प्रयागराज (इलाहाबाद) जनपद का परिचय (Introduction of Prayagraj District)
प्रयागराज(इलाहाबाद) की स्थिति (Location of Prayagraj)
- मुख्यालय – इलाहाबाद
- पुराना नाम व उपनाम – संगम नगरी, कुंभ नगरी, तीर्थराज
- मंडल – इलाहाबाद
- क्षेत्रफल – 5,482 वर्ग किमी
- सीमा रेखा
- पूर्व में – संत रविदासनगर (भदोही) एवं मिर्जापुर
- पश्चिम में – कौशाम्बी एवं चित्रकूट
- उत्तर में – प्रतापगढ़
- दक्षिण में – रीवा (म० प्र०)
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-76E, NH-24B, NH-096, NH-076, NH-027, NH-02
- नदियाँ – गंगा, यमुना, सरस्वतीं
- परियोजनाएँ –निचली गंगा नहर, शारदा नहर, रिहन्द नदी घाटी परियोजना, बेलन टोंस नहर मेजा जलाशय
प्रयागराज(इलाहाबाद) की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Prayagraj)
- विधानसभा क्षेत्र – 12 (बारा, करछना, सोरांव, इलाहाबाद दक्षिण, मेजा, फूलपुर, प्रतापपुर, कोरांव,फाफामउ, इलाहाबाद पश्चिम, इलाहाबाद उत्तर, हण्डिया)
- लोकसभा सीट – 2 (इलाहाबाद, फूलपुर)
- तहसील – 8 (करछना, कोरांव, फूलपुर, बारा, मेजा, सदर, सोरांव, हंडिया)
- विकासखंड (ब्लाक) – 20 (कौड्रिहार, होलागढ़, मऊआइमा, सोरांव, बहरिया, फूलपुर, बहादुरपुर, प्रतापपुर, सैदाबाद, धनुपुर, हण्डिया, जसरा, शंकरगढ़, चाका, करछना, कौधियारा, उरूवा, मेजा, कोरांव, माण्डा )
- कुल ग्राम – 3178
- कुल ग्राम पंचायत – 1637
- नगर पालिका परिषद – 1 (प्रयागराज )
- नगर पंचायत – 9
प्रयागराज(इलाहाबाद) की जनसंख्या (Population of Prayagraj)
- जनसंख्या – 59,54,391
- पुरुष जनसंख्या – 31,31,807
- महिला जनसंख्या – 28,22,584
- शहरी जनसंख्या – 14,72,873 (24.74 %)
- ग्रामीण जनसंख्या – 44,81,518 (75.26 %)
- साक्षरता दर – 72.32%
- पुरुष साक्षरता – 82.55%
- महिला साक्षरता – 60.97%
- जनसंख्या घनत्व – 1,086
- लिंगानुपात – 901
- जनसंख्या वृद्धि दर – 20.63%
- हिन्दू जनसंख्या – 51,02,041 (85.69 %)
- मुस्लिम जनसंख्या – 7,96,756 (13.38 %)
- इसाई जनसंख्या – 13,782 (0.23 %)
Population Source – census2011.co.in
प्रयागराज (इलाहाबाद) के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Prayagraj)
- धार्मिक स्थल – कुम्भमेला और संगम
- प्रसिद्ध स्थल – संग्रहालय, नवीन यमुना सेतु, खुसरोबाग, आनंद भवन, इलाहाबाद विश्वविद्यालय
- उद्योग – मूँज उद्योग, गैस सिलिंडर एवं कंप्रेसर
Notes –
- प्रयागराज भारत के सबसे पुराने शहरों में से एक है।
- यह प्राचीन ग्रंथों में ‘प्रयाग’ या ‘तीर्थराज’ के नाम से जाना जाता है और इसे भारत के सबसे पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है।
- यह तीन नदियों – गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर स्थित है। समागम-बिंदु को त्रिवेणी के रूप में जाना जाता है और यह हिंदुओं के लिए बहुत ही पवित्र है।
- प्रयागराज में प्रत्येक छः वर्षों में कुंभ और प्रत्येक बारह वर्षों में महाकुंभ, इस धरती पर तीर्थयात्रियों का सबसे बड़ा आयोजन है।
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