अनेक शब्दों के लिए एक शब्द | TheExamPillar

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

वाक्य 

शब्द 

जो शब्दों द्वारा व्यक्त न किया जा सके  अवर्णनीय 
जिसका कोई शत्रु न हो  अजातशत्रु 
ऊपर लिख हुआ  उपरिलिखित
जो उपकार मानता है  कृतज्ञ
अच्छे चरित्र वाला  सच्चरित्र
जो हर स्थान पर विद्यमान हो  सर्वव्यापक 
जिसे प्रतिष्ठा प्राप्त हो  प्रतिष्ठित 
संकट से ग्रस्त  संकटग्रस्त 
जहाँ रेत ही रेत हो  मरुभूमि 
पश्चिम से सम्बन्ध रखने वाला  पाश्चात्य 
पक्ष में एक बार होने वाला  पाक्षिक 
आलोचना करने वाला  आलोचक 
जो अपना प्रभाव दिखाने से न चूके  अचूक 
बड़ा भाई  अग्रज
छोटा भाई  अनुज 
जिसमें दया न हो  निर्दयी 
देश में भ्रमण  देशाटन 
जिसे गुप्त रखा जाए  गोपनीय 
किसी वस्तु में छोटी-छोटी त्रुटियाँ खोजने वाला  छिद्रान्वेषी
बहुत तेज चलने वाला द्रुतगामी
जो दो भाषाएँ जानता हो  दुभाषिया 
माँस न खाने वाले  निरामिष 
हाथ से लिखा हुआ  हस्तलिखित 
सबसे अधिक शक्ति वाला  सर्वशक्तिमान 
जिसके समान दूसरा न हो  अद्वितीय 
जहाँ पहुँचा न जा सके  अगम्य 
कण्ठ तक डूबा हुआ  आकण्ठ 
बुरे व्यक्ति द्वारा अत्याचार सहने वाला  पुरुषत्वहीन 
कसैले स्वाद वाला  काषाय 
देखने योग्य  दर्शनीय 
जिसका कोई न हो  अनाथ 
चित्र बनाने वाली स्त्री  चित्रकर्त्री 
फल-फूल या शाक भाजी खाने वाला  शाकाहारी 
युग का निर्माण करने वाला  युगनिर्माता 
माँस खाने वाला  माँसाहारी 
परदेश में रहने वाला  प्रवासी 
मद से अलसाई हुई स्त्री मदालसा 
ज्ञान देने वाली  ज्ञानदा 
सगा भाई  सहोदर 
छुटकारा दिलाने वाला  त्राता 
जिसके हाथ में वीणा हो  वीणापाणि 
जो शरण में आया हो  शरणागत 
मार्ग दिखाने वाला  पथप्रदर्शक 
बाद में मिलाया हुआ अंश  प्रक्षिप्त 
सप्ताह में एक बार होने वाला  साप्ताहिक
बुरे मार्ग पर चलने वाला  कुमार्गी
जो टुकड़े-टुकड़े हो गया हो  खण्डित 
उद्योग से सम्बंधित  औद्योगिक 
इतिहास का ज्ञाता  इतिहास 
जो सम्भव न हो सके  असम्भव 
जो इन्द्रियों के द्वारा न जाना जा सके  अगोचर 
जिसके आने की तिथि निश्चित न हो  अतिथि 
इस संसार से सम्बद्ध  ऐहिक 
जो दूसरों से ईर्ष्या करता हो  ईर्ष्यालु 
जो दिखाई न दे  अदृश्य 
जो पहले न पढ़ा गया हो  अपठित 
जो किसी से न डरे निडर
दूर की सोचने वाला  दूरदर्शी 
तत्त्व जानने वाला  तत्त्वज्ञ 
घूमने वाला व्यक्ति  घुमक्कड़ 
जिसका कोई आधार न हो  निराधार 
परिवार के साथ  सपरिवार 
दुखान्त नाटक  त्रासदी 
राजनीति से सम्बन्ध रखने वाला  राजनीतिक 
फेन (झाग) से भरा हुआ  फेनिल 
