Rajasthan PTET Exam Paper - 09 June 2024 (Answer Key) | TheExamPillar
Rajasthan PTET Exam Paper - 09 June 2024 (Answer Key)

Rajasthan PTET Exam Paper – 09 June 2024 (Answer Key)

निर्देश (प्रश्न संख्या 169 से 173 ) – अनुच्छेद पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए –

अठाहरवीं सदी पूर्वार्ध में लोगों का ध्यान ललद्यद की कविताओं की तरफ गया और फिर उनके संग्रह के प्रयास हुए। ललद्यद की रचनाओं का पहला परिचय 1730 ई. में लिखी गयी पुस्तक ‘तारीखे कश्मीर’ में मिलता है। रैणा के अनुसार, सबसे पहले जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन ने इस दिशा में महत्त्वपूर्ण किया। उन्होंने पंडित मुकुंदराम शास्त्री की सहायता से 106 वा एकत्र किए और उन्हें ‘ललवाक्यानि ‘ में संपादित किया। यह पुस्तक 1920 ई. में रॉयल एशियाटिक सोसायटी, कार्य लंदन से प्रकाशित हुई। आर. सी. टेंपल की पुस्तक ‘दि वर्ड ऑफ लला’ में ललद्यद के वाख्रों का गंभीर अध्ययन मिलता हैं उसके बाद अनेक विद्वानों ने इस दिशा में प्रयास किया। ललद्यद के वाख्र मुक्तछंद में होते हुए भी लययुक्त हैं।

169. अनुच्छेद में प्रयुक्त ‘वाख’ शब्द का तत्सम शब्द है –
(A) वज
(B) वाक्
(C) वाणी
(D) विचार

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Answer – (C)

170. अनुच्छेद का सबसे सटीक शीर्षक क्या है?
(A) ललद्यद और ग्रियर्सन
(B) ललद्यद के वाख्र
(C) कश्मीर और ललद्यद
(D) ललद्यद का जीवन

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Answer – (D)

171. अनुच्छेद के अनुसार, पंडित मुकुंदराम शास्त्री ने क्या किया?
(A) ललद्यद के वाखों को प्रकाशित किया।
(B) ग्रियर्सन को वाखों के संकलन में सहयोग दिया।
(C) आर.सी. टेंपल की वाख्रों के समझने में मदद की।
(D) ‘तारीखे कश्मीर’ के संपादन में सहायता की।

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Answer – (B)

172. ललद्यद के वाख्रों का संपादन निम्नलिखित में से पहले किसने किया?
(A) रैणा
(B) आर. सी. टेंपल
(C) पंडित मुकुंदराम शास्त्री
(D) जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन

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Answer – (D)

173. अनुच्छेद के अनुसार, लोगों का ध्यान ललद्यद की तरफ कब गया?
(A) ‘ललवाक्यानि’ के प्रकाशन के बाद
(B) ‘तारीखे कश्मीर’ में उल्लेख के बाद
(C) बीसवीं सदी के पूर्वार्ध में
(D) ‘दी वर्ड ऑफ लला’ के प्रकाशन के बाद

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Answer – (B)

174. इनमें से कौनसा वाक्य सकर्मक क्रिया है?
(A) श्याम दौड़ रहा है।
(B) मैं आ रहा हूँ।
(C) मोहन पेड़ देख रहा है।
(D) सलीम हँस रहा है।

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Answer – (C)

175. दीर्घ संधि के संधि-विच्छेद की दृष्टि से उपयुक्त उदाहरण नहीं है-
(A) आत्मा + आनंद
(B) गदा + आघात
(C) वार्ता + लाप
(D) महा + आत्मा

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Answer – (C)

176. विलोम शब्दों को दर्शाने वाला विकल्प नहीं है –
(A) प्रसन्न – खिन्न
(B) स्थावर – जंगम
(C) मधुर – सुमधुर
(D) उत्कर्ष – अपकर्ष

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Answer – (C)

177. ‘व्यूह’ में संधि है
(A) दीर्घ संधि
(B) यण संधि
(C) गुण संधि
(D) विसर्ग संधि

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Answer – (B)

178. अशुद्ध शब्द है
(A) आनुपातिक
(B) इतिहासिक
(C) वैदिक
(D) निरपराध

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Answer – (B)

179. ‘कलाप्रवीण’ शब्द में समास है-
(A) संप्रदान तत्पुरुष
(B) अपादान तत्पुरुष
(C) सम्बन्ध तत्पुरुष
(D) अधिकरण तत्पुरुष

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Answer – (D)

180. ‘उल्टे छुरे मूंडना’ मुहावरे का अर्थ होता है-
(A) ठगना
(B) लांछन लगाना
(C) व्यंग्य करना
(D) परेशान करना

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Answer – (A)

181. ‘अपनी प्रशंसा करना’ कहलाता है –
(A) गले का हार
(B) गाल फुलाना
(C) गाल बजाना
(D) गुलछर्रे उड़ाना

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Answer – (C)

182. ‘चन्द्रचूड़’ शब्द में समास है-
(A) अव्ययीभाव समास
(B) बहुव्रीहि समास
(C) द्वंद्व समास
(D) कर्मधारय समास

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Answer – (B)

183. वह जो शीघ्र उत्तर देने की बुद्धि रखता है, कहलाता है
(A) लब्ध प्रतिष्ठ
(B) विशेषज्ञ
(C) प्रत्युत्पन्न मति
(D) वैयाकरण

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Answer – (C)

184. ‘खल’ शब्द का अनेकार्थी नहीं है-
(A) दुष्ट
(B) बर्बाद
(C) खरल
(D) धतूरा

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Answer – (B)

185. किस विकल्प में सब परस्पर पर्यायवाची नहीं है?
(A) सुर, देव, निर्जर
(B) अनि, कटक, अराति
(C) नारी, दारा, वामा
(D) कांत, वर, नाथ

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Answer – (B)

186. यण संधि से बना शब्द है –
(A) अन्वेषण
(B) वनौपधि
(C) नायक
(D) राजर्षि

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Answer – (A)

187. अशुद्ध वाक्य है
(A) उसके सिर में घने बाल हैं।
(B) अपनों से बैर अच्छा नहीं।
(C) वहाँ आँखों का मुफ्त ऑपरेशन होगा।
(D) मैंने पत्ते को बहते हुए देखा।

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Answer – (A)

188. ‘पावस’ का अर्थ वर्षा ऋतु है तो ‘पायस’ का अर्थ होगा-
(A) कीचड़
(B) खीर
(C) पंख
(D) कमल

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Answer – (B)

189. ‘चरण-कमल बंदौ हरिराई’ पंक्ति में अलंकार है-
(A) उत्प्रेक्षा
(B) अतिश्योक्ति
(C) रूपक
(D) श्लेष

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Answer – (C)

190. वे क्रियापद जो संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण आदि से बनते हैं, कहलाते हैं-
(A) कृदंत क्रिया
(B) सजातीय क्रिया
(C) नामधातु क्रिया
(D) सहायक क्रिया

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Answer – (C)

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