UP General Knowledge in Hindi

जालौन जनपद (Jalaun District)

जालौन जनपद का परिचय (Introduction of Jalaun District)

जालौन की स्थिति (Location of Jalaun)

  • मुख्यालय – जालौन
  • पुराना नाम व उपनाम – उद्यालक नगरी
  • मंडल – झांसी 
  • क्षेत्रफल – 4,544 वर्ग किमी.
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में – हमीरपुर
    • पश्चिम में मध्यप्रदेश राज्य 
    • उत्तर में – इटावा, औरैया एवं कानपुर देहात
    • दक्षिण में –  झांसी एवं हमीरपुर
  • राष्ट्रीय राजमार्ग NH-025
  • नदियाँ – यमुना, बेतवा और पहूज 

जालौन की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Jalaun)

  • विधानसभा क्षेत्र – 3 (उरई, कालपी, माधौगढ़)
  • लोकसभा सीट – 1 (जालौन)
  • तहसील – 5 (जालौन, कौंच, उरई, माधौगढ़, कालपी)
  • विकासखंड (ब्लाक)  – 9 (रामपुरा, कुठौंद, माधौगढ़, नादिगांव, जालौन, महेवा, कदौरा, डकोर, कौंच)
  • कुल ग्राम 1,151
  • कुल ग्राम पंचायत 575
  • नगर पालिका परिषद 4
  • नगर पंचायत – 6

जालौन की जनसंख्या (Population of Jalaun)

  • जनसंख्या – 16,89,974
    • पुरुष जनसंख्या – 9,06,092
    • महिला जनसंख्या – 7,83,882
  • शहरी जनसंख्या – 4,18,900 (24.79%)
  • ग्रामीण जनसंख्या – 12,71,074 (75.21%)
  • साक्षरता दर – 73.75%
    • पुरुष साक्षरता – 83.48%
    • महिला साक्षरता – 62.46%
  • जनसंख्या घनत्व – 370
  • लिंगानुपात – 865
  • जनसंख्या वृद्धि दर – 16.19%
  • हिन्दू जनसंख्या – 1,509,708 (89.33%)
  • मुस्लिम जनसंख्या – 171,581 (10.15%)

Population Source – census2011.co.in

जालौन के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Jalaun)

  • धार्मिक स्थल – वेद व्यास मंदिर (कालपी), 
  • प्रसिद्ध स्थल – चौरासी गुम्बद, रामपुरा महल, जगम्मनपुर किला, लंका मीनार
  • उद्योग हस्तनिर्मित पेपर निर्माण उद्योग, साबुन उद्योग

Notes –

  • ऐसा कहा जाता है कि जालौन जिले का वर्तमान नाम ऋषि जलवान के नाम पर है, जो यहां प्राचीन काल में रहते थे , लेकिन कुछ स्थानीय लोग इसका नाम जलीम, (एक संध्याय ब्राह्मण) के नाम पर अपना पहला समझौता करने के संस्थापक मानते थे।
  • यमुना नदी के किनारे कालपी जिले का सबसे बड़ा और सबसे प्राचीन शहर बन गया।
  • इस क्षेत्र पर हर्षवर्धन द्वारा शासन किया गया था और चीनी यात्री ह्यूएन त्संग की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया था। हर्ष के बाद, एक त्वरित उत्तराधिकार में यह एक बौद्ध को पारित कर दिया।
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चित्रकूट जनपद (Chitrakoot District)

चित्रकूट जनपद का परिचय (Introduction of Chitrakoot District)

चित्रकूट की स्थिति (Location of Chitrakoot)

  • मुख्यालय – चित्रकूट
  • पुराना नाम व उपनाम – वनवासनगर, मंदराचल, छत्रपति शाहू जी महाराज नगर
  • मंडल – चित्रकूट
  • स्थापना – 6 मई, 1997 
  • नाम परिवर्तित  4 सितंबर 1998 
  • क्षेत्रफल – 3,216  वर्ग किमी.
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में – प्रयागराज (इलाहाबाद) एवं मध्यप्रदेश राज्य 
    • पश्चिम में बाँदा 
    • उत्तर में – फतेहपुर एवं कौशाम्बी
    • दक्षिण में – मध्यप्रदेश राज्य 
  • राष्ट्रीय राजमार्ग NH-76
  • नदियाँ – मंदाकिनी, यमुना, गुंटा, बेजिन, ओहन, बाल्मीकि

चित्रकूट की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Chitrakoot)

