उत्तराखंड राज्य गठन 09 नवंबर 2000 से अब तक राज्य में 8 राज्यपालों ने कार्यभार संभाला है। उत्तराखंड के प्रथम राज्यपाल श्री सुरजीत सिंह बरनाला थे। उत्तराखंड के वर्तमान राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत) हैं। जिन्होंने 09 सितम्बर 2021 से उत्तराखंड के राज्यपाल का पद संभाला हुआ है।
राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा पांच वर्ष के लिए की जाती है। राज्यपाल केंद्र सरकार का प्रतिनिधि होता है और केंद्र में राष्ट्रपति की तरह राज्यों में कार्यपालिका की शक्ति उसके अंदर निहित होती है।
श्री सुरजीत सिंह बरनाला (SARDAR SURJIT SINGH BARNALA)
- उत्तराखंड के प्रथम राज्यपाल।
- 09 नवंबर 2000 से 07 जनवरी 2003 तक उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला।
- 03 जनवरी 2007 से 02 नवंबर 2011 तक आंध्रप्रदेश के राज्यपाल बने रहे।
- 14 जनवरी 2017 को चंडीगढ़ में देहांत हो गया।
श्री सुदर्शन अग्रवाल (SHRI SUDARSHAN AGARWAL)
- उत्तराखंड के द्वितीय राज्यपाल।
- 3 जुलाई 2004 से 7 जुलाई 2004 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला।
- 8 जनवरी 2003 से 28 अक्टूबर 2007 तक उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला।
- 19 अगस्त, 2007 को सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किये गए और 25 अक्टूबर, 2007 को सिक्किम के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण की।
- उच्चतम न्यायालय में न्यायमूर्ति की हैसित से भी सुदर्शन अग्रवाल तीन वर्ष तक ‘राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग’ के सदस्य रहे।
- 21 अक्टूबर 2016 को देहांत हो गया।
श्री बी.एल. जोशी (SHRI B. L. JOSHI)
- उत्तराखंड के तीसरे राज्यपाल।
- बनवारी लाल जोशी 2004-2007 तक दिल्ली के उपराज्यपाल रहे थे।
- 29 अक्टूबर 2007 से 05 अगस्त 2009 तक उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला साथ ही यह मेघालय केराज्यपाल के रूप में भी कार्यरत थे।
- 2009-2014 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल थे।
- 22 दिसम्बर 2017 को देहांत हो गया।
श्रीमती मार्गरेट अल्वा (MARGARET ALVA)
- उत्तराखंड के चौथे राज्यपाल।
- उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल।
- 06 अगस्त 2009 से 14 मई 2012 तक उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला।
- 12 मई 2012 – 08 अगस्त 2014 तक राजस्थान राज्य की राज्यपाल रही।
- सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में किसी महिला की ओर से किए गए अहम योगदान के लिए 2012 में उन्हें मर्सी रवि अवॉर्ड प्रदान किया गया था।
डॉ. अजीज कुरैशी ( AZIZ QURESHI)
- उत्तराखंड के पांचवे राज्यपाल।
- 15 मई 2012 से 07 जनवरी 2015 तक उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला।
डॉ. कृष्णकांत पॉल ( K. K. PAUL)
- उत्तराखंड के छठवें राज्यपाल।
- उत्तराखण्ड के राज्यपाल पद का कार्यभार ग्रहण करने से पहले मेघालय, मिजोरम, नागालैण्ड और मणिपुर के राज्यपाल पद पर भी विभिन्न अवधि के लिए सेवायें दी।
- 07 जनवरी 2015 से 08 जुलाई 2018 तक उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला है।
बेबी रानी मौर्य (Baby Rani Maurya)
- उत्तराखंड की सातवीं राज्यपाल।
- मारग्रेट आल्वा के बाद उत्तराखंड की दूसरी महिला राज्यपाल।
- सामाजिक कार्यों के लिए 1996 में समाज रत्न से सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2002 में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य के रूप में नारी सशक्तिकरण तथा महिला कल्याण के क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभाई।
- विगत 18 वर्षो ‘नव चेतना जागृति संस्था’ के माध्यम से दलित एवं पिछड़ी हुई महिलाओं के लिए जागरूकता एवं न्याय दिलाने का कार्य कर रही हैं।
- श्रीमती मौर्य को वर्ष 1996 में सामाजिक कार्यों के लिए ‘समाज रत्न’ 1997 में ‘उत्तर प्रदेश रत्न’ और वर्ष 1998 में ‘नारी रत्न’ से भी सम्मानित किया गया है।
- 08 जुलाई 2018 से 08 सितम्तबर 2021 तक उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यभार संभाला है।
लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत) (Lt. Gen. Gurmeet Singh (Retd.))
- उत्तराखंड की आठवें राज्यपाल।
- लेफ्टिनेंट जनरल सिंह लगभग चार दशकों की सेवा के बाद फरवरी 2016 में सेना से रिटायर्ड हुए थे।
- लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने सेना में अपनी सेवा के दौरान सेना के उप प्रमुख, सहायक जनरल और कश्मीर में नियंत्रण रेखा की निगरानी करने वाली 15वीं कोर के कोर कमांडर के पद पर काम किया।