CTET 2021 Answer Key

CTET 31 Jan 2021 Paper 2 (Child Development and Pedagogy) Official Answer Key

16. जीन पियाजे के अनुसार बच्चे अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था में –
(1) संरक्षण, वर्गीकरण व श्रेणीबद्धता करन सक्षम नहीं हैं।
(2) प्रतीकात्मक और सांकेतिक खेलों में भाग लेना प्रारंभ करते हैं।
(3) परिकल्पित निगमनात्मक तर्क और प्रतिज्ञप्ति चिंतन करने में समर्थ हैं।
(4) केंद्रीकरण और अनुत्क्रमणीय सोच स आबद्ध हैं।

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Answer – (3)

17. लॉरेंस कोलबर्ग की नैतिक विकास के सिद्धांत के अनुसार व्यक्ति किस अवस्था में है जब विश्वास करता है कि वर्तमान सामाजिक प्रणाली सक्रियतापूर्वक बनाए रखने से धनात्मक मानवीय संबंध और सामाजिक वर्ग सुरक्षित रहता है ?
(1) यंत्रीय उद्देश्य अभिविन्यास
(2) सार्वभौमिक नैतिक सिद्धांत अभिविन्यास
(3) दंड और आज्ञापालन अभिविन्यास
(4) सामाजिक-क्रम व्यवस्था अभिविन्यास

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Answer – (4)

18. बाल्यावस्था की अवधि में विकास –
(1) में केवल परिमाणात्मक परिवर्तन होते हैं।
(2) अनियमित और असंबद्ध होता है ।
(3) धीमी गति से होता है एवं उसे मापा नहीं जा सकता।
(4) बहुस्तरीय और मिश्रित होता है ।

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Answer – (4)

19. ‘निकटस्थ विकास का क्षेत्र’ क्या है ?
(1) वह प्रक्रिया जिसमें शुरू में विभिन्न समझ वाले दो व्यक्ति समान समझ पर पहुँचते हैं ।
(2) वह प्रक्रिया जिसमें बच्चे, समाज के वयस्क सदस्यों द्वारा निर्धारित विधि से कार्य करते हैं।
(3) बच्चों के वर्तमान स्तर पर स्वतंत्र प्रदर्शन और वयस्क व अधिक कौशल वाले समकक्षियों की सहायता से बच्चे द्वारा उपार्जित किए जाने वाले प्रदर्शन के मध्य का क्षेत्र है।
(4) विभिन्न प्रकार के कार्य जो कि अपनी आयु के अनुसार बच्चे को करने चाहिए परन्तु वह नहीं कर सकती है।

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Answer – (3)

20. एक प्रगतिशील कक्षा में शिक्षण – अधिगम प्रक्रिया के दौरान अधिगमकर्ताओं का मूल्यांकन –
(1) अभिभावकों को प्रतिपुष्टि देने के प्रयोजन से ‘बेहद सफल’, ‘कम सफल’ व ‘असफल’ विद्यार्थियों को पहचानने में सहायक होता है।
(2) बेहद महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि यह बच्चों की समझ की जानकारी देता है और अध्यापिका को अपने शिक्षा-शास्त्र पर विचारने में सहायक होता है।
(3) बच्चों के अधिगम में सहायक नहीं है ।
(4) बच्चों की अधिगम प्रक्रिया में रुकावट उत्पन्न करता है।

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Answer – (2)

21. हॉवर्ड गार्डनर के बहु-बुद्धि सिद्धांत के अनुसार निम्नलिखित में से कौन सा जोड़ा बुद्धि के प्रकार और अंत-स्थिति अनुपालन संभावना के अनुसार सही है ?

