General Study of Uttar Pradesh

उत्तर प्रदेश के राजकीय चिकित्सा विश्व विद्यालय से सम्बंधित प्रश्न

उत्तर प्रदेश के राजकीय चिकित्सा विश्व विद्यालय से सम्बंधित प्रश्न
(Questions Related to Government Medical University of Uttar Pradesh)

चिकित्सा नाम  स्थान 
जार्ज चिकित्सा वि.वि.  लखनऊ (2011)
उ.प्र. ग्रामीण आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (उ.प्र. आयुर्विज्ञान वि.वि.) सैफई (इटावा) 
प0 दीन दयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान वि0 वि0 एवं गौ अनुसंधान संस्थान  मथुरा 
राज्य में केन्द्रीय मेडिकल कॉलेज  वाराणसी व अलीगढ़
राज्य में राजकीय मेडिकल (संचालित) कॉलेज  12 (इलाहाबाद, गोरखपुर, कानपुर, आगरा, झांसी, मेरठ, सहारनपुर, बांदा, अम्बेडकर नगर, कन्नौज, जालौन व आजमगढ़) 
सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज (1854) आगरा 
गणेश शंकर विद्यार्थी स्मारक मेडिकल कालेज (1956) कानपुर 
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज (1961) इलाहाबाद 
लाला लाजपतराय स्मारक मेडिकल कालेज (1962) मेरठ 
महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज (1965) झांसी 
बाबा राघवदास मेडिकल कालेज (1969) गोरखपुर 
शेखुल हिन्द मौलाना महमूद हसन मेडिकल कालेज (2014) सहारनपुर 
संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (1983) लखनऊ 
डॉ. राममनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइन्सेज (2006)  लखनऊ 
सुपर स्पेशियलिटी बाल चिकित्सालय व पीजी शिक्षण संस्थान (2013)  नोएडा 
राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान (2013) ग्रेटर नोएडा 
सेन्टर ऑफ बायोमेडिकल मैग्नेटिक रेजोनेन्स (2001) लखनऊ 
लक्ष्मीपति सिंहानिया हृदय रोग संस्थान (1975) कानपुर 
जे.के. कैंसर संस्थान (1955) कानपुर 
उच्च स्तरीय कैंसर संस्थान सीजी सिटी, लखनऊ 
मानसिक चिकित्सा संस्थान आगरा, वाराणसी व बरेली 
मस्तिष्क ज्वर उन्मूलन शोध केन्द्र गोरखपुर
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ यूनानी मेडिकल गाजियाबाद
डॉ. डी.पी. रस्तोगी केन्द्रीय होम्योपैथिक अनुसंधान संस्थान नॉएडा
राज्य सरकार का प्रथम कृत्रिम अंग निर्माणशाला लिंम सेंटर, केजीएमयू, लखनऊ 
राज्य सरकार का द्वितीय कृत्रिम अंग निर्माणशाला डॉ. शकुन्तला देवी मिश्रा वि.वि., लखनऊ

 

राज्य सरकार का तृतीय कृत्रिम अंग निर्माणशाला लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ 
केन्द्र द्वारा स्थापित कृत्रिम अंग निर्माणशाला कानपुर 
एम्स रायबरेली, गोरखपुर
मेदान्ता-अवध सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल लखनऊ 

 

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उत्तर प्रदेश में स्थित भाषा व बोली सम्बंधी संस्थान

उत्तर प्रदेश में स्थित भाषा व बोली सम्बंधी संस्थान
(Language and Dialect Institutes Located in Uttar Pradesh)

संस्थान स्थान 
उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान लखनऊ (1976) 
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान लखनऊ (1976) 
उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी लखनऊ (1972) 
फखरूद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी लखनऊ (1976) 
मौलाना आजाद स्मारक अकादमी (गैर सरकारी)  लखनऊ (1975) 
उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान लखनऊ (1994) 
उत्तर प्रदेश सिन्धी अकादमी लखनऊ (1996) 
उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी लखनऊ (1998) 
उत्तर प्रदेश जैन विद्या शोध संस्थान लखनऊ (1990) 
हिन्दी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद (1910) 
हिन्दुस्तानी अकादमी इलाहाबाद (1927) 
भारती भवन पुस्तकालय इलाहाबाद (1889) 
केन्द्रीय हिन्दी शिक्षण मंडल आगरा (1961) 
कन्हैया लाल मणिकलाल मुंशी हिन्दी तथा भाषा विज्ञान विद्यापीठ आगरा (1953) 
भोजपुरी भवन वाराणसी (2010) 
राज्य हिन्दी संस्थान वाराणसी 
संत कबीरदास अकादमी मगहर (प्रस्तावित) 
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उत्तर प्रदेश में स्थित केन्द्र व राज्य स्तरीय कला तथा संगीत संस्थान

