हरदोई जनपद का परिचय (Introduction of Hardoi District)
हरदोई की स्थिति (Location of Hardoi)
- मुख्यालय – हरदोई
- पुराना नाम व उपनाम – हरिद्रोही नगर
- क्षेत्रफल – 5,989 वर्ग किमी.
- मंडल – लखनऊ
- सीमा रेखा
- पूर्व में – सीतापुर
- पश्चिम में – फर्रुखाबाद एवं शाहजहांपुर
- उत्तर में – शाहजहांपुर एवं लखीमपुर
- दक्षिण में – कन्नौज, उन्नाव एवं लखनऊ
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-024
- नदियाँ / नहरे – राम गंगा, शारदा नहर
- परियोजनाएँ – शारदा नहर
हरदोई की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Hardoi)
- विधानसभा क्षेत्र – 8 (संडीला, बालामऊ, बिलग्राम-मल्लांवा, सांडी, गोपामऊ, हरदोई, शाहाबाद, सवाइजपुर)
- लोकसभा सीट –
- तहसील – 5 (सवायजपुर,संडीला, बिलग्राम, सदर, शाहबाद)
- विकासखंड (ब्लाक) –19 (अहीरोरी, बावन, बेहन्दर, भरावन, भरखनी, बिलग्राम, हरियावा, हरपालपुर, कछौना, कोथावा, माधोगंज,मल्लावा, पिहानी, साडी, संडीला, शाहबाद, सुरसा, टडियावा, टोडरपुर)
- कुल ग्राम – 2,072
- कुल ग्राम पंचायत – 1,306
- नगर पालिका परिषद – 7 (बिलग्राम, मल्लाबाँ, साँडी, पिहानी, शाहाबाद, सण्डीला, हरदोई)
- नगर पंचायत – 6 (माधौगंज, कुरसठ, पाली, बेनीगंज, गोपा मऊ, कछौना पतसेनी)
हरदोई की जनसंख्या (Population of Hardoi)
- जनसंख्या – 40,92,845
- पुरुष जनसंख्या – 21,91,442
- महिला जनसंख्या – 19,01,403
- शहरी जनसंख्या – 5,41,806 (13.24%)
- ग्रामीण जनसंख्या – 35,51,039 (86.76%)
- साक्षरता दर – 64.57%
- पुरुष साक्षरता – 74.39%
- महिला साक्षरता – 53.19%
- जनसंख्या घनत्व – 684
- लिंगानुपात – 868
- जनसंख्या वृद्धि दर – 20.44%
- हिन्दू जनसंख्या – 35,08,131 (85.71%)
- मुस्लिम जनसंख्या – 5,56,219 (13.59%)
Population Source – census2011.co.in
हरदोई के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Hardoi)
- धार्मिक स्थान – संकट हरण मंदिर सकाहा,हत्या हरण तीर्थ,संडीला, बाबा मंदिर
- प्रसिद्ध स्थल – बावन पूरी, सांडी पक्षी विहार, रौजा सदर जहाँ पिहानी, नवाब दिलेर खान का मकबरा, प्रहलाद घाट, राजा नरपत सिंह स्मारक, माधोगंज, धोबिया आश्रम
- उद्योग – हैंडलूम उद्योग आटा एवं चीनी मिल
- अभयारण्य – सांडी पक्षी विहार
Notes –
- हरदोई जिले के संबंध में ‘हिरणकश्यप’ के साथ संबंधित है इसका वर्तमान नाम हरदोई इसके पहले नाम “हरिद्रोही” है।
- फ़ारसी शब्द पिन्हानी (आश्रय के स्थान) द्वारा प्राप्त किया गया है,
- यह माना जाता है कि मोहाल वंश के राजा हुमायूं वन में आश्रय लेते हैं पीहानी की जब वह शेरशाह सूरी द्वारा हार गया था पिहानी भी सम्राट अकबर के मंत्री सद्रेजहांह के साथ संबंधित है उनकी मकबरा और पेंटिंग अभी भी यहां हैं। कुछ लोगों के विचार के अनुसार, ऋषि सांडिलिया ने संडीला को वश में कर दिया था। संडीला भी पुराने भवनों, मस्जिद और बाराखंबा के लिए प्रसिद्ध है
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