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National Bravery Award 2019

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2019 (National Bravery Award 2019)

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राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2019 (National Bravery Award 2019) की घोषणा 21 जनवरी 2020 को हुई, और राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 22 जनवरी 2020 को राष्‍ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार 2020 (राष्‍ट्रीय वीरता पुरस्‍कार) का वितरण किया। यह पुरस्कार भारतीय बाल कल्याण परिषद (ICCW – Indian Council for Child Welfare) द्वारा दिए जाते है। इस वर्ष 2019 में 22 बच्चों का चयन किया गया है। इनमें 10 लड़कियां हैं जबकि 12 लड़के। एक लड़के को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया।

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार (National Bravery Award) की शुरुआत वर्ष 1957 में भारतीय बाल कल्याण परिषद ने की थी। इस सम्‍मान के तौर पर एक पदक, प्रमाण पत्र और नकद राशि दी जाती है। इस पुरस्‍कार के तहत सामान्य सम्मान भी दिया जाता है। इसके अंतर्गत प्रत्येक को 20-20 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाती है। चयनित बच्चों को स्‍नातक तक वित्तीय सहायता मुहैया कराई जाती है। साथ ही इंजीनियरिंग व मेडिकल की शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति योजनाओं के माध्यम से वित्तीय सहायता का भी प्रावधान है।

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2019 (National Bravery Award 2019)

नाम व आयु  राज्य 
कमल कृष्णा दास (11) असम 
भामेरी निर्मलकर (12) छत्तीसगढ
कांति पैकरा (9) छत्तीसगढ
अलाईका (13) हिमाचल 
दासिर अशरफ (18) जम्मू कश्मीर
बेंकटेश (11) कर्नाटक
आरती किरण शेट (9) कर्नाटक
फतह पीके (13) केरल
लालियानसांगा (17) मिजोरम 
कैरोलिन मलसामतुआंगी (11) मिजोरम 
बनलालरियातरेंगा (13) मिजोरम
लारेंबम याईखोंबा मंगांग (8) मणिपुर
एवरब्लूम के. नोंगरम (11) मेघालय
जेन सदावरते (11) महाराष्ट्र 
आकाश मच्छिंद्रा खिल्लारे (15) महाराष्ट्र 

भारतीय बाल कल्याण परिषद ने पांच विशेष पुरस्कार घोषिए 

  • मार्कंडेय अवॉर्ड (Markandey Award) – उत्तराखंड की राखी (10) को दिया गया। उसने अपने 4 साल के भाई को तेंदुए से बचाया था। इस दौरान राखी को भी चोटें आई थीं।
  • ध्रुव अवॉर्ड (Dhruv Award) – ओडिशा की पूर्णिमा गिरि (16) और सबिता गिरि (15) को दिया गया। बोट के मगरमच्छों से भरी नदी में गिरने पर दोनों ने 12 लोगों को डूबने से बचाया था।
  • अभिमन्यु अवॉर्ड (Abhimanyu Award) – मोहम्मद मुशीन को मरणोपरांत दिया गया। उसने अपने तीन दोस्तों को उग्र समुद्र में बचाया था, हालांकि इस दौरान मुशीन की मौत हो गई थी।
  • प्रह्लाद अवॉर्ड (Prahlad Award) – एस. बदरा (10) को दिया गया। उसने ट्रेन दुर्घटना में दायां पैर गंवाने वाली अपनी दोस्त की मदद की थी। उसके साहस के बूते उसकी दोस्त की जिंदगी बच पाई थी।
  • श्रवण अवॉर्ड (Hearing Award) – जम्मू-कश्मीर के सरताज एम. मुगल को दिया गया। उसने अपने माता-पिता और बहन की जान बचाई थी। हमले के दौरान इनका घर ढह गया था।

 

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