जिस स्त्री का विवाह हो गया हो  विवाहिता 
जहाँ तक हो सके  यथासाध्य 
जिसकी बहुत अधिक चर्चा हो  बहुचर्चित 
पत्तों से बनी हुई कुटिया  पर्णकुटी 
जो स्वयं पैदा हुआ हो  स्वयंभू 
युग का प्रवर्तन करने वाला  युगप्रवर्तक 
गोद लिया गया पुत्र  दत्तक 
आकाश चूमने वाला  गगनचुम्बी 
जिसमें जानने की इच्छा हो  जिज्ञासु 
जो निरन्तर प्रयत्नशील रहे  कर्मठ
जो स्वयं सेवा करता हो  स्वयंसेवक 
आँखों के सामने  प्रत्यक्ष 
प्रिय बोलने वाली  प्रियम्वदा 
विष्णु को मानने वाला  वैष्णव 
जो बात कही न गई हो  अनकही 
जो कहा न जा सके  अकथनीय 
दूसरी जाति का  विजातीय 
मृग के समान आँखों वाली  मृगनयनी 
रचना करने वाला  रचयिता 
जिसका पति मर गया हो  विधवा 
जो किसी मुसीबत का अनुभव कर चुका हो  भुक्तभोगी 
जिसकी आशा न की गई हो  अप्रत्याशित 
जिसमें धैर्य न हो  अधीर 
जिसकी पत्नी मर गई हो  विधुर 
किसी उक्ति को पुनः कहना  पुनरुक्ति 
जो स्थिर रहे  स्थावर 
जो अधिक गहरा हो  गहन 
चिन्ता में डूबा हुआ  चिन्तित 
जिसे देखकर डर लगे डरावना
जिसकी उपमा न हो  अनुपम 
जो पृथ्वी से सम्बद्ध है  पार्थिव 
जिसका मन किसी और तरफ हो  अन्यमनस्क 
कुछ न करता हो  अकर्मण्य 
जो उपकार न मानता हो  कृतघ्न 
जिसे जाना न जा सके  अज्ञेय 
जो गिना न जा सके  अगणित 
अनुकरण करने योग्य  अनुकरणीय 
कुछ या सभी राष्ट्रों से सम्बन्ध रखने वाला  अन्तर्राष्ट्रीय 
जिसका दमन न हो सके  अदम्य 
जो कल्पना से परे हो  कल्पनातीत 
अचानक होने वाली बात  आकस्मिक 
जो अपने स्थान से न गिरे  अच्युत 
जो परिचित न हो  अपरिचत 
जिसे भेदा न जा सके  अभेद्य, दुर्भेद्य 
जो केवल दिखाने एवं कहने के लिए हो  औपचारिक 
मन में होने वाला ज्ञान  अन्तर्ज्ञान
जिसकी उपमा न हो  निरुपम 
जो किसी पक्ष में न रहे  निष्पक्ष 
जो केवल दूध पीता हो  दुधाधारी 
स्मरण करने वाला  स्मरणीय 
सहन करने की शक्ति वाला  सहनशील 
हिंसा करने वाला  हिंसक 
जिसे स्पर्श करना वर्जित हो  अस्पृश्य 
जिस धरती पर कुछ पैदा नहीं होता  ऊसर 
जो छोड़ा न जा सके  अनिवार्य 
जिसकी देह में केवल अस्थियाँ शेष रह गई हों अस्थिशेष 
जो तृप्त न हो  अतृप्त 
जिस पर उपकार किया गया हो उपकृत 
सिर से पैर तक  शिरोपाद 
जिसे क्षमा न किया जा सके  अक्षम्य 
जिसे जीता न जा सके  अजेय 
जो सभी के साथ समान व्यवहार करे  समदर्शी 
जिस स्त्री के कभी संतान न हुई हो  वन्ध्या, बाँझ 
जिस पर अभियोग लगाया गया हो  प्रतिवादी 
बहुत दूर तक न देखने वाला  अदूरदर्शी 
जिसका वाणी पर पूर्ण अधिकार हो वाचस्पति
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