  • विधानसभा क्षेत्र – 2 (चित्रकूट, मानिकपुर)
  • लोकसभा सीट – 1 (चित्रकूट)
  • तहसील – 4 (कर्वी, मऊ, मानिकपुर, राजापुर)
  • विकासखंड (ब्लाक)  – 5 (कर्वी, मऊ, पहाड़ी, राजापुर, मानिकपुर) 
  • कुल ग्राम 643
  • कुल ग्राम पंचायत 335
  • नगर पालिका परिषद 1 (चित्रकूटधाम कर्वी)
  • नगर पंचायत 2

चित्रकूट की जनसंख्या (Population of Chitrakoot)

  • जनसंख्या – 9,91,730
    • पुरुष जनसंख्या – 5,27,721
    • महिला जनसंख्या – 4,64,009
  • शहरी जनसंख्या – 96,332 (9.71%)
  • ग्रामीण जनसंख्या – 8,95,398 (90.29%)
  • साक्षरता दर – 65.05%
    • पुरुष साक्षरता – 75.80%
    • महिला साक्षरता – 52.74%
  • जनसंख्या घनत्व – 308
  • लिंगानुपात – 879
  • जनसंख्या वृद्धि दर – 29.43%
  • हिन्दू जनसंख्या – 9,55,372 (96.33%)
  • मुस्लिम जनसंख्या – 34,559 (3.48%)

Population Source – census2011.co.in

चित्रकूट के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Chitrakoot)

  • धार्मिक स्थल – धारकुंडी, कामदगिरी, गणेशबाग, भरत कूप, राजापुर, सीतापुर, सती अनुसूया
  • प्रसिद्ध स्थल – कालिंजर  किला ,गुप्त गोदावरी
  • उद्योग – लकड़ी के खिलौने निर्मित

Notes –

  • चित्रकूट एक प्राकृतिक स्थान है जो प्राकृतिक दृश्यों के साथ साथ अपने आध्यात्मिक महत्त्व के लिए प्रसिद्ध है।
  • प्राचीन काल से चित्रकूट क्षेत्र ब्रह्मांडीय चेतना के लिए प्रेरणा का एक जीवंत केंद्र रहा है। हजारों भिक्षुओं, साधुओं और संतों ने यहाँ उच्च आध्यात्मिक स्थिति प्राप्त की है और अपनी तपस्या, साधना, योग, तपस्या और विभिन्न कठिन आध्यात्मिक प्रयासों के माध्यम से विश्व पर लाभदायक प्रभाव डाला है।
  • हिंदू आस्था के अनुसार, प्रयागराज (आधुनिक नाम- इलाहाबाद) को सभी तीर्थों का राजा माना गया है; किन्तु चित्रकूट को उससे भी ऊंचा स्थान प्रदान किया गया है।
  • ऐसी भी मान्यता है कि प्रयागराज प्रत्येक वर्ष पयस्वनी में स्नान करके अपने पापों को धोने के लिए आते हैं।
  • चित्रकूट का पहला ज्ञात उल्लेख वाल्मीकि रामायण में है, जो पहले सबसे पहले कवि द्वारा रचित सबसे पहला महाकाव्य माना जाता है।
  • उत्तर प्रदेश में 6 मई 1997 को बाँदा जनपद से काट कर छत्रपति शाहू जी महाराज नगर के नाम से नए जिले का सृजन किया गया। कुछ समय बाद, 4 सितंबर 1998 को जिले का नाम बदल कर चित्रकूट कर दिया गया।

 

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महोबा जनपद (Mahoba District)

महोबा जनपद का परिचय (Introduction of Mahoba District)

महोबा की स्थिति (Location of Mahoba)

  • मुख्यालय – महोबा 
  • पुराना नाम व उपनाम – महोत्सव नगर 
  • मंडल – चित्रकूट
  • स्थापना – 11 फरवरी, 1995
  • क्षेत्रफल – 2884 वर्ग किमी 
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में – मध्यप्रदेश राज्य 
    • पश्चिम में झाँसी
    • उत्तर में – हमीरपुर
    • दक्षिण में – मध्यप्रदेश राज्य 
  • राष्ट्रीय राजमार्ग NH-086, NH-076

महोबा की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Mahoba)

  • विधानसभा क्षेत्र – 5 (चरखारी, महोबा, कबरई, कुलपहाड़, खरेला )
  • लोकसभा सीट – 1 (महोबा)
  • तहसील – 3 (चरखारी, महोबा, कुलपहाड़)
  • विकासखंड (ब्लाक)   4 (कबरई, चरखारी, जैतपुर, पनवाड़ी)
  • कुल ग्राम 521
  • कुल ग्राम पंचायत 273
  • नगर पालिका परिषद –2 (चरखारी, महोबा )
  • नगर पंचायत – 3 (कबरई, खरेला, कुलपहाड)

महोबा की जनसंख्या (Population of Mahoba)