उत्तर प्रदेश में स्थित केन्द्र व राज्य स्तरीय कला तथा संगीत संस्थान
(Central and State Level Art and Music Institutes Located in Uttar Pradesh) 

संस्थान स्थान 
प्रयाग संगीत सम्मेलन इलाहाबाद (1926) 
प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद (1926) 
निराला आर्ट गैलरी इलाहाबाद 
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र इलाहाबाद (1985 – 86) 
पं. विष्णु दिगम्बर एकेडमी ऑफ म्यूजिक इलाहाबाद (1928) 
इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (क्षेत्रीय इकाई) वाराणसी (1987) 
भारतीय (राष्ट्रीय) लोक कला परिषद वाराणसी (1920) 
अयोध्या शोध संस्थान (तुलसी स्मारक भवन में)  अयोध्या (1986) 
अंतर्राष्ट्रीय रामलीला केन्द्र अयोध्या 
हरिऔध कला केन्द्र भवन आजमगढ़ 
जनजाति एवं लोक कला संस्कृति संस्थान लखनऊ (1996) 
राजकीय वास्तु कला विद्यालय लखनऊ 
कला एवं शिल्प महाविद्यालय लखनऊ (1911)
भातखण्डे संगीत संस्थान (अक्टू. 2000 से सम-विश्वविद्यालय)  लखनऊ (1926) 
आल इंडिया कैफी आजमी अकादमी लखनऊ 
राज्य ललित कला अकादमी लखनऊ (1962) 
उत्तर प्रदेश संगीत नाट्य अकादमी लखनऊ (1963) 
रवीन्द्रालय नाट्य केन्द्र लखनऊ (1964) 
भारतेन्दु नाट्य अकादमी लखनऊ (1975) 
राष्ट्रीय कथक संस्थान लखनऊ (1988-89) 
उत्तर प्रदेश फिल्म, टेलीविजन एवं लिबरल आर्ट्स इंस्टीट्यूट  लखनऊ (2016) 

 

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उत्तर प्रदेश के प्रमुख राजकीय संग्रहालय व पुस्तकालय 

उत्तर प्रदेश के प्रमुख राजकीय संग्रहालय व पुस्तकालय 
(Major Museum and Library of Uttar Pradesh)

अगस्त, 2002 में गठित उत्तर प्रदेश संग्रहालय निदेशालय के तहत वर्तमान में कुल राजकीय संग्रहालय हैं – 13 

संग्रहालय / पुस्तकालय  स्थान 
राजकीय संग्रहालय, लखनऊ 1863 (राज्य का सबसे पुराना) 
राजकीय संग्रहालय, मथुरा 1874 (कुषाण एवं गुप्त अवशेष, प्रचुर जैन सामग्री) 
राजकीय संग्रहालय, झांसी 1978 (बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सांस्कृतिक तत्व) 
राजकीय बौद्ध संग्रहालय, गोरखपुर 1987 (बौद्ध, जैन व हिन्दु धर्म सम्बंधी) 
राजकीय बौद्ध संग्रहालय, कुशीनगर  1993-94 (बौद्ध व जैन सम्बंधी सामग्री) 
राजकीय बौद्ध संग्रहालय, पिपरहवा, सिद्धार्थनगर  1997 (बौद्ध सामग्री) 
राजकीय पुरातत्व संग्रहालय, कन्नौज 1996 (प्रतिहार सामग्री के लिए प्रसिद्ध) 
राजकीय पुरातत्व संग्रहालय, फर्रुखाबाद हिन्दू व बौद्ध सामग्री 
अंतर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय एवं आर्ट गैलरी, अयोध्या  1988 (श्रीराम सम्बंधी सामग्री) 
लोककला संग्रहालय, लखनऊ 1989 (विलुप्त हो रहीं लोक कलाओं के संरक्षण हेतु) 
जनपदीय संग्रहालय, सुल्तानपुर  1988-89 (आस-पास के पुरास्थलों से प्राप्त सामग्री) 
राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय, मेरठ  2007 (स्वतंत्रता संग्राम सम्बंधी दृश्य व सामग्री) 
डॉ. भीमराव अम्बेडकर संग्रहालय व पुस्तकालय, रामपुर  2004 

