परिचय (Introduction)
- प्रारंभ की गई – पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर 25 दिसंबर, 2019 को ‘अटल भूजल योजना (Atal Bhujal Yojana)’ का शुभारंभ की गई।
- प्रचलित नाम – ‘अटल जल’ योजना
- कुशल भूजल प्रबंधन के लिए 7 राज्यों (गुजरात, हरियाण, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश) में शुरुआत की गई।
अटल भूजल योजना का उद्देश्य (Objective of Atal Bhujal Yojana)
- सहभागी भूजल प्रबंधन के लिए संस्थागत ढाँचे को मजबूत करना।
- सामुदायिक स्तर पर स्थायी भूजल संसाधन प्रबंधन के लिए व्यावहारिक बदलाव लाना।
- ग्राम पंचायतों को जल संरक्षण के लिए प्रोत्साहित करना।
- अगले 5 वर्षों में पाइप के माध्यम से 15 करोड़ घरों में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति करना।
अटल भूजल योजना का प्रावधान (Provision of Atal Bhujal Yojana)
- योजना में शामिल राज्य : – (1) गुजरात, (2) हरियाणा, (3) कर्नाटक, (4) मध्य प्रदेश, (5) महाराष्ट्र, (6) राजस्थान (7) उत्तर प्रदेश है।
- इन राज्यों के 78 जिलों की लगभग 8,350 ग्राम पंचायतों में भू-जल स्तर गंभीर रूप से कम हैं।
- 5 वर्षों (2021-21 से 2024-25) की अवधि के दौरान 6,000 करोड़ रुपये खर्च किये जाने की संभावना है।
- इसमें से 50% विश्व बैंक के ऋण के रूप में और शेष 50% नियमित बजट (केंद्रीय सहायता) के रूप में प्राप्त होगा।
- विश्व बैंक की ऋण सहायता और केंद्रीय सहायता राज्यों को अनुदान के रूप में प्राप्त होगी।
- योजना में बेहतर प्रदर्शन करने वाली ग्राम पंचायतों को अधिक धनराशि की जाएगी आवंटित।
अटल भूजल योजना का लाभ (Benefit of Atal Bhujal Yojana)
- न्यू इंडिया को जल संकट से निपटने में मदद मिलेगी।
- भू-जल स्तर में वृद्धि होगी।
- अटल जल योजना और जल जीवन मिशन के संयुक्त प्रयास से देश के हर घर में पेयजल पहुँचाने के संकल्प को साकार किया जा सकेगा।
- जल जीवन मिशन, हर घर तक पाइप जलापूर्ति पहुँचाने की दिशा में काम करेगा।
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