गोरखपुर जनपद का परिचय (Introduction of Gorakhpur District)
गोरखपुर की स्थिति (Location of Gorakhpur)
- मुख्यालय – गोरखपुर
- पुराना नाम व उपनाम – गोरखधाम/ नाथ नगर
- मंडल – गोरखपुर
- क्षेत्रफल – 3,321 वर्ग किमी
- सीमा रेखा
- पूर्व में – देवरिया और कुशीनगर
- पश्चिम में – संत कबीर नगर
- उत्तर में – महराजगंज
- दक्षिण में – आज़मगढ़ एवं मऊ
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-730, NH-29E, NH-029, NH-028
- नदियाँ /नहरें – राप्ती, रोहिणी
- परियोजनाएँ – गंडक नहर
गोरखपुर की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Gorakhpur)
- विधानसभा क्षेत्र – 9 (कैम्पियरगंज, पिपराइच, गोरखपुर शहर, चिल्लूपार, गोरखपुर ग्रामीण, बांसगांव, सहज़नवा, चौरी-चौरा, खज़नी)
- लोकसभा सीट – 2 (गोरखपुर, बांसगांव)
- तहसील – 7 (सदर, कैम्पियरगंज, बांसगांव, खजनी, चौरीचौरा, सहजनवा, गोला)
- विकासखंड (ब्लाक) – 20 (कैम्पियरगंज, जंगल कौड़िया , खजनी , बेलघाट , सरदारनगर, ब्रह्मपुर, चरगांवा, भटहट, खोराबार, पिपराईच, सहजनवा, पाली, पिपरौली, बांसगांव, कौड़ीराम, गगहा, गोला, बढ़हलगंज, उरुवा, भरोहिया)
- कुल ग्राम – 3,448
- कुल ग्राम पंचायत – 1,354
- नगर पंचायत – 8
गोरखपुर की जनसंख्या (Population of Gorakhpur)
- जनसंख्या – 44,40,895
- पुरुष जनसंख्या – 22,77,777
- महिला जनसंख्या – 21,63,118
- शहरी जनसंख्या – 8,36,129 (18.83%)
- ग्रामीण जनसंख्या – 36,04,766 (81.17%)
- साक्षरता दर – 70.83%
- पुरुष साक्षरता – 81.80%
- महिला साक्षरता – 59.36 %
- जनसंख्या घनत्व – 1,337
- लिंगानुपात – 950
- जनसंख्या वृद्धि दर – 17.81%
- हिन्दू जनसंख्या – 40,09,037 (90.28%)
- मुस्लिम जनसंख्या – 4,03,847 (9.09%)
- इस्लाम जनसंख्या – 9,662 (0.22%)
Population Source – census2011.co.in
गोरखपुर के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Gorakhpur)
- तीर्थ स्थल – गोरखनाथ, कुशीनगर, तरकुलहा देवी
- प्रसिद्ध स्थल – शहीद स्मारक चौरी चौरा, कपिलवस्तु
- उद्योग – चीनी मिल, वस्त्र, सर्जिकल उत्पाद, खाद्य उत्पाद, गार्मेंट
Notes –
- आधुनिक गोरखपुर, आधुनिक के अलावा, बस्ती, देवरिया, आज़मगढ़ और नेपाल के कुछ हिस्सों के जिलों के जिलों में शामिल थे।
- 1801 में अवध के नवाब ने ईस्ट इंडिया कंपनी को इस क्षेत्र के हस्तांतरण से आधुनिक काल को चिह्नित किया था।
- 1829 में, गोरखपुर को इसी नाम के एक डिवीजन का मुख्यालय बनाया गया था, जिसमें गोरखपुर, गाजीपुर और आज़मगढ़ के जिले शामिल थे।
- 1865 में, नया जिला बस्ती गोरखपुर से बनाया गया था। 1946 में नया जिला देवरिया बना दिया गया था। गोरखपुर के तीसरे विभाजन ने 1989 में जिला महाराजगंज के निर्माण का नेतृत्व किया।
- गोरखपुर को हिंदू धार्मिक पुस्तकों के विश्व प्रसिद्ध प्रकाशक गीता प्रेस के साथ भी पहचान लिया गया है। सबसे प्रसिद्ध प्रकाशन ‘कल्याण’ पत्रिका है श्री भागवत गीता के सभी 18 हिस्सों को अपनी संगमरमर की दीवारों पर लिखा गया है।
- 4 फरवरी, 1922 की ऐतिहासिक ‘चौरोई चौरो’ घटना के कारण गोरखपुर महान प्रतिष्ठा पर पहुंच गया।
- गोरखपुर वायु सेना का मुख्यालय भी है जो कोबरा स्क्वाड्रन के नाम से जाना जाता है।
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