मिर्जापुर जनपद का परिचय (Introduction of Mirzapur District)
मिर्जापुर की स्थिति (Location of Mirzapur)
- मुख्यालय – मिर्जापुर
- पुराना नाम व उपनाम – महात्रीकोण नगर, रामेश्वर
- मंडल – मिर्जापुर
- क्षेत्रफल – 4,405 वर्ग किमी०
- सीमा रेखा
- पूर्व में – चंदौली
- पश्चिम में – प्रयागराज
- उत्तर में – वाराणसी एवं भादोली
- दक्षिण में – सौन्भाद्र एवं मध्य प्रदेश
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-76E NH-007
- नदियाँ – गंगा, पुण्यजल बेलन, जुर्गौ
- परियोजनाएँ – घाघरानहर, रिहन्द घाटी, मेजाजलाशय, आहौरबांध, नगवा बाँध
मिर्जापुर की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Mirzapur)
- विधानसभा क्षेत्र – 5 (चुनार, मिर्जापुर, मड़िहान, छानबे, मझवां)
- लोकसभा सीट – 1 (मिर्जापुर)
- तहसील – 4 (सदर, चुनार, लालगंज, मरिहान)
- विकासखंड (ब्लाक) – 12 (कोन, छांबे, जमालपुर, नरायनपुर, पटेहरा, पहाडी, मझवा, राजगढ, लालगंज, शिखड, सिटी, हलिया)
- कुल ग्राम – 2,079
- कुल ग्राम पंचायत – 8,09
- नगर पालिका परिषद – 2 (मिर्जापुर, अहरौरा)
- नगर पंचायत – 2
मिर्जापुर की जनसंख्या (Population of Mirzapur)
- जनसंख्या – 24,96,970
- पुरुष जनसंख्या – 13,12,302
- महिला जनसंख्या – 11,84,668
- शहरी जनसंख्या – 21,49,403 (13.92%)
- ग्रामीण जनसंख्या – 3,47,567 (86.08%)
- साक्षरता दर – 68.48%
- पुरुष साक्षरता – 78.97%
- महिला साक्षरता – 56.86%
- जनसंख्या घनत्व – 567
- लिंगानुपात – 903
- जनसंख्या वृद्धि दर – 18.00%
- हिन्दू जनसंख्या – 22,92,534 (91.81%)
- मुस्लिम जनसंख्या – 1,95,765 (7.84%)
Population Source – census2011.co.in
मिर्जापुर के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Mirzapur)
- तीर्थ स्थल – विंध्यवासिनी आद्या महाशक्ति
- उद्योग – ऊनी कालीन और दरी, सीमेंट, पीतल एवं जर्मन सिल्वर के बर्तनों का, प्लास्टर ऑफ पेरिस की प्रतिमाएं एवं खिलौने, बलुआ पत्थर के ब्लॉक एवं स्लैब
- अभयारण्य – कैमुरवन्यजीव विहार
Notes –
- मिर्जापुर जनपद अपने कालीनों और ब्रासवेयर उद्योगों के लिए जाना जाता है।
- मिर्जापुर विंध्याचल, अष्टभुजा और काली ख्ह के पवित्र मंदिर के लिए प्रसिद्ध है और यहां तक कि देवहवा बाबा आश्रम भी है।
- शहर की स्थापना से पहले, यह क्षेत्र घने जंगल था और वाराणसी (ए.के.ए.-बन्नारस), सकटेशगढ़, विजयगढ़, नैनागढ़ (चुनार), नौगढ़, कांतिट और रीवा के शिकारों जैसे विभिन्न राज्यों द्वारा स्वतंत्र रूप से इस्तेमाल किया गया था।
- ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने मध्य और पश्चिमी भारत के मध्य व्यापार केंद्र की जरूरतों को पूरा करने के लिए इस क्षेत्र की स्थापना की थी।
- ईस्ट इंडिया कंपनी ने इस जगह को मिर्जापुर (मिर्जापुर) नाम दिया है।
- मिर्जापुर शब्द ‘मिर्जा’ से लिया गया है जो बदले में फारसी शब्द ‘ट्रिप कलचू’ से लिया गया है जिसका अर्थ है “अमीर” या “शासक का बच्चा” का बच्चा।
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