Computer Operating System

कम्प्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम (Computer Operating System)

एमएस डॉस (MS-DOS)

एमएस-डॉस का पूर्ण रूप है – माइक्रोसॉफ्ट डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम (Microsoft Disk Operating System)। प्रारम्भ में, एम एस-डॉस ऑपरेटिंग सिस्टम 86-DOS कहलाता था। जुलाई, 1981 में माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी ने 86-DOS मोड (Mode) के सारे राइट्स IBM से खरीद लिए और इसका नाम परिवर्तित करके एमएस-डॉस रख दिया तथा इसमें कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन किये गये और एक नया डिस्क डायरेक्ट्री स्ट्रक्चर बनाया गया, जिसमें फाइल्स से सम्बन्धित सूचनाएँ अपडेट की गई थी।

यह एक सिंगल यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम है जो कमाण्ड लाइन इंटरफेस पर आधारित हैं। कुछ मुख्य कार्य (जो एम एस-डॉस को आदेश देकर कराए जा सकते हैं) निम्नलिखित हैं।

(i) नई फाइलें बनाना, पुरानी फाइलों को हटाना, फाइलों के नाम रखना आदि।
(ii) सभी फाइलों की सूची (list) बना कर देना।

कमाण्ड लाइन इंटरफेस (Command Line Interface)

कमाण्ड लाइन इंटरफेस में कम्प्यूटर या सॉफ्टवेयर के साथ कमाण्डस् (निर्देशों) के द्वारा इंटरेक्शन किया जाता है। एम एस की ही तरह सीएलआई में भी केवल टेक्सट आधारित कमाण्डस् के द्वारा ही कम्प्यूटर को निर्देश दिए जाते हैं। इसे करैक्टर यूजर इंटरफेस (सीयूआई) भी कहा जाता है।

कमाण्ड लाइनों का प्रयोग करने के कारण इसे कमाण्ड लाइन इंटरफेस कहा जाता है। कमाण्ड लाइन, कम्प्यूटर की डिस्प्ले स्क्रीन पर एक ऐसी जगह होती है जिसमें यूजर के द्वारा निर्देश टाइप (Type) किए जाते हैं। अर्थात् यह कम्प्यूटर और यूजर के मध्य एक ऐसा इंटरफेस होता है जिसमें इनपुट और आउटपुट केवल टेक्स्ट के रूप में होता है।

डॉस की संरचना (Structure of DOS)

इस ऑपरेटिंग सिस्टम तथा कम्प्यूटर के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए निम्नलिखित प्रोग्रामों की आवश्यकता होती हैं।

1. बूट रिकार्ड (Boot Record)

यह ऑपरेटिंग सिस्टम को मेन मैमोरी में लोड (Load) करता है। यह MS-DOS का मुख्य प्रोग्राम है।

2. इनपुट/आउटपुट सिस्टम (IOS-SYS)

यह प्रोग्रामों तथा हार्डवेयर के बीच इण्टरफेस प्रदान करता है।

3. MS-DOS.SYS प्रोग्राम

यह प्रोग्राम रूटिन (Program Routines) तथा डेटा टेबल का ऐसा समूह होता है जो उच्चस्तरीय प्रोग्राम (उदाहरण के लिए एप्लीकेशन प्रोग्राम) प्रदान करता है।

4. Command.Com प्रोग्राम

यह उपयोगकर्ता को निर्देशों (Commands) का समूह प्रदान करता है जो उपयोगकर्ता को फाइल प्रबंधन (Management) आदि की सुविधा प्रदान करता है।

कॉन्फिगरिंग डॉस (Configuring DOS)

Config.Sys, Autoexec.Bat तथा फाइल्स आपके कम्प्यूटर की कमाण्ड्स को सैट करने के लिए वातावरण प्रदान करती है।

एक्सटेंशन (Extension) विवरण (Description)
.exe एक्जीक्युटेबल फाइल्स  (Executable files)
.com कमाण्ड फाइल्स (Command files)
.bat बैच फाइल्स (Batch files)
.doc डॉक्यूमेण्ट फाइल्स (Document files)
.txt टैक्स्ट फाइल्स (Text files)
.prg प्रोग्राम फाइल्स (Program files)
.ovr ओवर लेस (Over lays)
.sys सिस्टम फाइल्स (System files)
  1. Config.Sys यह आपके सिस्टम को कमाण्ड्स के अनुसार एडजेस्ट करती है।
  2. Autoexec.Bat यह फाइल ऑटोमैटिकली कमाण्ड लाइन में एक्जीक्यूट हो जाती है, जब सिस्टम को ऑन किया जाता है।

