कुछ महत्वपूर्ण ऑपरेटिंग सिस्टम
(Some Important Operating System)
यूनिक्स (Unix)
यूनिक्स एक मल्टी टास्किंग व मल्टी उपयोगकर्ता ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे वर्ष 1969 में विकसित किया गया। इसे वर्ष 1973 में सी (C) भाषा में लिखा गया है, किन्तु प्रारम्भ में इसे असेम्बली भाषा में लिखा गया था इसे वर्ष 1969 में AT&T Bell प्रयोगशाला में विकसित किया गया था। इसका पूरा नाम यूनिप्लेकस इन्फॉर्मेशन कम्प्यूटर सिस्टम है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम को सर्वर तथा वर्क-स्टेशन दोनों में प्रयोग किया जा सकता है। इसमें डेटा प्रबन्धन का कार्य कर्नल (Kernal) द्वारा होता है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम को इंस्टॉल व सेटअप करना कठिन होता है, किन्तु इस ऑपरेटिंग सिस्टम के इंस्टॉल होने पर कम्प्यूटर की क्षमता (Performance) बहुत बढ़ जाती है।
लाइनक्स (Linux)
यह ऑपरेटिंग सिस्टम वर्ष 1991 में लाइन्स टोरवॉल्डस (Lines Torvalds) द्वारा विकसित किया गया था। इसका प्रयोग मुख्यतः सर्वर के लिए होता है। ये ऑपरेटिंग सिस्टम यूनिक्स पर Linux आधारित है। ये एक ऑपन सोर्स सॉफ्टवेयर है। तथा सभी प्रकार के कम्प्यूटर पर चल सकता है।
सोलेरिस (Solaris)
इस ऑपरेटिंग सिस्टम का विकास सन माइक्रोसिस्टम द्वारा वर्ष 1993 में किया गया था। किन्तु बाद में वर्ष 2010 में इस कम्पनी को ओरेकल (Oracle) कॉर्पोरेशन के द्वारा अधिगृहीत कर लिया गया, जिसके बाद इस सोलेरिस को ओरेकल सोलेरिस के नाम से जाना जाने लगा है। ये ऑपरेटिंग सिस्टम, सिस्टम मैनेजमेण्ट तथा नेटवर्क के कार्यों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है।
भारत ऑपरेटिंग सिस्टम सोल्यूशन्स (Bharat Operating System Solutions-BOSS)
इस ऑपरेटिंग सिस्टम को C-DAC (Centre of Development of Advanced Computing) द्वारा विकसित किया गया था। ये ऑपन सॉर्स सॉफ्टवेयर है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम को विशेष तौर पर भारतीय क्षेत्र में प्रयोग करने के लिए बनाया गया है। जीएनयू/लाइनक्स वर्ज़न 5.0 (GNU Linux Version 5.0) इस ऑपरेटिंग सिस्टम का सबसे नवीनतम संस्करण है।
एम एस डॉस (MS DOS-Microsoft Disk Operating System)
यह एक सिंगल यूज़र ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित ऑपरेटिंग सिस्टम था। यह एक नॉन ग्राफिकल (गैर-सुचित्रित), कमाण्ड लाइन ऑपरेटिंग सिस्टम है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम यूज़र फ्रेंडली नहीं होता, क्योंकि इसमें कमाण्ड याद रखनी होती है। अब डॉस ज्यादा प्रयोग में नहीं आता, क्योंकि यह ग्राफिकल सुविधा प्रदान नहीं करता।
एम एस विण्डोज़ (MS Windows)
यह माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित ग्राफिकल यूज़र इण्टरफेस OS है। इसके विभिन्न संस्करण;
जैसे – Window – 95, Window – 98, Window – XP, Window – Vista, Window – 07, Window – 10 आदि बाज़ार में उपलब्ध हैं। यह एक यूज़र फ्रेंडली ऑपरेटिंग Microsoft सिस्टम है तथा इसमें कार्य करना अत्यन्त सरल है।
Notes –
बूटिंग (Booting)
कम्प्यूटर को स्टार्ट या रीस्टार्ट करने की प्रक्रिया को बूटिंग कहते हैं। वास्तव में बूटिंग वह प्रक्रिया है जब ऑपरेटिंग सिस्टम हार्ड डिस्क से कम्प्यूटर की रैम मे लोड (Load) होता है।
बूटिंग के प्रकार (Types of Booting)
बूटिंग दो प्रकार की होती हैं –
- वार्म बूटिंग और
- कोल्ड बूटिंग।
कोल्ड (Cold) – जब कम्प्यूटर को स्टार्ट किया जाता है तो उसे कोल्ड (Cold) बूटिंग कहा जाता है।
वार्म (Warm) – जब पहले से ही स्टार्ट कम्प्यूटर को रीस्टार्ट करते हैं तो उसे वार्म (Warm) बूटिंग कहा जाता है।