सोनभद्र जनपद का परिचय (Introduction of Sonbhadra District)
सोनभद्र की स्थिति (Location of Sonbhadra)
- मुख्यालय – राबर्टस गंज
- पुराना नाम व उपनाम – पावर केपिटल ऑफ़ इंडिया
- मंडल – मिर्जापुर
- क्षेत्रफल – 6,788 वर्ग किमी
- सीमा रेखा
- पूर्व में – बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़
- पश्चिम में – मिर्जापुर एवं मध्य प्रदेश
- उत्तर में – मिर्जापुर एवं चंदौली
- दक्षिण में – छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-75E
- नदियाँ/नहरें – सोन नदी, रिहंद नहर, घाघरा नहर
- परियोजनाएँ – नगवा बाँध, रिहन्द बांध
सोनभद्र की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Sonbhadra)
- विधानसभा क्षेत्र – 4 (घोरावल, राबर्ट्सगंज, ओबरा, दुद्धी)
- लोकसभा सीट – 1 (सोनभद्र)
- तहसील – 3 (रॉबर्ट्सगंज, घोरावल, दुधि)
- विकासखंड (ब्लाक) – 8 (रॉबर्ट्सगंज, घोरावल, चतरा, नाग्वा, चोपन, बभनी, मयुरपुर, दुधि)
- कुल ग्राम – 1,441
- कुल ग्राम पंचायत – 637
- नगर पालिका परिषद – 1 (राबर्टस गंज)
- नगर पंचायत – 7 (चुर्क-घूर्मा, चोपन, घोरावल, ओबरा, दुद्धी, पिपरी, रेनुकूट)
सोनभद्र की जनसंख्या (Population of Sonbhadra)
- जनसंख्या – 18,62,559
- पुरुष जनसंख्या – 9,71,344
- महिला जनसंख्या – 8,91,215
- शहरी जनसंख्या – 3,14,342 (16.88%)
- ग्रामीण जनसंख्या – 15,48,217 (83.12%)
- साक्षरता दर – 64.03%
- पुरुष साक्षरता – 74.92%
- महिला साक्षरता – 52.14%
- जनसंख्या घनत्व – 270
- लिंगानुपात – 918
- जनसंख्या वृद्धि दर – 27.27%
- हिन्दू जनसंख्या – 17,38,769 (93.35%)
- मुस्लिम जनसंख्या – 1,03,567 (5.56%)
- इस्लाम जनसंख्या – 3,963 (0.21%)
Population Source – census2011.co.in
सोनभद्र के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Sonbhadra)
- धार्मिक स्थल – गोथानी शिव मंदिर, कुंड वासिनी धाम, अमिला भवानी धाम, पंच मुखी महादेव, शिवद्वार, ज्वालमुखी शक्तिपीठ
- प्रसिद्ध स्थल – अगोरी किला, विजयगढ़ किला, सोढरीगढ़ दुर्ग, साल्तान जीवाश्म पार्क
- उद्योग – ताप विद्युत घर, चीनी मिल
- अभयारण्य – महुअरिया कैमूर जीव विहार
Notes –
- सोनभद्र भारत का एकमात्र जिला है, जहां मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ झारखंड और बिहार के चार राज्य हैं।
- सोनभद्र जनपद राज्य के चरम दक्षिण-पूर्व में स्थित है।
- सोनभद्र जिला एक औद्योगिक क्षेत्र है और यहाँ पर बॉक्साइट, चूना पत्थर, कोयला, सोना आदि जैसे बहुत सारे खनिज पदार्थ उपलब्ध हैं।
- सोनभद्र को ऊर्जा की राजधानी कहा जाता है क्योंकि यहाँ बहुत सारी बिजली संयंत्र हैं।
- धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण रामायण और महाभारत के साक्ष्य के आधार पर, यहां मिले हुये सांस्कृतिक प्रतीक है।
- 11 वीं से 13 वीं शताब्दी के दौरान यह जिला दूसरा काशी के रूप में प्रसिद्ध था।
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