उत्तराखण्ड विशेष अधीनस्थ शिक्षा (प्रवक्ता संवर्ग) सेवा (सामान्य तथा महिला शाखा)
द्वितीय चरण (विषयवार लिखित परीक्षा – वस्तुनिष्ठ प्रकार) पाठ्यक्रम
विषय | प्रश्नों की संख्या | अधिकतम अंक | समय अवधि |
समाजशास्त्र (Sociology) | 200 | 200 | 03 घण्टे |
नोटः- लिखित परीक्षा में मूल्यांकन हेतु ऋणात्मक पद्धति प्रयुक्त की जाएगी।
परीक्षा पाठ्यक्रम (समाजशास्त्र)
इकाई – 01
समाजशास्त्रः – अर्थ, परिभाषा, प्रकृति, विषय क्षेत्र और इसका महत्व । यूरोप और भारत में समाजशास्त्र का ऐतिहासिक विकास । समाजशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य ।
इकाई – 02
मौलिक अवधारणायेंः – समाज, समुदाय, समूह, समिति, सामाजिक संरचना, सामाजिक व्यवस्था, संस्कृति, सामाजीकरण, प्रस्थिति और भूमिका, सामाजिक नियंत्रण और सामाजिक परिवर्तन ।
इकाई – 03
सामाजिक प्रक्रियायें: सहयोगात्मक प्रक्रियायें: सहयोग, समायोजन, आत्मसात्करण
असहयोगात्मक प्रक्रियायें : प्रतियोगिता और संघर्ष ।
सामाजिक स्तरीकरण और सामाजिक गतिशीलता ।
इकाई – 04
सामाजिक संस्थायें : विवाह, परिवार, नातेदारी, आर्थिक संस्थायें, राजनीतिक संस्थायें, शैक्षणिक एवं धार्मिक संस्थाये।
इकाई – 05
सामाजशास्त्रीय विचारकः (I)
- कार्लमार्क्स – ऐतिहासिक भौतिकवाद, उत्पादन के ढंग, अलगाव, वर्ग संघर्ष ।
- इमाइल दुर्खीम – श्रम विभाजन, सामाजिक तथ्य, आत्महत्या, धर्म और समाज ।
- मैक्स वेबर – सामाजिक क्रिया, आदर्श प्रारूप, सत्ता, नौकरशाही, प्रोटस्टैन्ट आचार संहिता और पूंजीवाद की भावना।
- टॉल्कट पारसन्स – सामाजिक व्यवस्था, प्रतिमानित चर ।
- रॉबर्ट के. मर्टन – प्रकट और प्रछन्न प्रकार्य, अनुरूपता और विचलन, संदर्भ-समूह |
इकाई – 06
सामाजशास्त्रीय विचारक – (II)
- अल्फ्रेड शूट्ज और पीटर बर्जर : प्रघटनाशास्त्र
- गारफिन्कल : लोकविधि विज्ञान
- गॉफमैन : प्रतीकात्मक अन्तः क्रियावाद
- जे० अलैक्जेन्डर : नव-प्रकार्यवाद
- हेबरमास और एल्थ्यूजर : नव-मार्क्सवाद
- एन्थनी गिडन्स : संरचनाकरण
- डेरिडा और फूको : उत्तर आधुनिकता
इकाई – 07
अनुसंधान पद्धतिः (I)
- सामाजिक अनुसंधानः अर्थ, प्रकार और महत्व, वैज्ञानिक पद्धतिः तथ्य और मूल्य, कारक, सामाजिक अनुसंधान में वस्तुनिष्ठता की समस्या, सर्वेक्षण, शोध प्रारूप और इसके प्रकार, उपकल्पना, निदर्शन ।
- तथ्य संकलन की प्राविधियां: अवलोकन, प्रश्नावली, अनुसूची, साक्षात्कार ।
इकाई – 08
सामाजिक अनुसंधान (II)
- गुणात्मक पद्धतियांः सहभागी अवलोकन, वैयक्तिक अध्ययन, अर्न्तवस्तु विश्लेषण ।
- सामाजिक अनुसंधान में सांख्यिकीः केन्द्रीय प्रवृत्ति की माप – माध्य, मध्यांक, बहुलक विचलन माप के तरीके तथा सामाजिक अनुसंधान में कम्प्यूटर की उपयोगिता ।
इकाई – 09
भारतीय समाज का परिचयः
- जी०एस० घुरिये और लुई ड्यूमोंः भारत विद्याशास्त्रीय/वाङ्मयी परिप्रेक्ष्य, एम0एन0श्रीनिवास और एस०सी० दुबेः संरचनात्मक प्रकार्यात्मक परिप्रेक्ष्य डी०पी० मुकर्जी और ए०आर०देसाई: मार्क्सवादी परिप्रेक्ष्य बी0आर0 अम्बेडकर और डेविड हार्डिमेन : दलितवादी परिप्रेक्ष्य
- भारतीय समाज की सामाजिक पृष्ठभूमिः इस्लाम, ईसाई, भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलनों और समाज सुधार आन्दोलनों का भारतीय समाज पर प्रभाव ।
इकाई – 10
भारतीय सामाजिक संरचना, परिवर्तन और चुनौतियांः
- भारत में सामाजिक वर्गः कृषक वर्ग संरचना, औद्योगिक वर्ग संरचना, भारत में मध्यम वर्ग ।
- भारत में जनजातीय समुदायः भौगोलिक विस्तार, जनजातियों संबंधी विभिन्न कल्याणकारी नीतियां ।
- भारत में नातेदारी व्यवस्थाः नातेदारी व्यवस्था के प्रकार, भारत में परिवार और विवाह ।
- भारत में सामाजिक परिवर्तन और चुनौतियां विकास के नियोजन का विचार और मिश्रित आर्थिकी।
परिवर्तन की प्रक्रियांएः संस्कृतिकरण, आधुनिकीकरण, वैश्वीकरण।
(a) भारत में ग्रामीण रूपान्तरणः ग्रामीण विकास के कार्यक्रम, सामुदायिक विकास कार्यक्रम, गरीबी उन्मूलन योजनायें, ग्रामीण मजदूरों की समस्यायें।
(b) भारत में औद्योगिकरण और नगरीकरणः भारत में आधुनिक उद्योगों का उद्विकास, भारत में नगरीय बसावट में वृद्धि और गंदी बस्तियां, कामागार वर्गः संरचना, वृद्धि
(c) आधुनिक भारत में सामाजिक आन्दोलन : कृषक और किसान आन्दोलन, महिला आन्दोलन, पिछड़ी जाति और दलित आन्दोलन, पर्यावरण संरक्षण आन्दोलन ।
(d) जनसंख्या गतिशीलता: जनसंख्या का आकार, वृद्धि, संरचना, वितरण । जनसंख्या वृद्धि के घटक: जन्म, मृत्यु, प्रव्रजन । जनसंख्या नीति और परिवार नियोजन ।
समकालीन मुद्दे–वृद्धावस्था, लिंगानुपात, बाल और शिशु मृत्यु दर, प्रजनन स्वास्थ्य ।
(e) सामाजिक रूपान्तरण की चुनौतियां : विकास के संकट-विस्थापन, पर्यावरणीय समस्यायें और सत्तता; श्वेतवसन अपराध और भ्रष्टाचार, महिलाओं के विरूद्ध हिंसा, वर्णीय संघर्ष, जातीय संघर्ष, साम्प्रदायिकता, बेरोजगारी एवं आतंकवाद ।