• श्रावस्ती जनपद का गठन दिनांक 22 मई, 1997 को हुआ था, दिनांक 13 जनवरी 2004 को शासन द्वारा इस जनपद का अस्तित्व समाप्त कर दिया गया था। पुनः माह जून 2004 को यह जनपद अस्तित्व मे आया है।
  • बोद्ध ग्रंथो के अनुसार अवत्थ श्रावस्ती नामक एक ऋषि यहाँ रहते थे, जिनके नाम के आधार पर इस नगर का नाम श्रावस्त पड़ गया था।
  • महाभारत के अनुसार श्रावस्ती नाम श्रावस्त नाम के एक राजा के नाम पड़ गया।
  • ब्राह्मण साहित्य, महाकाव्यों एवं पुराणों के अनुसार श्रावस्त का नामकरण श्रावस्त या श्रावास्तक के नाम के आधार पर हुआ था।
  • श्रावस्ती के प्राचीन इतिहास को प्रकार्ण मे लाने के लिए प्रथम प्रयास जनरल कनिघम ने किया।