प्रतापगढ़ जनपद का परिचय (Introduction of Pratapgarh District)
प्रतापगढ़ की स्थिति (Location of Pratapgarh)
- मुख्यालय – प्रतापगढ़
- पुराना नाम व उपनाम – बेला भवानी नगर, राजाओं का गढ़
- मंडल – इलाहाबाद
- क्षेत्रफल – 3730 वर्ग किमी.
- सीमा रेखा
- पूर्व में – जौनपुर
- पश्चिम में – रायबरेली एवं अमेठी
- उत्तर में – अमेठी एवं सुल्तानपुर
- दक्षिण में – कौशाम्ब एवं प्रयागराज
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-931, NH-24B, NH-231, NH-096, NH-056
- नदियाँ – गंगा, गोमती, सई, शारदा
- परियोजनाएँ – शारदा नहर
प्रतापगढ़ की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Pratapgarh)
- विधानसभा क्षेत्र – 6 (रानीगंज, रामपुर खास, कुण्डा, बिश्वनाथगंज, पट्टी, बाबागंज)
- लोकसभा सीट –
- तहसील – 5 (रानीगंज, सदर, कुंडा, लालगंज, पट्टी)
- विकासखंड (ब्लाक) – 17 (बाबागंज, बिहार, कालाकांकर, रामपुर संग्रामगढ़, सांगीपुर, लक्ष्मणपुर, मान्धाता, संदवा चन्द्रिका, आसपुर देवसरा, बाबा बेलखर नाथ धाम, मंगरौरा, शिवगढ़, गौरा, सदर, पट्टी, कुंडा, लालगंज)
- कुल ग्राम – 2265
- कुल ग्राम पंचायत – 1255
- नगर पालिका परिषद – 1 (बेला)
- नगर पंचायत – 8
प्रतापगढ़ की जनसंख्या (Population of Pratapgarh)
- जनसंख्या – 32,09,141
- पुरुष जनसंख्या – 16,06,085
- महिला जनसंख्या – 16,03,056
- शहरी जनसंख्या – 1,75,242 (5.46 %)
- ग्रामीण जनसंख्या – 30,33,899 (94.54 %)
- साक्षरता दर – 70.09%
- पुरुष साक्षरता – 81.88%
- महिला साक्षरता – 58.45%
- जनसंख्या घनत्व – 863
- लिंगानुपात – 998
- जनसंख्या वृद्धि दर – 17.50%
- हिन्दू जनसंख्या – 27,31,351 (85.11 %)
- मुस्लिम जनसंख्या – 4,52,394 (14.10 %)
- इसाई जनसंख्या – 3,920 (0.12 %)
Population Source – census2011.co.in
प्रतापगढ़ के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Pratapgarh)
- प्रसिद्ध स्थल – भक्ति धाम, घुस्मेश्वर नाथ धाम, बाबा भयहरण नाथ धाम
- उद्योग –खाद्य प्रसंस्करण आधारित, कृषि आधारित
- अभयारण्य – भीमराव आम्बेडकर पक्षीविहार
Notes –
- प्रतापगढ़, सन् 1858 में अस्तित्व में आया।
- प्रतापगढ़ को लोग बेल्हा भी कहते हैं, क्योंकि यहां बेल्हा देवी मंदिर है जो कि सई नदी के किनारे बना है।
- यहां के विधानसभा क्षेत्र पट्टी से ही देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने पदयात्रा के माध्यम से अपना राजनैतिक करियर शुरू किया था।
- रीतिकाल के श्रेष्ठ कवि आचार्य भिखारीदास और राष्ट्रीय कवि हरिवंश राय बच्चन की जन्मस्थली के नाम से भी जाना जाता है।
- यह जिला धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी कि जन्मभूमि और महात्मा बुद्ध की तपोस्थली है।
- स्थानीय राजा, राजा प्रताप बहादुर, जिनका कार्यकाल सन् 1628 से लेकर 1682 के मध्य था, उन्होने अपना मुख्यालय रामपुर के निकट एक पुराने कस्बे अरोर में स्थापित किया। जहाँ उन्होने एक किले का निर्माण कराया और अपने नाम पर ही उसका नाम प्रतापगढ़ (प्रताप का किला) रखा। धीरे-धीरे उस किले के आसपास का स्थान भी उस किले के नाम से ही जाना जाने लगा यानि प्रतापगढ़ के नाम से।
- जब 1858 में प्रतापगढ़ का पुनर्गठन किया गया तब इसका मुख्यालय बेल्हा में स्थापित किया गया जो अब बेल्हा प्रतापगढ़ के नाम से विख्यात है।
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