  • जनसंख्या – 8,75,958
    • पुरुष जनसंख्या – 4,66,358
    • महिला जनसंख्या – 4,09,600
  • शहरी जनसंख्या – 1,85,381 (21.16%)
  • ग्रामीण जनसंख्या – 6.90,577 (78.84%) 
  • साक्षरता दर – 65.27%
    • पुरुष साक्षरता – 75.83%
    • महिला साक्षरता – 53.22%
  • जनसंख्या घनत्व – 279
  • लिंगानुपात – 878
  • जनसंख्या वृद्धि दर –23.64% 
  • हिन्दू जनसंख्या – 8,15,142 (93.06%)
  • मुस्लिम जनसंख्या – 57,454 (6.56%)
  • इस्लाम जनसंख्या – 965 (0.11 %)

Population Source – census2011.co.in

महोबा के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Mahoba)

  • तीर्थ स्थल – जैन तीर्थंकर, चंडिका देवी, शिव तांडव
  • उद्योग – गौरा पत्थर, स्टोरेज बैटरी, रेडी-मेड गारमेंट्स, जूता और चमड़ा उत्पाद, खाद्य प्रसंस्करण
  • अभयारण्य – विजयासागर पक्षीविहार 

Notes –

  • महोबा बुंदेलखंड क्षेत्र में भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश में स्थित एक शहर है।
  • महोबा का नाम महोत्सव नगर से आता है, अर्थात महान त्योहारों का शहर। बार्डिक परंपरा शहर के तीन अन्य नामों को संरक्षित करती है: केकेईपुर, पाटनपुर और रतनपुर।
  • यहां पर गोखार पहाड़ी पर पवित्र राम-कुंड और सीता-रसोई गुफा का अस्तित्व राम के दौरे के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण माना जाता है, जिन्होंने चित्रिकूट में 14 साल के निर्वासन में व्यापक रूप से इस पहाड़ी क्षेत्र का कष्ट निवारण किया।
  • जनश्रुति है कि चन्देलों के आदिपुरुष चंद्रवर्मा ने यहाँ महोत्सव किया था, जिससे इस स्थान का नाम महोत्सवपुर या उससे बिगड़ कर महोबा हुआ।
  • महोबा अपने पान (बेटेल पत्ती) के लिए भी प्रसिद्ध है।

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हमीरपुर जनपद (Hamirpur District)

हमीरपुर जनपद का परिचय (Introduction of Hamirpur District)

हमीरपुर की स्थिति (Location of Hamirpur)

  • मुख्यालय – हमीरपुर 
  • पुराना नाम व उपनाम – जोजक भक्ति 
  • मंडल –चित्रकूट धाम 
  • क्षेत्रफल – 4,021 वर्ग किमी 
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में – बाँदा
    • पश्चिम में झाँसी, जालोन
    • उत्तर में – कानपूर नगर, फतेहपुर
    • दक्षिण में – महोबा, मध्यप्रदेश राज्य 
  • राष्ट्रीय राजमार्ग NH-086, NH-076
  • नदियाँ – बेतवा, यमुना
  • परियोजनाएँ बेतवा नहर, रानी लक्ष्मीबाई नहर , धसान नहर, सपरार, अर्जुन बाँध नहर, मौदहा बाँध नहर, ललितपुर बाँध नहर

हमीरपुर की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Hamirpur)

  • विधानसभा क्षेत्र – 2 (हमीरपुर, राठ)
  • लोकसभा सीट – 1 (हमीरपुर)
  • तहसील – 4 (हमीरपुर, मौदहा, राठ, सरीला)
  • विकासखंड (ब्लाक)   7 (गोहाण्ड, कुरारा, मौदहा, मुस्करा, राठ, सरीला, सुमेरपुर)
  • कुल ग्राम – 617
  • कुल ग्राम पंचायत – 339 
  • नगर पालिका परिषद 3 (हमीरपुर, मौदहा, राठ)
  • नगर पंचायत 4 (कुरारा, सुमेरपुर, गोहांड, सरीला)

हमीरपुर की जनसंख्या (Population of Hamirpur)

  • जनसंख्या – 11,04,285
    • पुरुष जनसंख्या – 5,93,537 
    • महिला जनसंख्या – 5,10,748
  • शहरी जनसंख्या – 2,09,848 (19.00%)
  • ग्रामीण जनसंख्या – 8,94,437 (81.00%)
  • साक्षरता दर – 68.77%
    • पुरुष साक्षरता – 79.76% 
    • महिला साक्षरता – 55.95%
  • जनसंख्या घनत्व – 275
  • लिंगानुपात – 861
  • जनसंख्या वृद्धि दर – 5.80%
  • हिन्दू जनसंख्या – 10,10,014 (91.46%)
  • मुस्लिम जनसंख्या – 91,269 (8.26%)
  • इस्लाम जनसंख्या – 814 (0.07%)

