हो जाता है।
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82. गद्यांश का सही शीर्षक है
A. असन्तोष
B. धन-लोभ
C. लोभ और असन्तोष
D. लोभ और प्रीति
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83. गद्यांश में किस शब्द का प्रयोग नहीं हुआ है ?
A. अभावग्रस्त
B. अभावमय
C. अन्तःकरण
D. सात्विक
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84. सात्विक जीवन का अंग किसे कहा गया है ?
A. धन-लोभ
B. सन्तोष
C. परोपकार
D. भक्ति
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85. असन्तोष किस प्रकार का दुःख माना गया है ?
A. लोभ की पूर्ति न होने का दुःख माना गया है।
B. धन प्राप्त न होने का दुःख माना गया है।
C. सन्तोष प्राप्त होने का दुःख माना गया है
D. अभाव-कल्पना से उत्पन्न दुःख माना गया है
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86. ‘अवगुंठन’ का अर्थ है :
A. घूँघट
B. अँगूठा
C. गाँठ बाँधना
D. गूँथना
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87. “जैसा करोगे वैसा भरोगे”, वाक्य में सर्वनाम है :
A. निजवाचक सर्वनाम
B. निश्चयवाचक सर्वनाम
C. सम्बन्धवाचक सर्वनाम
D. पुरुषवाचक सर्वनाम
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88. प्रतिपदा का उपयुक्त अर्थ है :
A. एकादशी
B. पूर्णिमा
C. विरोधिनी
D. पक्ष की पहली तिथि
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89. “चौराहा” में समास है :
A. द्वन्द्व
B. तत्पुरुष
C. द्विगु
D. कर्मधारय
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90. अनुरूप का विलोम है :
A. विरूप
B. प्रतिरूप
C. अपरूप
D. व्यतिरूप
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91. अधोलिखित में एक पर्यायवाची युग्म सही नहीं है ?
A. पुरन्दर – अमरपति
B. सरोवर – पुष्कर
C. जलधि – अम्बुद
D. फणी – उरग
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92. “गूलर का फूल होना” का अर्थ है :
A. लाल पीला होना
B. सुन्दर होना
C. विवर्ण होना
D. दुर्लभ होना
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93. ‘भभूत’ का तत्सम शब्द है :
A. विभूति
B. भभूति
C. बभूति
D. भवभूति
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94. “सदैव” में सन्धि है :
A. वृद्धि सन्धि
B. यण सन्धि
C. व्यंजन सन्धि
D. गुण सन्धि
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95. अधोलिखित में वर्तनी की दृष्टी से एक शब्द अशुद्ध है :
A. अन्तर्धान
B. अनुगृहीत
C. आध्यात्म
D. अधीन
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96. कन्नौजी बोली किस जनपद में बोली जाती है ?
A. मेरठ जनपद
B. देहरादून जनपद
C. हरदोई जनपद
D. मथुरा जनपद
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97. अधोलिखित में से एक भोजपुरी क्षेत्र नहीं है :
A. देवरिया
B. मिर्जापुर
C. इलाहाबाद
D. बलिया
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98. फैजाबाद जनपद में बोली जाने वाली बोली है :
A. खड़ी बोली
B. बघेली
C. ब्रजभाषा
D. अवधी
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99. अधोलिखित में से कौन बोली उत्तर प्रदेश की नहीं है ?
A. ब्रज
B. अवधी
C. भोजपुरी
D. बघेली
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100. अधोलिखित में से तद्भव शब्द है :
A. प्रत्यभिज्ञान
B. परिधान
C. पिटक
D. पिटारा
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