बिजनौर जनपद का परिचय (Introduction to Bijnor District)
स्थिति (Location)
- उपनाम – कटेहर क्षेत्र
- मुख्यालय – बिजनौर
- मंडल – मुरादाबाद
- अस्तित्व – 1817
- क्षेत्रफल – 4,561 वर्ग किमी
- सीमा रेखा
- पूर्व में – उत्तराखंड राज्य,
- पश्चिम में – मुज्जफरनगर और मेरठ,
- उत्तर में – उत्तराखंड राज्य,
- दक्षिण में – अमरोहा
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-74, NH-119
- नदियाँ – गंगा, रामगंगा, ग्यान नदी
- परियोजनाएँ — रामगंगा काठी बाँध, रामगंगा बाँध (1978)
प्रशासनिक (Administrative)
- विधानसभा क्षेत्र – 8 (बिजनौर, चांदपुर, नगीना, नजीबाबाद, धामपुर, नूरपुर, नहटौर, बढ़ापुर)
- लोकसभा सीट – 3 (बिजनौर,नगीना, मुरादाबाद)
- तहसील – 5 (बिजनौर, चांदपुर, धामपुर, नगीना, नजीबाबाद)
- विकासखंड (ब्लाक) – 11 (मोहम्मदपुर देवपाल, हल्लदौर, किरतपुर, नजीबाबाद, कोतवाली, नहटौर, नूरपुर, धामपुर, अफजलगढ़, स्योहारा, जलीलपुर)
- कुल ग्राम – 2519
- कुल ग्राम पंचायत – 1128
- नगर पालिका – 12 (बिजनौर, हल्दौर, धामपुर, शेरकोट, स्योहारा, अफजगढ़, नहटौर, नगीन, नजीवाबाद, किरतपुर, चाँदपुर, नूरपुर)
- नगर पंचायत – 6 (झालू, मंडावर, बढ़ापुर, सहसपुर, जलालाबाद, साहनपुर)
जनसंख्या (Population)
- जनसंख्या – 36,82,713
- पुरुष जनसंख्या – 19,21,215
- महिला जनसंख्या – 17,61,498
- शहरी जनसंख्या – 9,25,312 (25.13%)
- ग्रामीण जनसंख्या – 27,57,401 (74.87%)
- साक्षरता दर – 68.48%
- पुरुष साक्षरता – 76.56%
- महिला साक्षरता – 59.72%
- जनसंख्या घनत्व – 807
- लिंगानुपात – 917
- जनसंख्या वृद्धि दर – 17.60%
- हिन्दू जनसंख्या – 20,32,081 (55.18%)
- मुस्लिम जनसंख्या – 15,85,210 (43.04%)
- सिख – 50,624 (1.37%)
- ईसाई जनसंख्या – 6,184 (0.17%)
Population Source – census2011.co.in
संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location)
- कॉलेज – राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बिजनौर, राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बिजनौर, मोड़ना एरा पब्लिक स्कूल बिजनौर
- पर्यटक स्थल – वन रिजर्व क्षेत्र अमनगढ़, बिजनौर दारानगर, निजाब-उद-दुलाह किला नजीबाबाद (गेटवे ऑफ हिमालय), विदुर कुटी आश्रम बिजनौर, इंदिरा पार्क बिजनौर, विदुरु कुटी मंदिर बिजनौर, नजीबाबाद सुल्तान किला, दरगाह आलिया नजफ-ए-जान जोगिपुरा नजीवाबाद, कण्व आश्रम।
Notes –
- बिजनौर जनपद मुरादाबाद मण्डल का एक जिला है।
- बिजनौर को महाराज दुष्यन्त, परमप्रतापी सम्राट भरत, परमसंत ऋषि कण्व और महात्मा विदुर की कर्मभूमि होने का गौरव प्राप्त है।
- आर्य जगत् के प्रकाश स्तम्भ स्वामी श्रद्धानन्द, अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ. आत्माराम, भारत के प्रथम इंजीनियर राजा ज्वाला प्रसाद आदि की जन्मभूमि बिजनौर है।
- जनश्रुतियों के आधार पर इसकी प्राचीनता राम के युग के साथ भी जोड़ी जाती है, जिसका एकमात्र आधार चाँदीपुर के निकट बास्टा में प्राप्त सीता का मंदिर है।
- ऐसा कहा जाता है कि मंदिर स्थल पर ही धरती फटी थी और सीताजी उसमें समा गई थीं।
- भारत का प्रथम राजा ‘सुदास’ भी इसी पांचाल देश का था।
- महाभारतकालीन सभ्यता में भी यह क्षेत्र पांचाल का उत्तरी भाग था।
- बिजनौर क्षेत्र में पृथ्वीराज और जयचंद की मोहम्मद गौरी से पराजय के बाद भारत में तुर्क साम्राज्य की स्थापना हुई।
- महाकवि कालिदास ने अपने प्रसिद्ध नाटक ‘अभिज्ञान शाकुन्तलम’ में इस जनपद में बहने वाली मालिनी नदी का वर्णन किया है।
- नूर बिजनौरी जैसे विश्व प्रसिद्ध शायर इसी मिट्टी में पैदा हुए, महारानी विक्टोरिया के उस्ताद नवाब शाहमत अली भी मंडावर के निवासी थे, जिन्होंने महारानी को फारसी की तालीम दी थी।
- प्रसिद्ध क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल अशफाक उल्लाह खाँ, रोशन सिंह ने ब्रिटिश सरकार की आँखों में धूल झोंककर बिजनौर के पैजनिया में शरण ली थी।
- मिट्टी – दोमट
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