Population Source – census2011.co.in

हमीरपुर के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Hamirpur)

  • धार्मिक स्थल – मेहर, चौरा देवी, संगमाहेश्वर धाम मंदिर
  • प्रसिद्ध स्थल – कल्प वृक्ष 
  • उद्योग जूता एवं चमड़ा, रेडीमेड गारमेंट्स, संभार तंत्र, धातु, स्टील
  • अभयारण्य – विजयसागर पक्षी विहार 

Notes –

  • हमीरपुर का इतिहास कटोच वंश के साथ जुड़ा हुआ है जिनका प्राचीन काल में रावी और सतलुज नदियों के बीच के क्षेत्र पर शासन था।
  • “पुराणों” और पाणिनी की “अष्टाध्यई” के अनुसार महाभारत काल के दौरान, हमीरपुर पुराने जालंधर-त्रिगर्त साम्राज्य का एक हिस्सा था। पाणिनी ने इस राज्य के लोगों को महान योद्धाओं और सेनानियों के रूप में संदर्भित किया।
  • राजा हमीर चंद ने हमीरपुर में किले का निर्माण किया और उन्हीं के नाम पर वर्तमान शहर का नाम हमीरपुर पड़ा । 
  • राजा संसार चंद – द्वितीय का समय हमीरपुर के लिए स्वर्णिम काल रहा। उन्होंने ‘सुजानपुर टिहरा’ को अपनी राजधानी बनाया और इस जगह पर महलों और मंदिरों का निर्माण करवाया। 
  • हमीरपुर जिला उत्तर प्रदेश राज्य के चित्रकूट धाम मण्डल का एक हिस्सा है।
  • 2011 की जनगणना के अनुसार यह महोबा और चित्रकूट के बाद उत्तर प्रदेश का तीसरा सबसे कम जनसंख्या वाला है जिला है।

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बांदा जनपद (Banda District)

बांदा जनपद का परिचय (Introduction of Banda District)

बांदा की स्थिति (Location of Banda)

  • मुख्यालय – बाँदा
  • पुराना नाम व उपनाम – बुन्देलखण्ड
  • मंडल – चित्रकूट
  • क्षेत्रफल – 4,408 वर्ग किमी. 
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में – चित्रकूट
    • पश्चिम में हमीरपुर
    • उत्तर में – फतेहपुर
    • दक्षिण में – मध्य प्रदेश राज्य 
  • राष्ट्रीय राजमार्ग NH-232, NH-076
  • नदियाँ –  यमुना, केन
  • परियोजनाएँ – केन नहर 

बांदा की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Banda)

  • विधानसभा क्षेत्र – 4 (बाँदा, तिन्दवारी, बबेरु, नरैनी )
  • लोकसभा सीट – 1 (बाँदा)
  • तहसील – 5 (बाँदा, पैलानी, बबेरु, अतर्रा, नरैनी)
  • विकासखंड (ब्लाक)  –8 (बड़ोखर खुर्द, महुआ, बबेरु, बिसण्डा, कमासिन, जसपुरा,नरैनी, तिन्दवारी)
  • कुल ग्राम 761
  • कुल ग्राम पंचायत 471
  • नगर पालिका परिषद –2 (बाँदा, अतर्रा नगर)
  • नगर पंचायत – 6 (मटौध, तिन्दवारी, बबेरु, नरैनी, ओरन, विसण्डा)

बांदा की जनसंख्या (Population of Banda)

  • जनसंख्या – 17,99,410
    • पुरुष जनसंख्या – 9,65,876 
    • महिला जनसंख्या – 8,33,534
  • शहरी जनसंख्या – 2,75,755 (15.32%)
  • ग्रामीण जनसंख्या – 15,23,655 (84.68%)
  • साक्षरता दर – 66.67%
    • पुरुष साक्षरता – 77.78%
    • महिला साक्षरता – 53.67%
  • जनसंख्या घनत्व – 408
  • लिंगानुपात – 863
  • जनसंख्या वृद्धि दर – 17.05%
  • हिन्दू जनसंख्या – 16,37,549 (91.00%) 
  • मुस्लिम जनसंख्या – 1,57,612 (8.76%)

Population Source – census2011.co.in

बांदा के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Banda)

  • धार्मिक स्थल – बामदेव ऋषि, महेश्वरी देवी 
  • प्रसिद्ध स्थल – भूरागढ़ फोर्ट, नवाब टैंक बांदा, कालिंजर  का किला 
  • उद्योग शज़र पत्थर, खाद्य प्रसंस्करण
  • अभयारण्य – रानीपुर वन्यजीव विहार 

