• प्रदेश सरकार ने 23 अप्रैल 1981 मे कानपुर जिले को ‘कानपुर नगर’  व ‘कानपुर देहात’ दो जिलों में विभक्त किया।
  • लगभग 150 वर्ष पहले परगना अकबरपुर, शाहपुर एवं अकबरपुर बीरबल के नाम से जाना जाता था।
  • सम्राट अकबर के दीवान शीतल शुक्ल का उल्लेख 1878 मे प्रकाशित एफ.एन.राइट की पुस्तक ‘स्टेस्टिकल डिस्क्रिप्टिव एण्ड हिस्टोरिक एकाउण्ट‘ में तथा माउण्ट गोमरी के गजेटियर मे उल्लेख है कि अकबरपुर मे शीतल शुक्ल तथा छब्बा कलार द्वारा दो तालाब निर्मित कराये गये।
  • मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में रिसालदार कुंवरसिंह, जो क्षत्रिय थे तथा सम्भवतः जिन्होनें इस नये कस्बे का निर्माण कराया था इसका नाम गुड़ईखेड़ा से बदल कर ‘अकबरपुर‘ कर दिया गया।