फर्रूखाबाद जनपद का परिचय (Introduction of Farrukhabad District)
फर्रूखाबाद की स्थिति (Location of Farrukhabad)
- मुख्यालय – फतेहगढ़
- पुराना नाम व उपनाम – पांचाल नगर
- मंडल – कानपुर
- क्षेत्रफल – 2,181 वर्ग किमी.
- सीमा रेखा
- पूर्व में – हरदोई
- पश्चिम में – कासगंज, एटा और मैनपुरी
- उत्तर में – शाहजहांपुर एवं बदायु
- दक्षिण में – कन्नोज
- राष्ट्रीय राजमार्ग – N/A
- नदियाँ – गंगा , रामगंगा, कालिन्दी, ईसन
- परियोजनाएँ – ऊपरी गंगा नाहर, निचली गंगा नाहर
फर्रूखाबाद की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Farrukhabad)
- विधानसभा क्षेत्र – 4 (कायमगंज, भोजपुर, फर्रूखाबाद, अमृतपुर)
- लोकसभा सीट – 1 (फर्रूखाबाद)
- तहसील – 3 (सदर, कायमगंज, अम्रतपुर)
- विकासखंड (ब्लाक) – 7 (बढपुर, कमालगंज, मोहम्दाबाद, नवाबगंज, कायमगंज, शमसाबाद, राजेपुर)
- कुल ग्राम – 1,007
- कुल ग्राम पंचायत – 603
- नगर पालिका परिषद –2 (कायमगंज, फर्रूखाबाद)
- नगर पंचायत –4 (कमालगंज, कम्पिल, मोहम्दाबाद, शमसाबाद)
फर्रूखाबाद की जनसंख्या (Population of Farrukhabad)
- जनसंख्या – 18,85,204
- पुरुष जनसंख्या – 10,06,240
- महिला जनसंख्या – 8,78,964
- शहरी जनसंख्या – 4,16,185(22.08 %)
- ग्रामीण जनसंख्या –14,69,019(77.92 %)
- साक्षरता दर – 69.04%
- पुरुष साक्षरता – 77.40%
- महिला साक्षरता – 59.44%
- जनसंख्या घनत्व – 864
- लिंगानुपात – 874
- जनसंख्या वृद्धि दर – 20.05%
- हिन्दू जनसंख्या – 15,96,278 (84.67%)
- मुस्लिम जनसंख्या – 2,76,846 (14.69%)
- इस्लाम जनसंख्या – 3,137 (0.17%)
Population Source – census2011.co.in
फर्रूखाबाद के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Farrukhabad)
- धार्मिक स्थान – कम्पिल तीर्थ, श्रीगिराम्पुर
- प्रसिद्ध स्थल – संकिसा
- उद्योग – कपड़ों की छपाई उद्योग
Notes –
- फर्रूखाबाद जनपद का इतिहास बहुत ही दूरस्थ प्राचीनकाल का है। कांस्य युग के दौरान कई पूर्व ऐतिहासिक हथियार और उपकरण यहां मिले थे।
- महाभारत काल के दौरान यह क्षेत्र महान प्रतिष्ठा में उदय हुआ। काम्पिल्य, दक्षिण पांचाल की राजधानी थी और द्रौपदी के प्रसिद्ध स्वयंमवर यहीं हुआ था।
- महावीर और बुद्ध के समय में सोलह प्रमुख राज्यों (महाजनपद) की सूची में पांचाल दसवें स्थान के रूप में शामिल था और यह भी कहा जाता है की इसका क्षेत्र, वर्तमान जनपद बरेली , बदायूं और फर्रुखाबाद तक फैला हुआ था।
- 19वीं शताब्दी के अंत में फर्रूखाबाद और अन्य शहरों में आर्य समाज की गतिविधियों का उदय हुआ।
- 1905 के बंगाल आंदोलन के विभाजन के विरोध में हुए आंदोलनों के दौरान, सार्वजनिक सभा, हमलों और विरोध प्रदर्शन हुए।
- 1930 में, फर्रुखाबाद में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था। नमक का निर्माण सिकंदरपुर, भोलेपुर, छिबरामउ और कन्नौज में भी हुआ था।
- सुभाष चंद्र बोस के द्वारा जनवरी 25, 1940 को फर्रुखाबाद का दौरा किया गया।
Read Also : |
---|
Very good information
Nice to read it