CBSE conducted the CTET (Central Teacher Eligibility Test) Exam Paper held on 08th December 2019 Evening Shift. Here The CTET Paper – II Part – I Child Development and Pedagogy Question Paper in Hindi Language with Answer Key. CTET December 2019 Answer Key.
CTET (Central Teachers Eligibility Test)
Paper – II Junior Level (Class 6 to Class 8)
Exam – CTET Paper II Junior Level (Class VI to VIII)
Part – Part – I बाल विकास व शिक्षाशास्त्र (Child Development and Pedagogy)
Organized – CBSE
Number of Question – 30
Paper Set – H
Exam Date) – 08th December 2019 (Evening Shift 02.00 PM – 04.30 PM)
CTET Exam December 2019 Paper – 2 (Junior Level)
Part – I बाल विकास व शिक्षाशास्त्र (Child Development and Pedagogy)
निर्देश : निम्नलिखित प्रश्नों (प्र. संख्या 1 से 30) के उत्तर देने के लिए सही / सबसे उपयुक्त विकल्प चुनिए :
1. जब विद्यार्थी पुरस्कार पाने की इच्छा से बार-बार किसी गतिविधि को करने का निर्णय लेते हैं (जैसा. कि एक प्रयोग का नियोजन एवं संचालन करना) जो कि प्रत्यक्ष रूप से उस गतिविधि से संबंधित नहीं है (जैसा कि एक ‘स्टार’ या ‘बैज’ प्राप्त करना), ऐसी स्थिति में क्या संभावना उत्पन्न होती है ?
(1) अन्य लोगों को खुश करने के लिए कार्य करने के बजाय स्वयं की निपुणता के लिए उद्देश्य निर्धारित करना
(2) अधिगम के प्रति भौतिकवादी अभिवृत्ति का विकास
(3) समझने के लिए अधिगम से आनंद प्राप्त करना
(4) पुरस्कार के बिना भी उस गतिविधि में लगे रहना
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2. संज्ञान एवं संवेग के बीच किस प्रकार संबंध होता है ?
(1) एक दिशीय – संवेग संज्ञान को प्रभावित करते हैं
(2) एक दूसरे से स्वतंत्र हैं
(3) एक दिशीय – संज्ञान संवेगों को प्रभावित करता है
(4) द्विदिशीय – दोनों के बीच एक गतिशील पारस्परिक क्रिया होती है
3. निम्नलिखित में से कौन से कारक अधिगम को प्रभावित करते हैं ?
(i) विद्यार्थी की अभिरुचि
(ii) विद्यार्थी का सांवेगिक स्वास्थ्य
(iii) शिक्षाशास्त्रीय रणनीतियाँ
(iv) विद्यार्थी का सामाजिक एवं सांस्कृतिक संदर्भ
(1) (i), (ii), (iii), (iv)
(2) (i), (ii)
(3) (ii), (iii)
(4) (i), (ii), (iii)
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4. निम्नलिखित में से क्या ज्ञान के सार्थक संरचना की प्रक्रिया का एक महत्त्वपूर्ण पहलू है ?
(1) उद्दीपन-प्रतिक्रिया संबंध
(2) सामाजिक पारस्परिक क्रियाएँ
(3) लगातार अभ्यास तथा बार-बार स्मरण करना
(4) पुरस्कार एवं दंड
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5. बाल्यावस्था की अवधारणा से क्या अभिप्राय है ?
(1) यह कि बच्चे शून्य से शुरुआत करते हैं और उनके गुण पूरी तरह से परिवेश के द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।
(2) यह विभिन्न सांस्कृतिक संदर्भो में सार्वभौम रूप से समान है।
(3) समकालीन सामाजिक-संरचनावादी मनोवैज्ञानिकों के अनुसार यह एक सामाजिक संरचना है।
(4) यह है कि बच्चे दुष्ट रूप में पैदा होते हैं और उन्हें सभ्य बनाना होता है।
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6. निम्नलिखित में से कौन सी ‘मध्य बाल्यावस्था’ की विशेषता है?
(1) शारीरिक वृद्धि एवं विकास बहुत तेज गति से होता है।
(2) अधिगम मुख्य रूप से संवेदी एवं चालक गतिविधियों द्वारा घटित होता है।
(3) अमूर्त रूप से सोचने तथा वैज्ञानिक तर्क का प्रयोग करने की योग्यता विकसित होती है।
(4) बच्चे तार्किक एवं मूर्त रूप से सोचना प्रारंभ कर देते हैं।
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7. परिवार एवं पास-पड़ोस, बच्चों के सामाजीकरण की
(1) द्वितीयक एजेंसियाँ हैं।
(2) प्राथमिक एजेंसियाँ हैं ।
(3) मनोवैज्ञानिक एजेंसियाँ हैं।
(4) मध्य एजेंसियाँ हैं।
8. वायगोट्स्की के अनुसार, जब एक वयस्क बच्चे के निष्पादन के वर्तमान स्तर को सहयोग द्वारा विस्तारित करता है तो इसे क्या कहते हैं ?