बुद्धि का प्रकार  अंत-स्थिति अनुपालन संभावना
(1) भाषिक मूर्तिकार
(2) शारीरिक गति-संवेदनता खिलाड़ी
(3) स्थानिक मनोवैज्ञानिक
(4) अंतरावैयक्तिक विक्रेता

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Answer – (2)

22. लेव वायगोत्स्की के अनुसार –
(1) बच्चों का संज्ञानात्मक विकास चरणों में होता है।
(2) स्कीमा के परिपक्वन से बच्चों में संज्ञानात्मक विकास अग्रसर होता है।
(3) बच्चों के संज्ञानात्मक विकास में भाषा की एक महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
(4) बच्चे ‘भाषा अधिग्रहण यंत्र’ द्वारा भाषा सीखते हैं।

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Answer – (3)

23. बाल-केंद्रित कक्षा वह है, जिसमें –
(1) बच्चों के व्यवहार को निदेशित करने के लए अध्यापक पुरस्कार और दंड का प्रयोग करता है।
(2) अध्यापक लचीला है और प्रत्येक बच्चे की व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करता है।
(3) अध्यापक केवल पाठ्यपुस्तक को ज्ञान के स्रोत के लिए उपयोग करता है।
(4) अध्यापक, बच्चों को उनकी क्षमता के आधार पर वर्गीकत करता है।

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Answer – (2)

24. किस मनोवैज्ञानिक के अनुसार बच्चों के संज्ञानात्मक विकास में ‘सांस्कृतिक उपकरण’ एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ?
(1) अल्बर्ट बन्डुरा
(2) बी.एफ. स्किनर
(3) लेव वायगोत्स्की
(4) जीन पियाजे

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Answer – (3)

25. कक्षा में सभी लिंगों में जेंडर रूढ़िवादिता कम करने और विकास के विस्तार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए प्रभावशाली पद्धति कौन सी है ?
(1) एक ही लिंग के योग्यता समूह बनाना ।
(2) क्रियाकलाप के लिए मिश्रित लिंग समूह बनाना और विचार-विमर्श को प्रोत्साहित करना।
(3) लिंगों के जैविक अंतरों की उपेक्षा करना और उन्हें अस्वीकार करना ।
(4) समाज में चित्रित लिंग भूमिकाओं को प्रबल करना।

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Answer – (2)

26. अध्यापकों को कक्षा में बहुभाषीयता को ______ समझना चाहिए।
(1) एक समस्या
(2) एक व्यवस्थागत मुद्दा
(3) एक गुण और साधन
(4) एक रुकावट

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Answer – (3)

27. प्रतिभाशाली और सृजनात्मक बच्चों की आवश्यकताओं को किस प्रकार संबोधित किया जा सकता है ?
(1) प्रश्न हल करने के लिए विशिष्ट निर्देश उपलब्ध कराकर ।
(2) रटने पर आधारित परीक्षा देकर ।
(3) चुनौतीपूर्ण कार्य और नीरसता दूर करने के लिए क्रियाकलाप देकर ।
(4) वे प्रश्न देकर जिनमें अभिमुखी चिंतन की आवश्यकता है।

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Answer – (3)

28. पठनवैफल्य बच्चों की पहचान किस प्रकार की जा सकती है ?
(1) उनके पढ़ने और लिखने की कौशलता के विश्लेषण से ।
(2) उनकी जटिल व उच्च-स्तरीय समस्याओं को हल करने की क्षमता का आकलन करके।
(3) उनके सामाजिक एवं सांस्कृतिक संदर्भ को जानकर ।
(4) पूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण द्वारा ।

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Answer – (1)

29. आंशिक दृष्टि वाले विद्यार्थियों के लिए निम्नलिखित में से कौन सी अधिगम सामग्री उपयुक्त नहीं है ?
(1) बोलती पुस्तकें, स्पर्शीय सूचना पट
(2) छोटी मुद्रा वाली कार्यशीट
(3) बड़े आकार में मुद्रित पुस्तकें
(4) त्रि-विमीय नक्शे और चार्ट

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Answer – (2)

30. ‘समावेशी शिक्षा’ के पीछे अंतर्हित विचार है –
(2) दार्शनिकता कि सभी बच्चों को नियमित विद्यालय में समान शिक्षा पाने का अधिकार है।
(3) बच्चों को उनकी योग्यता के आधार पर पृथक करना और व्यावसायिक प्रशिक्षण का प्रबंध करना।
(4) बच्चों की अक्षमताओं के आधार पर, उनकी सीमाओं की पहचान करने के लिए, उन्हें नामांकित करना।
(1) अलग-अलग अक्षमताओं वाले बच्चों के लिए विशिष्ट शैक्षिक संस्थानों का प्रावधान करना।

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Answer – (2)

 

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