• भदोही (संत रविदास नगर) का नाम उस क्षेत्र के “भार राज्य” से हुआ जिसने भदोही को अपनी राजधानी बनाया ।
  • अकबर के शासन के दौरान, भदोही को एक दस्तुर बना दिया गया और इलाहाबाद के शासन में शामिल किया गया।
  • लगभग 1750 ईस्वी भूमि राजस्व बकाया भुगतान के कारण, प्रतापगढ़ के राजा प्रताप सिंह ने बकाया भुगतान के बदले में पूर्ण परगना को बनारस के बलवंत सिंह को दिया।
  • 1911 में भदोही, महाराजा प्रभु नारायण सिंह द्वारा शासित नवनियुक्त रियासत बनारस के अधीन शामिल कर लिया गया।
  • भदोही जनपद का गठन 30 जून 1994 को उत्तर प्रदेश के 65वें जनपद के रूप में वाराणसी जनपद के कुछ भागों को काट कर हुआ था।
  • पूरे दक्षिण एशिया में हाथ द्वारा निर्मित कालीन का यह एक मुख्य केंद्र है इसी लिए इस जनपद को “कालीन नगरी” के नाम से भी जाना जाता है।
  • भारतीय कालीन तकनीक संस्थान (Indian Institute of Carpet Technology) पूरे एशिया में अपनी तरह का इकलौता संस्थान है। इस संस्थान की स्थापना कपड़ा मंत्रालय द्वारा 2001 में की गई थी ।