रामपुर जनपद का परिचय (Introduction to Rampur District)
स्थिति (Location)
- उपनाम – नवाबों का शहर, चकुओं का नगर
- मुख्यालय – रामपुर
- मंडल – मुरादाबाद
- अस्तित्व – 1775
- क्षेत्रफल – 2,367 वर्ग किमी
- सीमा रेखा
- पूर्व में – बरेली,
- पश्चिम में – मुरादाबाद,
- उत्तर में – उत्तराखंड राज्य
- दक्षिण में – बदायूं
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-24, NH-87
- नदियाँ – कोसी, रामगंगा
- झील – मोती व गौरी झील
प्रशासनिक (Administrative)
- विधानसभा क्षेत्र – 6 (रामपुर, चमरवा, बिलासपुर, स्वार, मिलक)
- लोकसभा सीट – 1 (रामपुर)
- तहसील – 6 (टांडा, बिलासपुर, मिलक, शाहाबाद, सदर, स्वार)
- विकासखंड (ब्लाक) – 6 (चमरवा, बिलासपुर, मिलक, शाहाबाद, सैदनगर, स्वार)
- कुल ग्राम – 1200
- नगर पालिका – 5 (परिषद् टांडा, बिलासपुर, मिलक, रामपुर, स्वार)
- नगर पंचायत – 3 (केमरी, मसवासी, शाहाबाद)
जनसंख्या (Population)
- जनसंख्या – 23,35,819
- पुरुष जनसंख्या – 12,23,889
- महिला जनसंख्या – 11,11,930
- शहरी जनसंख्या – 5,88,647 (25.20 %)
- ग्रामीण जनसंख्या – 17,47,172 (74.80 %)
- साक्षरता दर – 53.34%
- पुरुष साक्षरता – 61.40%
- महिला साक्षरता – 44.44%
- जनसंख्या घनत्व – 987
- लिंगानुपात – 909
- जनसंख्या वृद्धि दर – 21.42%
- हिन्दू जनसंख्या – 10,73,890 (45.97 %)
- मुस्लिम जनसंख्या – 11,81,337 (50.57 %)
- सिख जनसंख्या – 65,316 (2.80 %)
- ईसाई जनसंख्या – 9,201 (0.39 %)
Population Source – census2011.co.in
संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location)
- कॉलेज – राजकीय महिला डिग्री कॉलेज रामपुर, राजकीय रज़ा डिग्री कॉलेज रामपुर, मुहम्मद अली जोहर विश्वविद्यालय (2006)
- प्रसिद्ध धार्मिक स्थल – जामा मस्जिद रामपुर
- मेला/महोत्सव – फाग महोत्सव
- पर्यटक स्थल – रामपुर रज़ा लाइब्रेरी, गाँधी समाधी, रामपुर प्लेनेटरीम, कोठी खास बाग, अम्बेडकर पार्क
- उद्योग – चाकू उद्योग, चीनी उद्योग, वस्त्र उद्योग तथा चीनी मिट्टी उद्योग, दियासलाई उद्योग, स्प्रिट व शराब उद्योग, साइकिल उद्योग
- संग्रहालय – डॉ. भीमराव अम्बेडकर संग्रहालय एवं पुस्तकालय (2004)
Notes –
- रामपुर जिला मुरादाबाद मण्डल का एक जिला है।
- मध्यकालीन युग में रामपुर दिल्ली के शासकों के अधीन था।
- रामपुर नगर का नाम राजा राम सिंह के नाम से नवाब फैजुल्ला खान द्वारा 1775 ई. में किया गया।
- फैजुल्ला खान ने 1775 ई. में रामपुर में एक किले का निर्माण करवाया।
- नवाब फैजुल्ला खान ने लगभग 20 वर्ष तक शासन किया।
- उन्होंने उर्दू और तुर्की की पांडुलिपियों को पुस्तकालय में संग्रहित किया।
- रामपुर के आखिरी नवाब रजा अली खान 1930 ई. में बने थे।
- इसके बाद 1949 ई. में इसे भारतीय गणराज्य में शामिल कर लिया गया।
- रामपुर के नवाबों का इस क्षेत्र की संस्कृति पर विशेष रूप से कला, साहित्य और संस्कृति का अधिक प्रभाव पड़ा है।
- नवाब फैजुल्ला खाँ ने 1774 ई. में रामपुर लाइब्रेरी की नींव रखी।
- इस लाइब्रेरी में बेशकीमती खजाना है, जो रामपुर के नवाबों की देन है।
- नवाब कल्बे अली खाँ जब 1872 में हज पर गए, तो वहाँ से ढेर सारी पांडुलिपियाँ अपने साथ ले आए थे, जो आज भी लाइब्रेरी में मौजूद हैं।
- इस रजा लाइब्रेरी में हिन्दू, उर्दू, अंग्रेजी, मराठी, हिन्दुस्तानी जवानों के अलावा फ्रेंच, जर्मन, रशियन और अंग्रेजी जबानों की ढेर सारी किताबें मौजूद हैं।
- रजा लाइब्रेरी की इस इमारत के अंदर पत्थर की चौदर खूबसूरत मूर्तियाँ लगी हैं, जिसके लिए इटली से पत्थर मँगवाया गया था।
- खास बात यह है कि ये मूर्तियाँ एक ही पत्थर को तराशकर बनाई गई हैं।
- इसी लाइब्रेरी में हजरत अली द्वारा चमड़े पर लिखा हुआ कुरान भी रखा हुआ है।
- आज इस लाइब्रेरी को दुनियाभर के पाठकों के लिए ऑनलाइन कर दिया गया है।
- अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति के महान् सितारवादक ‘भारतरत्न’ पण्डित रविशंकर रामपुर के महान् सितारज्ञ उस्ताद अलाउद्दीन खाँ के प्रमुख शिष्य तथा दामाद भी हैं।
- मिट्टी – काली
रामपुर घराना
- संगीत घराना – रामपुर
- जोकि एक नृत्य की संस्कृति से जुड़ा हुआ है।
- रामपुर घराना ग्वालियर घराने से उत्पन्न हुआ है, जिसकी स्थापना उस्ताद वजीर खाँ ने की।
- यह घराना ‘तराना’ गायकी में विशेषज्ञ माना जाता है।
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