Notes –

  • बांदा क्षेत्र के सबसे पहले ज्ञात पारंपरिक शासक यायात्री थे जिनके सबसे बड़े पुत्र यदु को यह क्षेत्र विरासत में मिला था, बाद में उनकी संतानों द्वारा इसका नाम चेदि-देश रखा गया।
  • कालिंजर के नाम से जानी जाने वाली एक पहाड़ी है जिसे पवित्र माना जाता है और वेदों में उल्लेख किया गया है कि तपस्या-स्थान या स्थानों में से एक को भक्ति की प्रथाओं के अनुकूल माना जाता है।
  • बामदेव, वह महान ऋषि, जिनसे इस जिले का नाम बाम्दा (बाद में बांदा) पड़ा, इस क्षेत्र में रहते थे।
  • यह भी माना जाता है कि भगवान राम ने अपने निर्वासन के 14 में से 12 साल चित्रकूट में बिताए हैं, जो कुछ साल पहले तक बांदा का हिस्सा था।
  • कहा जाता है कि प्रसिद्ध कालिंजर-पहाड़ी (कलंजराद्री) का नाम स्वयं भगवान शिव से लिया गया है, जो कालिंजर के मुख्य देवता हैं जिन्हें आज भी नीलकंठ कहा जाता है।
  • नवंबर 1929 में, महात्मा गांधी ने बांदा का दौरा किया।

 

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अमेठी जनपद (Amethi District)

अमेठी जनपद का परिचय (Introduction of Amethi District)

अमेठी की स्थिति (Location of Amethi)

  • मुख्यालय – गौरीगंज
  • पुराना नाम व उपनाम – छत्रपति शाहूजी महाराज नगर 
  • मंडलफैजाबाद
  • स्थापना 1 जुलाई, 2010
  • क्षेत्रफल – 2329.11 वर्ग कि.मी.
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में – सुल्तानपुर
    • पश्चिम में रायबरेली
    • उत्तर में – बाराबंकी एवं फौजाबाद
    • दक्षिण में – प्रतापगढ़
  • राष्ट्रीय राजमार्ग NH-330A, NH-232
  • नदियाँ – मनोरमा नदी

अमेठी की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Amethi)

  • विधानसभा क्षेत्र – 4 (अमेठी, तिलोई, गौरीगंज, जगदीशपुर)
  • लोकसभा सीट – 1 (अमेठी)
  • तहसील – 4 (गौरीगंज, अमेठी, मुसाफिरखाना, तिलोई)
  • विकासखंड (ब्लाक)   13 (अमेठी, गौरीगंज, मुसाफिरखाना, तिलोई, जगदीशपुर, बाज़ार शुकुल, भेटुआ, भादर, संग्रामपुर,  शाहगढ़, जामो, सिंहपुर, बहादुरपुर)
  • कुल ग्राम 1,000
  • कुल ग्राम पंचायत 682
  • नगर पालिका परिषद 2 (गौरीगंज, जायस)
  • नगर पंचायत 2 (मुसाफिरखाना, अमेठी)

अमेठी की जनसंख्या (Population of Amethi)

  • जनसंख्या – 18,67,678
    • पुरुष जनसंख्या – 9,45,235 
    • महिला जनसंख्या – 9,22,443
  • साक्षरता दर – 63.8%
  • जनसंख्या घनत्व – 769
  • लिंगानुपात – 975

Population Source – census2011.co.in

अमेठी के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Amethi)

  • धार्मिक स्थल – मालिक मोहम्मद जायसी, नंदमहर धाम, पाटेश्वरी देवी, गढ़ामाफी धाम, सती महारानी मंदिर
  • उद्योग मूंज, उर्वरक, सीमेंट, इलेक्ट्रानिक

Notes –

  • अमेठी उत्तर प्रदेश का 72वां जिला है जिसे मायावती सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर 1 जुलाई 2010 को अस्तित्व में लाया गया था।इसे रायपुर-अमेठी भी कहा जाता है।
  • कोरवा अमेठी में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की एक इकाई है जो भारतीय वायु सेना के लिए विमान बनाती है।
  • अमेठी रियासत का इतिहास एक हजार वर्ष से भी पुराना है।
  • राजा सोढ़ देव ने तुर्कों के आक्रमण के दौरान 966 ई. में इस रियासत की स्थापना की थी। राजा सोढ़ देव ने 966 ई. से 1007 ई. तक रियासत पर शासन किया। 
  • अंग्रेजों ने अमेठी रियासत के विलय का भी प्रयास किया, जिसमें वे असफल रहे। 1842 में राजा विशेषवर बख्श सिंह की मौत हो गई। उनकी मौत के बाद रानी पति के मृत शरीर को गोद में लेकर सती हो गईं। मान्यता के अनुसार आज भी क्षेत्र की महिलाएं प्रत्येक गुरुवार को सती महारानी मंदिर पर दुरदुरिया का आयोजन कर सुहागिन रहने का आशीर्वाद मांगती हैं।