एमएस-डॉस कमाण्ड्स (MS-DOS Commands)

एमएस-डॉस में, प्रत्येक काम के लिए विशेष कमाण्ड होती है, जिसका |एक निश्चित नाम भी होता है। वास्तव में कमाण्ड उन छोटे-छोटे प्रोग्रामों का नाम हैं, जो कुछ निश्चित कामों को कराने के लिए ही लिखी गई हैं।

एमएस-डॉस कमाण्ड्स दो प्रकार की होती हैं।

1. इंटर्नल कमाण्ड्स (Internal Commands)

ये ऐसी कमाण्ड्स होती हैं जो एमएस-डॉस की मुख्य फाइल कमाण्ड प्रोसेसर command.com में पहले से ही स्टोर होती हैं। इन कमाण्ड्स के द्वारा हम मेन रूट की डायरेक्ट्रीज और फाइल्स देख सकते हैं।

Syntax – C:\>DIR ↵

कुछ इंटरनल कमाण्ड्स हैं – DATE, TIME, VER, VOL, DIR, COPY आदि।

2. एक्सटर्नल कमाण्ड्स (External Commands)

ये ऐसी कमाण्ड्स होती हैं जो कम्प्यूटर की मुख्य मैमोरी में उपलब्ध नहीं रहतीं, बल्कि अलग प्रोग्राम फाइलों के रूप में डिस्क पर स्टोर रहती हैं। कुछ एक्सटर्नल कमाण्ड्स हैं- CHKDSK, Tree, Attrib, Diskcopy आदि।

मुख्य कमाण्ड्स और उनके प्रयोग

  • DATE – पीसी में सैट की हुई तारीख देखने एवं बदलने के लिए।
  • TIME पीसी में सैट किया हुआ समय देखने एवं बदलने के लिए।
  • CLS स्क्रीन पर दिखाई गई सूचनाओं को मिटाने के लिए।
  • DIR किसी डायरेक्टरी में शामिल फाइलों एवं उप-डायरेक्टरी की सूची देखने के लिए।
  • CD करण्ट डायरेक्टरी देखने के लिए।
  • COPY किसी फाइल की कॉपी करने के लिए।
  • REN किसी फाइल का नाम परिवर्तित करने के लिए।
  • MD डायरेक्टरी या उप-डायरेक्टरी बनाने के लिए।
  • DEL किसी फाइल को डिस्क या फ्लॉपी से हटाने के लिए।
  • RD किसी डायरेक्टरी को हटाने के लिए।
  • TYPE किसी फाइल के कन्टेन्ट्स देखने के लिए।
  • FORMAT किसी नई या पुरानी फ्लॉपी को MS-DOS पर कार्य करने के लिए तैयार करने के लिए।
  • PATH किसी एक्जीक्यूटिव डायरेक्टरी या फाइल का पथ जानने के लिए।
  • EDIT साधारण अक्षरों, अंको तथा विशेष चिन्हों से बनी फाइल तैयार करने या उसे सुधारने के लिए।
  • PRINT किसी फाइल को छापने के लिए।
  • XCOPY किसी डायरेक्टरी में स्थित उप-डायरेक्ट्री एवं उनकी फाइलों की नकल करने के लिए।
  • ERASE एक या एक से ज्यादा फाइलों को हटाने के लिए।
  • VER संस्करण (Version) की सूचना देखने के लिए।
  • SORT किसी फाइल के डेटा को आरोही तथा अवरोही क्रम में बदलने के लिए।
  • CHKDSK एक्टिव डिस्क की पोजीशन को चैक करने के लिए।
  • DISKCOPY एक डिस्क के कन्टेन्ट्स को किसी दूसरी टारगेट डिस्क में कॉपी करने के लिए।
  • MOVE किसी फाइल को एक डिस्क से दूसरी डिस्क में तथा एक पाथ से दूसरी पाथ में शिफ्ट करने के लिए।

Read Also …..

Leave a Reply

Your email address will not be published.

error: Content is protected !!