 

उत्तर प्रदेश के अन्य प्रमुख संग्रहालय / पुस्तकालय
(Other major Museums / Libraries of Uttar Pradesh) 

संग्रहालय / पुस्तकालय  स्थान 
मोतीलाल नेहरू बाल संग्रहालय (1957)  लखनऊ (बालको हेतु ज्ञान-विज्ञान व सांस्कृतिक सामग्री) 
प्रान्तीय हाईजीन इंस्टीट्यूट (1928) लखनऊ (विज्ञान सम्बंधी दर्शनीय सामग्री) 
समाजवाद का संग्रहालय (2016) लखनऊ (जे.पी. इंटरनेशनल सेन्टर में) 
डॉ. अम्बेडकर पर्यावरण म्यूजियम (1997) लखनऊ 
भारत कला भवन (1950) बी.एच.यू. वाराण. (चित्रकला का बड़ा संग्रह) 
सारनाथ संग्रहालय (1904) सारनाथ, वाराणसी (पुरातन वस्तुओं का संग्रह) 
लोककला संग्रहालय (2010) वाराणसी 
इलाहाबाद संग्रहालय (1931) इलाहाबाद (पुरातत्व, कला व हस्तशिल्प सामग्री)
उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार (सेन्ट्रल रिकार्ड ऑफिस) (1949) इलाहाबाद 
राज्य पाण्डुलिपि पुस्तकालय इलाहाबाद 
राहुल सांकृत्यायन संस्थान (1957) गोरखपुर वि.वि. (पुरातन सामग्री व पाण्डुलिपियां) 
बुन्देलखण्ड छत्रसाल संग्रहालय (1985) बांदा (बुन्देलखण्ड क्षेत्र की दुर्लभ सामग्री) 
पटेल लोक सांस्कृतिक संस्थान ग्रेटर नोएडा 
अबाई स्मारक पांचाल संग्रहालय (1974-75)  बरेली 
रानी महल संग्रहालय (1970-71) झांसी 
मुगल म्यूजियम  आगरा (मुगलकालीन सामग्री) 
कालका बिन्दादीन की ड्योढ़ी कथक संग्रहालय  लखनऊ 
इंडस्ट्रीयल म्यूजियम  अवध शिल्पग्राम, लखनऊ
रामायण म्यूजियम अयोध्या 

 

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उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक संरचना से सम्बंधित प्रश्न

उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक संरचना से सम्बंधित प्रश्न
(Questions related to administrative structure of Uttar Pradesh)

1. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में सम्मिलित उत्तर प्रदेश के जिले : 7 (गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, मुजफ्फरनगर और बुलंदशहर

2. अप्रवासी भारतीयों की समस्याओं हेतु उत्तर प्रदेश राज्य में NRI (Non-resident Indians) विभाग का गठन : 18 जुलाई, 2014 को 

3. उत्तर प्रदेश NRI दिवस मनाया जाता है : जनवरी में (प्रतिवर्ष) 

4. उत्तर प्रदेश में मतदाताओं की कुल संख्या : 14.80 करोड़ (जन, 2019 में) 

5. उत्तर प्रदेश राज्य विधानमण्डल : द्विसदनात्मक 

6. उत्तर प्रदेश राज्य विधानसभा का प्रथम गठन : जुलाई, 1937 

7. उत्तर प्रदेश में 1967 तक विधान सभा सदस्यों की कुल संख्या : 431

8. उत्तराखण्ड बनने के पहले (नवम्बर 2000) तक उत्तर प्रदेश में विधान सभा सदस्यों की कुल संख्या थी : 425 

9. वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधान सभा सदस्यों की कुल संख्या : 404 (403 निवार्चित + 1 मनोनित एंग्लो इण्डियन) 

10. पूर्वांचल, पश्चिमांचल, मध्यांचल व बुन्देलखण्ड में विधान सभा सीटे क्रमशः : 162, 149, 73 व 19 

