इंट्रानेट (Intranet)
एक संगठन के भीतर निजी कंप्यूटर नेटवर्कों का समूह इंट्रानेट कहलाता है। इंट्रानेट डेटा साझा करने की क्षमता तथा संगठन के कर्मचारियों के समग्र ज्ञान को बेहतर बनाने के लिए नेटवर्क प्रौद्योगिकियों (Network Technologies) के प्रयोग द्वारा व्यक्तियों या व्यक्तियों के समूह के बीच संचार की सुविधा को आसान करता है।
एक्स्ट्रानेट (Extranet)
एक्स्ट्रानेट एक निजी नेटवर्क है जो सुरक्षित रूप से विक्रेताओं (Vendors), भागीदारों (Partners), ग्राहकों (Customers) या अन्य व्यवसायों के साथ व्यापार की जानकारी साझा करने के लिए इंटरनेट प्रौद्योगिकी (Internet Technologies) तथा सार्वजनिक दूरसंचार प्रणाली (Public Telecommunication System) का उपयोग करता है। एक्स्ट्रानेट को एक संगठन के इंट्रानेट के रुप में भी देखा जा सकता है जो संगठन से बाहर के उपयोगकर्ताओं के लिए बढ़ा दिया गया हो।
इण्टीग्रेटेड सर्विसेज डिजिटल नेटवर्क
(Integrated Services Digital Network – ISDN)
यह एक डिजिटल टेलीफोन सेवा है, जिसका उपयोग ध्वनि डेटा व कण्ट्रोल सूचनाओं इत्यादि को एकल टेलीफोन लाइन पर संचरित करने में किया जाता है। इसका प्रयोग वृहद्स्तर पर व्यापारिक उद्देश्यों के लिए होता है।
इण्टरकनैक्टिंग प्रोटोकॉल्स (Interconnecting Protocols)
प्रोटोकॉल नियमों का वह सेट है जोकि डेटा कम्युनिकेशन्स की देखरेख करता है। कुछ प्रोटोकॉल इस प्रकार है।
(a) TCP/IP (Transmission Control Protocol/Internet Protocol)
TCP/IP, end to end कनेक्टिविटी (जिसमें डेटा की फॉर्मेटिंग, एड्रेसिंग संचरण के रूट्स और इसे प्राप्त करने की विधि इत्यादि सम्मिलित हैं) प्रदान करता है। इस प्रोटोकॉल के मुख्य रूप से दो भाग हैं
(i) TCP (ii) IP
(i) TCP यह सन्देश को प्रेषक के पास ही पैकेटों के एक सेट में बदल देता है। जिसे प्राप्तकर्ता के पास पुनः इकट्ठा कर सन्देश को वापस हासिल कर लिया जाता है। इसे कनेक्शन ऑरिएण्टड (Connection Oriented) प्रोटोकॉल भी कहते हैं।
(i) IP यह विभिन्न कम्प्यूटरों को नेटवर्क स्थापित करके आपस में संचार करने की अनुमति प्रदान करता है। IP नेटवर्क पर पैकेट भेजने का कार्य सँभालती है। यह अनेक मानकों (Standard) के आधार पर पैकेटों के एड्रेस को बनाए रखता है। प्रत्येक IP पैकेट में स्रोत तथा गन्तव्य का पता होता है।
(b) फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (File Transfer Protocol FTP)
प्रोटोकॉल के द्वारा इण्टरनेट उपयोगकर्ता अपने कम्प्यूटरों से फाइलों को विभिन्न वेबसाइटों पर उपलोड कर सकते हैं या वेबसाइट से अपने पीसी में डाउनलोड कर सकते हैं। FTP सॉफ्टवेयर के उदाहरण हैं- Filezilla, Kasablanca, ftp, Konqueror इत्यादि।
(c) हाइपरटैक्स ट्रांसफर प्रोटोकॉल (Hypertext Transfer Protocol)
यह इस बात को सुनिश्चित करता है कि सन्देशों को किसी प्रकार फॉर्मेट (Format) व संचरित किया जाता है व विभिन्न कमाण्डों के उत्तर में वेब सर्वर तथा ब्राउजर क्या ऐक्शन लेंगे। HTTP एक स्टेटलेस प्रोटोकॉल (Stateless Protocol) है, क्योंकि इसमें प्रत्येक निर्देश स्वतन्त्र होकर क्रियान्वित होते है।
(d) हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज (Hypertext Markup Language)
इसका प्रयोग वेबपेजों के डिजाइन बनाने में इस्तेमाल होता है। मार्कअप लैंग्वेज, मार्कअप (<- ->) टैग का एक सेट होता है। जो वेब ब्राउजर को यह बताता है कि वेब पेज पर शब्दों, इमेजों इत्यादि को उपयोगकर्ता के लिए किस प्रकार प्रदर्शित करना है।
(e) टेलनेट प्रोटोकॉल (Telnet Protocol)
टेलनेट सेशन वैध यूजरनेम तथा पासवर्ड को प्रविष्ट करने पर शुरू हो जाता है। यह एक नेटवर्क प्रोटोकॉल है, जिसमें वर्चुअल कनेक्शन का इस्तेमाल करके द्विदिशीय टेक्स्ट ऑरिएण्टड कम्युनिकेशन को लोकल एरिया नेटवर्क पर प्रदान किया जाता है।
(f) यूजनेट प्रोटोकॉल (Usenet Protocol)
इसके अन्तर्गत कोई केन्द्रीय सर्वर या एडमिनिस्ट्रेटर नहीं होता है। इस सेवा के तहत इण्टरनेट उपयोगकर्ताओं का एक समूह किसी भी विशेष विषय पर अपने विचार/सलाह आदि का आपस में आदान-प्रदान कर सकते हैं।
(g) पॉइण्ट-टू-पॉइण्ट प्रोटोकॉल (Point to Point Protocol)
यह एक डायल अकाउण्ट है जिसमें कम्प्यूटर को इण्टरनेट पर सीधे जोड़ा जाता है। इस आकार के कनेक्शन में एक मॉडम की आवश्यकता होती है, जिसमें डेटा को 9600 बिट्स/सेकण्ड से भेजा जाता है।
(h) वायरलैस एप्लीकेशन प्रोटोकॉल (Wireless Application Protocol)
वैप (WAP) ब्राउजर, मोबाइल डिवाइसों में प्रयोग होने वाले वेब ब्राउजर है। यह प्रोटोकॉल Web Browser को सेवाएँ प्रदान करता है।
(i) वॉयस ऑवर इण्टरनेट प्रोटोकॉल (Voice Over Internet Protocol)
यह IP नेटवर्को पर ध्वनि संचार का वितरण करने में प्रयोग होती है, जैसे- IP कॉल्स
Computer basically