लोकसभा नाम कार्यकाल पहली 1. गणेश वासुदेव मावलंकर 2. एम. ए. आयंगर 1952-1956 (निधन) 1956-1957 दूसरी एम. ए. आयंगर 1957-1962 तीसरी हुकुम सिंह 1962-1967 चौथी 1. नीलम संजीव रेड्डी 2.
संसदीय प्रक्रिया से सम्बन्धित विभिन्न शब्दों का सही अर्थ समझ लेना अत्यंत आवश्यक है। इनमें से कुछ के बारे में हम विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे। प्रश्नकाल (Question Hour) संसद के दोनों
भारत में विधि निर्माण प्रक्रिया बहुत ही विस्तृत है। किसी भी विधेयक को कानून बनने से पूर्व अनेक चरणों से गुजरना पड़ता है। साधारण तथा वित्तीय विधेयक की निर्माण प्रक्रिया
संसद अपने उत्तरदायित्व को निभाने के लिए अनेक समितियों की सहायता लेती है। यह समितियां सरकार की गतिविधियों पर निरन्तर तथा प्रभावी रूप से नियन्त्रण रखती हैं। इन समितियों के
संसद को अनेक प्रकार की शक्तियां प्राप्त हैं जिनमें प्रमुख इस प्रकार हैं। 1. संसद संघीय तथा समवर्ती सूची में दिए गए विषयों पर कानून बनाती है। यह राज्य सूची
राज्य सभा संसद का उच्च सदन है इसमें राज्यों के प्रतिनिधि सम्मिलित हैं। राज्य सभा के सदस्यों की अधिकतम सीमा 250 है इसमें से 238 राज्यों तथा संघीय क्षेत्रों से
संसद (The Parliament) संसद भारत की संघीय विधायिका है इसमें राष्ट्रपति तथा दो सदन लोकसभा व राज्यसभा सम्मिलित हैं। लोक सभा (Lok Sabha) लोक सभा भारतीय संसद का लोकप्रिय सदन
संसदीय कार्यपालिका (Parliamentary Executive) के अंतर्गत राष्ट्रपति राज्य का औपचारिक प्रधान होता है, इसकी वास्तविक शक्तियां केंद्रीय मंत्रीपरिषद में निहित होती है। मंत्रियों की तीन श्रेणियाँ हैं– कैबिनेट मंत्री (Cabinet
भारत के उप-प्रधानमंत्री पद के बारे में संविधान पूर्णतया मौन है भले ही संविधान लागू होने से आज तक सात व्यक्ति इस पद पर आसीन हो चुके हैं। प्रथम उप-प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री की नियुक्ति संविधान के में प्रधानमंत्री के निर्वाचन और नियुक्ति के लिए कोई विशेष प्रक्रिया नहीं दी गई है। अनुच्छेद 75 केवल इतना कहता है। कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की
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