 

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हापुड़ जनपद (Hapura District)

हापुड़  जनपद का परिचय (Introduction of Hapura District)

हापुड़  की स्थिति (Location of Hapura)

  • मुख्यालय – हापुड़ 
  • पुराना नाम व उपनाम – पंचशील नगरी, हरिपुर
  • मंडल – मेरठ
  • स्थापना 28 सितंबर, 2011
  • क्षेत्रफल – 660 वर्ग किमी.
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में –  अमरोहा
    • पश्चिम में गाजियाबाद
    • उत्तर में – मेरठ 
    • दक्षिण में – बुलन्दशहर, गौतमबुद्ध नगर 
  • राष्ट्रीय राजमार्ग NH-24
  • नदियाँ – गंगा नदी

हापुड़  की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Hapura)

  • विधानसभा क्षेत्र – 3 (धौलाना, हापुड़, गढ़)
  • लोकसभा सीट – 1 (हापुड़)
  • तहसील – 3 (गढमुक्टेशवर, धौलाना, हापुङ)
  • विकासखंड (ब्लाक)   4 (गढमुक्टेश्वर, धौलाना, सिभ्भावली, हापुड)
  • कुल ग्राम 352
  • कुल ग्राम पंचायत   272
  • नगर पालिका परिषद 3 (हापुड, गढमुक्तेश्वर, पिलखुवा)
  • नगर पंचायत – 1 (बाबूगढ)

हापुड़  की जनसंख्या (Population of Hapura)

  • जनसंख्या – 13,38,311
    • पुरुष जनसंख्या – 708,910
    • महिला जनसंख्या – 629,401
  • शहरी जनसंख्या – 409,747 (30.6%)
  • ग्रामीण जनसंख्या – 928,564 (69.4%)
  • साक्षरता दर – 72.3%
  • जनसंख्या घनत्व – 1,198
  • लिंगानुपात – 863

Population Source – census2011.co.in

हापुड़  के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Hapura)

  • तीर्थ स्थल गढमुक्‍तेश्‍वर
  • प्रसिद्ध स्थल बृजघाट
  • उद्योग होम फर्निशिंग उद्योग, स्टील उद्योग, कागज उद्योग, लेमिनेटेड उत्पाद, चावल एवं चीनी मिलें

Notes –

  • तत्कालीन मुख्यमंत्री कुमारी मायावती ने 28 सितंबर 2011 को हापुड़ को पंचशील नगर नाम से एक जिला के रूप में घोषित किया।
  • जुलाई 2012 मे मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने इसका नाम बदलकर ‘हापुड़ जिला’ रखा।
  • इसे पहले ‘हरिपुर’ के नाम से जाना जाता था।

 

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संभल जनपद (Sambhal District)

संभल जनपद का परिचय (Introduction of Sambhal District)

संभल की स्थिति (Location of Sambhal)

  • मुख्यालय – पवांसा 
  • पुराना नाम व उपनाम – भीमनगर
  • मंडल – मुरादाबाद
  • स्थापना 28 सितंबर, 2011
  • क्षेत्रफल – 2453.30 वर्ग किमी
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में – बदायूं
    • पश्चिम में बुलंदशहर
    • उत्तर में – अमरोहा, मुरादाबाद एवं रामपुर
    • दक्षिण में – अलीगढ़
  • राज्य राजमार्ग SH-18, SH-43, SH-51
  • नदियाँ – गंगा नदी 

संभल की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Sambhal)

  • विधानसभा सीट – 4 (बिलारी, चन्दौसी (एस सी), असमोली, सम्भल) 
  • लोकसभा सीट – 1 (सम्भल) 
  • तहसील – 3 (सम्भल, चन्दौसी, गुन्नौर)
  • विकासखंड 8 (सम्भल, असमोली, पंवासा, बनियाखेरा, बहजोई, रजपुरा, जुनवाई, गुन्नौर)
  • कुल ग्राम 1,022
  • कुल ग्राम पंचायत 556
  • नगर पालिका परिषद  – 3 (बहजोई, सम्भल, चन्दौसी)

संभल की जनसंख्या (Population of Sambhal)

  • कुल जनसंख्या – 21,92,933
    • पुरुष जनसंख्या –  11,61,093 
    • महिला जनसंख्या – 10,31,840
  • साक्षरता दर – 55%
  • जनसंख्या घनत्व – 890
  • लिंगानुपात – 889 

Population Source – census2011.co.in

संभल के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Sambhal)

