Palaeolithic Culture in Madhya Pradesh

मध्यप्रदेश की पुरापाषाण कालीन संस्कृति (Lower Palaeolithic Culture of Madhya Pradesh)

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विभिन्न स्थानों के उत्खनन और खोज से बहुत सी पाषाणयुगीन (Stone Age) सांकृतियाँ, जैसे निम्न पुरापाषाण कालीन (Lower Palaeolithic Age), मध्य पुरापाषाण कालीन (Middle Palaeolithic Age), उत्तर पुरापाषाण कालीन मध्य पाषाण कालीन, नवपाषाण कालीन व ताम्रपाषाण के साथ प्रारंभिक लौह-युग के स्थल भी प्रकाश में आए हैं। 

मध्य प्रदेश की निम्न पुरापाषाण कालीन संस्कृति (Lower Palaeolithic Culture of Madhya Pradesh) 

नर्मदा घाटी में पुरापाषाण कालीन संस्कृति (Palaeolithic Culture in Narmada Valley)

  • 1878 ई. में एक पूर्वपाषाण कालीन उपकरण, स्तनपायी जानवर के जीवाश्म के साथ भुतरा में पाया गया। 
  • 1935 ई. में डी. टेरा और पीटरसन द्वारा घाटी का सर्वेक्षण किया गया और जीवाश्मों, उपकरणों व स्तर-विज्ञान द्वारा पाए गये प्रमाणों में परस्पर संबंध स्थापित करने के प्रयास किये गये। 
  • होशंगाबाद और नरसिंहपुर के बीच की मध्य नर्मदा घाटी जीवाश्मों के विषय में बहुत ही समृद्ध प्रमाणित हुई है। इन जीवाश्मों को मध्य प्लीस्टोसीन काल का माना जाता है, यद्यपि इनके संरक्षण और खनिजीकरण की स्थितियाँ, इनमें से कुछ नमूनों को उच्च प्लीस्टोसीन का बताती हैं। 
  • सीहोर जिले में हथनोरा से प्राप्त नर्मदा-मानव की खोपड़ी के जीवाश्म की खोज पुरातत्त्व में एक नये युग का निर्माण करने वाली खोज सिद्ध हुई है।
  • महादेव पिपरिया के उत्खनन में सुपेकर ने 860 उपकरण इक्ट्ठे किये।
  • 400 से भी अधिक पुरापाषाण कालीन उपकरण सहस्रधारा और मंडलेश्वर के बीच, महेश्वर से संग्रहित किये गये। 
  • महेश्वर के दुकाडीनाला से जार्ज अरमोंड ने एक प्रायोगिक उत्खनन के दौरान 1100 से भी अधिक उपकरण संग्रह किये।

चम्बल घाटी में पुरापाषाण कालीन संस्कृति (Palaeolithic Culture in Chambal Valley)

एक अनजान भू-गर्भशास्त्री ने चम्बल घाटी के नीमच में ग्रे क्वार्टज़ाइट (Grey Quartzite) ‘बाऊचर’ की खोज सबसे पहले की। बाद में V. M. वाकणकर ने मंदसौर में बहुत से पुरापाषाण कालीन उपकरण खोजे। A. P. खत्री ने शिवना का सूक्ष्म सर्वेक्षण किया और मंदसौर और नाहरगढ़ में क्रमश: रामघाट और श्मशानघाट नामक दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों की खोज की जहाँ उन्हें पुरापाषाण कालीन उपकरण मिले। निचली चम्बल घाटी में खोज के दौरान, S. K. श्रीवास्तव को निम्न और मध्य पुरापाषाण कालीन उपकरण मिले। 

बेतवा घाटी में पुरापाषाण कालीन संस्कृति (Paleolithic Culture in the Betwa valley)

  • सिंह और खत्री द्वारा किये गये बेतवा घाटी के सर्वेक्षण के दौरान पुरापाषाण कालीन उपकरण, ललितपुर क्षेत्र में पाये गये हैं।

सोनार घाटी में पुरापाषाण कालीन संस्कृति (Palaeolithic Culture in Sonar valley)

  • R. B. जोशी द्वारा सोनार, कोपरा और ब्यारामा की घाटियों में की गई खोज के दौरान तीनों युगों के उपकरण मिले हैं। 

सोन घाटी में पुरापाषाण कालीन संस्कृति (Palaeolithic Culture in Son Valley)

  • निसार अहमद द्वारा सोन घाटी में किये गये उत्खनन में पुरापाषाण काल के पुरावशेष 35 स्थानों पर मिले हैं। 
  • G. R. शर्मा और डेसमंड क्लार्क द्वारा मध्य सोन घाटी में भूगर्भ पुरातात्विक खोज के दौरान बहुत से पाषाणकालीन स्थल और गुफाएं मिली हैं। 
  • सीधी जिले के बाघोर, घघरिया, नकझर खुर्द, पटपरा और सोहावल में भी उत्खनन किया गया है।

 

 

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