(1) अंत: व्यक्तिनिष्ठता
(2) खोजपूर्ण अधिगम
(3) समीपस्थ विकास का क्षेत्र
(4) पाड़ (ढांचा)
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9. नूर विद्यालय में अपना लंच बॉक्स लाना भूल गई तथा यह कहते हुए तान्या से उसका लंच साझा करने के लिए कहा, “तुम्हें आज अपना लंच मेरे साथ साझा करना चाहिए क्योंकि कल मैंने तुम्हारे साथ अपना लंच साझा किया था।”
लॉरेंस कोलबर्ग के नैतिक विकास के सिद्धांत के अनुसार नूर का कथन ______ अभिविन्यास ______ प्रारूप को ______ अवस्था पर दर्शाता है ।
(1) आदान-प्रदान; परम्परागत
(2) कानून एवं व्यवस्था; पश्च-परम्परागत
(3) आज्ञापालन; पूर्व-परम्परागत
(4) अच्छा होना; परम्परागत
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10. समाज में विभिन्न लिंगों के लिए उपयुक्त मानी जाने वाली प्रारूपिक विशेषताओं के बारे में जन सामान्य की अवधारणाओं को क्या कहते हैं ?
(1) जेंडर रूढ़िवादिताएँ
(2) जेंडर विभेदीकरण
(3) जेंडर भूमिकाएँ
(4) जेंडर पहचान
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11. हाल ही में पाठ्यचर्या में ऐसी कहानियों को शामिल करने के लिए विवेकशील प्रयास किया गया है जिसमें पिता घर के कार्यों में लगा रहता है और माता साहसी गतिविधियों को करती है । यह कदम किसलिए महत्त्वपूर्ण है ?
(1) यह जेंडर विभेदीकरण को बढ़ाता है ।
(2) यह जेंडर पक्षपात को सशक्त बनाता है ।
(3) यह जेंडर रूढ़िवादिता को समाप्त करता है ।
(4) यह जेंडर स्थिरता को प्रोत्साहित करता है ।
12. हावर्ड गार्डनर के बहु बुद्धि सिद्धांत के अनुसार, ‘तार्किक-गणितीय’ बुद्धि वाले एक व्यक्ति की क्या विशेषताएँ हो सकती हैं ?
(1) पैटर्न को खोजने की एवं तर्क की लम्बी श्रृंखला को हल करने की क्षमता और संवेदनशीलता।
(2) ध्वनि, ताल तथा शब्दों के अर्थ के प्रति संवेदनशीलता।
(3) दृश्य-स्थानिक परिवेश को सटीक रूप से ग्रहण करने की योग्यता ।
(4) संगीतमय अभिव्यक्तियों के आवाज के स्तर, ताल एवं सौंदर्यपरक गुणों को उत्पन्न करने एवं प्रशंसा करने की योग्यता ।
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13. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार, परिकल्पित निगमनात्मक तर्क किस अवधि में विकसित होता है ?
(1) अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(2) संवेदी-चालक अवस्था
(3) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
(4) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
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14. _____ के अनुसार, बच्चों के चिंतन के बारे में सामाजिक प्रक्रियाओं तथा सांस्कृतिक संदर्भ के प्रभाव को समझना आवश्यक है।
(1) अलबर्ट बैन्डुरा
(2) लॉरेंस कोलबर्ग
(3) जीन पियाजे
(4) लेव वायगोट्स्की
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15. पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत से निहितार्थ निकालते हुए एक ग्रेड 6-8 के शिक्षक को अपनी कक्षा में क्या करना चाहिए ?
(1) केवल निर्धारित पाठ्यक्रम पर निर्भर रहना चाहिए।
(2) तार्किक बहस के प्रयोग को हतोत्साहित करना चाहिए।
(3) ऐसी समस्याएँ प्रस्तुत करनी चाहिए जिसमें तर्क आधारित समाधान की आवश्यकता होती है।
(4) एक अवधारणा को पढ़ाने के लिए केवल मूर्त सामग्रियों का प्रयोग करना चाहिए ।
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