  • धार्मिक स्थल – कैला देवी, बाबरी मस्जिद
  • उद्योग – रासायनिक उद्योग, तेल उद्योग (मेंथा), चीनी मिल

Notes –

  • सतयुग में सम्भल का नाम सत्यव्रत था, त्रेता में महदगिरि, द्वापर में पिंगल और कलयुग में सम्भल है।
  • सम्भल में रेलवे स्टेशन पर मुग़ल सम्राट बाबर द्वारा बनवाई गई “बाबरी मस्जिद” भी है।
  • यहाँ ऐसी पौराणिक मान्यता है कि कलियुग में कल्कि अवतार शंबल नामक ग्राम में होगा। लोक मान्यता में सम्भल को ही शंबल माना जाता है।
  • बाबर ने हुमायूँ को संभल की जागीर दी लेकिन वहाँ वह बीमार हो गया, अतः आगरा लाया गया। इस प्रकार बाबर के बाद हुमायूँ ने साम्राज्य को भाइयों में बाँट दिया और सम्भल अस्करी को मिला।
  • यह प्राचीन शहर एक समय महान चौहान सम्राट पृथ्वीराज चौहान की राजधानी भी था व संभवतः यह वहीं है जहाँ वह अफगानियों द्वारा द्वितीय युद्ध में मारे गए।

 

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शामली जनपद (Shamli District)

शामली जनपद का परिचय (Introduction of Shamli District)

शामली की स्थिति (Location of Shamli)

  • मुख्यालय – शामली
  • पुराना नाम व उपनाम –  प्रबुद्धनगर 
  • मंडल –  सहारनपुर
  • स्थापना 28 सितम्बर, 2011
  • क्षेत्रफल – 1167.58 वर्ग किमी 
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में –  मुज्जफरनगर
    • पश्चिम में हरयाणा राज्य 
    • उत्तर में – सहारनपुर
    • दक्षिण में – बाघपथ
  • राष्ट्रीय राजमार्ग NH-709A, NH-709B

शामली की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Shamli)

  • विधानसभा क्षेत्र – 3 (कैराना, थानाभावन, शामली)
  • लोकसभा सीट – 1 (कैराना)
  • तहसील – 3 (शामली, कैराना, उन)
  • विकासखंड (ब्लाक)   5 (शामली, थानाभवन, कांधला, कैराना, उन)
  • कुल ग्राम   322
  • कुल ग्राम पंचायत 230
  • नगर पालिका परिषद 3(कांधला, शामली, कैराना)
  • नगर पंचायत 7

शामली की जनसंख्या (Population of Shamli)

  • जनसंख्या –  13,13,650
    • पुरुष जनसंख्या – 6,99,390 
    • महिला जनसंख्या –  6,14,260
  • साक्षरता दर – 53.89%
  • जनसंख्या घनत्व – 1,125
  • लिंगानुपात – 878

Population Source – census2011.co.in

शामली के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Shamli)

  • धार्मिक स्थल – हनुमान मंदिर, जैन मंदिर (जलालाबाद), पीर बिदौली(झिंझाना)
  • उद्योग रिम-धुरा उद्योग, चीनी मिल एवं डिस्टिलरी, पेपर मिल, रोलिंग मिल एवं स्टील इकाइयां, रासायनिक इकाइयां, फार्मास्यूटिकल्स इकाइयां, कृषि उपकरण इकाइयां, आटा मिल/बेसन इकाइयां/खाद्य इकाइयां, कास्टिंग इकाइयां, स्टील एवं एल्यूमीनियम बर्तन उद्योग, प्लास्टिक एवं रबर उद्योग, डिस्पोज़ल प्लास्टिक क्रॉकरी, पशु-चारा उद्योग, किचन सामग्री उद्योग, पैकेजिंग उद्योग, विद्युत उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण

Notes –

  • शामली पहले प्रबुद्धनगर जिले के नाम से अस्तित्व में आया था।
  • पौराणिक कथा के अनुसार, द्वापर युग मे कुरुक्षेत्र युद्ध मे हस्तिनापुर से जाते समय श्रीकृष्ण ने हनुमान धाम मे विश्राम किया था एवं पुराने कुवें का शीतल जल ग्रहण किया था। कुछ कथाओं के अनुसार यह नगर कुन्तीपुत्र भीमसेन के द्वारा बसाया गया था।
  • प्राप्त सबूतों के अनुसार, मराठा सेनानियों ने इस जगह को अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई मे अपनी छावनी के रूप मे प्रयोग किया था।
  • स्वतंत्रता सेनानियों ने इसे अपने छिपने के लिए एक सुरक्षित जगह माना था।
  • अंग्रेजी सत्ता के समय स्वतंत्रता सेनानियों ने “पुरानी तहसील” को जलाकर 1857 की क्रांति का उद्घोष किया था एवं अपनी क़ुर्बानी दी थी।

 

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बाराबंकी जनपद (Barabanki District)

बाराबंकी जनपद का परिचय (Introduction of Barabanki District)

बाराबंकी की स्थिति (Location of Barabanki)

  • मुख्यालय – नवाबगंज (बाराबंकी)
  • पुराना नाम व उपनाम – पूर्वांचल का प्रवेश द्वार, देवा नगरी 
  • मंडल – फौजाबाद 
  • क्षेत्रफल – 4,402 वर्ग किमी 
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में फौजाबाद
    • पश्चिम में सीतापुर
    • उत्तर में – बहराइच एवं गोंडा
    • दक्षिण में अमेठी एवं रायबरेली
  • राष्ट्रीय राजमार्ग NH-28C, NH-056, NH-028
  • नदियाँ घाघरा, गोमती, कल्याणी
  • परियोजनाएँ – शारदा नहर

बाराबंकी की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Barabanki)

  • विधानसभा क्षेत्र – 5 (बाराबंकी, हैदरगढ़, राम नगर, दरियाबाद, कुर्सी)
  • लोकसभा सीट – 2 (दरियाबाद, रुदौली(आंंशिक))
  • तहसील – 6 (नवाबगंज, फतेहपुर, रामसनेही घाट, हैदरगढ़, रामनगर, सिरौली ग़ौसपुर)
  • विकासखंड (ब्लाक)   15 (बंकी, मसौली, देवा, हरख, फतेहपुर, हैदरगढ़, दरियाबाद, सूरतगंज, सिद्धौर, पूरे डलई, निन्दूरा, त्रिवेदीगंज, रामनगर, सिरौली, ग़ौसपुर, बनीकोडर)
  • कुल ग्राम 1,845
  • कुल ग्राम पंचायत 1,169
  • नगर पालिका परिषद 2 (बाराबंकी, नवाबगंज)
  • नगर पंचायत – 12

बाराबंकी की जनसंख्या (Population of Barabanki)

  • जनसंख्या – 32,60,699
    • पुरुष जनसंख्या – 17,07,073
    • महिला जनसंख्या – 15,53,626
  • शहरी जनसंख्या – 3,30,803 (10.15%)
  • ग्रामीण जनसंख्या – 29,29,896 (89.85%)
  • साक्षरता दर – 61.75%
    • पुरुष साक्षरता – 70.27% 
    • महिला साक्षरता – 52.34%
  • जनसंख्या घनत्व – 741
  • लिंगानुपात – 910
  • जनसंख्या वृद्धि दर – 21.96%
  • हिन्दू जनसंख्या – 25,05,444 (76.84%)
  • मुस्लिम जनसंख्या – 7,37,106 (22.61%)
  • इस्लाम जनसंख्या – 4,857 (0.15%)

Population Source – census2011.co.in

बाराबंकी के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Barabanki)

  • धार्मिक स्थल – परिजात वृक्ष, देवा शरीफ, महादेव 
  • प्रसिद्ध स्थल – सिधपुरा 
  • उद्योग बोतलें बनाने के कारखाने, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, चीनी मिल, कृषि आधारित उद्योग, कताई मिल, चावल मिल, तेल मिल, टेराकोटा, चिकनकारी, कालीन व दरी, जरदोज़ी, फैशन फ़िटिंग्स

Notes –

  • बाराबंकी जिले को ‘पूर्वांचल के प्रवेश द्वार’ के रूप में भी जाना जाता है, जिसे कई संतों और साधुओं की तपस्या स्थली होने का गौरव प्राप्त है।
  • बाराबंकी जिला का मुख्यालय दरियाबाद में 1858 ई. तक था, जिसे बाद में 1859 ई. में नवाबगंज में स्थानांतरित कर दिया गया था, जो बाराबंकी का दूसरा लोकप्रिय नाम भी है।
  • महाभारत युग के दौरान, यह ‘गौरव राज्य’ का हिस्सा था और भूमि के इस हिस्से को कुरुक्षेत्र नाम से जाना जाता था।
  • जिला बाराबंकी को दारियाबाद के नाम से जाना जाता था, जिसका मुख्यालय दारियाबाद शहर था,  जिसे मोहम्मद शाह शारिकी की सेना के एक अधिकारी दरिआब खां द्वारा स्थापित किया गया था। यह 1858 ई. तक जिला मुख्यालय बना रहा। 1859 ई. में जिला मुख्यालय को नवाबगंज में स्थानांतरित कर दिया गया था जिसे अब बाराबंकी कहा जाता है।

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