11. 17वीं विधान सभा में उत्तर प्रदेश के लिए महिलाएं चुनी गई हैं : 43 (09.37% ) ( 36 B.J.P. + 6 अन्य) 

12. फरवरी-मार्च 2017 में हुए 17वीं विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के पार्टियों का प्रदर्शन रहा : 312 भाजपा, 47 सपा, 19 बसपा, 9 अपना दल, 7 कांग्रेस, 4 सुहेलदेव भारत समाज पार्टी व 5 अन्य 

13. उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक विधानसभा सीटों वाला जिला : इलाहाबाद (12 सीट) 

14. उत्तर प्रदेश का सबसे कम विधान सभा सीटों वाले जिले : श्रावस्ती, महोबा, चित्रकूट (2-2 सीटें) 

15. उत्तर प्रदेश के विधान सभा में आरक्षित सीटों की संख्या : 86 (84 एससी + 2 एसटी) (2017) 

16. उत्तर प्रदेश के विधान परिषद का गठन किया गया : 1937 में ( 1937 से अनवरत) 

17. उत्तराखण्ड निर्माण के पहले (नवम्बर 2000 तक) विधान परिषद सदस्यों की कुल संख्या थी : 108 

18. वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधान परिषद् सदस्यों की संख्या : 100 

19. उत्तर प्रदेश में लोक सभा सीटों की संख्या : 80 

20. उत्तर प्रदेश में SC व ST के लिए आरक्षित लोकसभा सीटों की संख्या : 17 व 0 

उत्तर प्रदेश का बजट 2020 – 21 (Uttar Pradesh Budget 2020 – 21)

उत्तर प्रदेश का बजट 2020 – 21
(Uttar Pradesh Budget 2020 – 21)

18 फरवरी, 2020 को उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2020 – 21 के लिए बजट विधानसभा में पेश किया। यह बजट उत्तर प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा बजट पेश किया गया है। इस बार यह बजट 5 लाख 12 हजार 860 करोड़ (5,12,860.72) रूपये का है, इसमें 10 हजार 967 करोड़ की नई योजनाएं शामिल हैं। यह बजट पिछली बार के बजट के मुकाबले यह 33,159 करोड़ ज्यादा है। इस बजट में किसी भी प्रकार का नया टैक्स नहीं लगाया गया है।

बजट में छह नई यूनिवर्सिटी और 18 अटल आवासीय विद्यालयों की घोषणा की गई। वित्तमंत्री ने कहा- सहारनपुर, आजमगढ़ व अलीगढ़ में तीन राज्य विश्वविद्यालय बनाए जाएंगे। इसके अलावा पुलिस फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी भी बनेगी। प्रयागराज में विधि विश्वविद्यालय और गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय बनाया जाएगा। इसके अलावा राज्य के 18 मंडलों में अटल आवासीय स्कूल शुरू किए जाएंगे।

बजट में नई योजनाएं

  • सहारनपुर, अलीगढ़, आजमगढ़ में 3 नए राज्य विश्वविद्यालय
  • प्रदेश में पुलिस फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी की स्थापना प्रस्तावित
  • प्रयागराज मेला यूनिवर्सिटी, गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय

बजट का सार 2020-2021

बजट का सार 2020-2021 
1. राजस्व लेखे की प्राप्तियाँ
     2. कर राजस्व *
     3. करेत्तर राजस्व @
422567.83
318884.17
103683.66
4. पूंजी लेखे की प्राप्तियाँ
     5. ऋणों की वसूली
     6. उधार और अन्य देयताएं
      (जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक से अर्थोपाय अग्रिम) 
77990.70
2200.00
75790.70
10000.00 
7. कुल प्राप्तियाँ (1 + 4) 500558.53
8. राजस्व लेखे पर व्यय जिसमें
9. ब्याज अदायगियां
395116.95
38091.27
10. पूंजी लेखे पर व्यय जिसमें
11. पूंजीगत परिव्यय
       12. ऋण की अदायगियाँ
        (जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक से प्राप्त अर्थोपाय अग्रिम का प्रतिदान सहित)
1117743.77
81209.49
34897.43
10000.00
13. कुल व्यय (8 + 10) 512860.72 
14. राजस्व बचत (1 – 8) 27450.88
15. राजकोषीय घाटा 53195.46 
16. प्रारम्भिक घाटा (15 – 9) 15104.19 

* इसमें राज्य का स्वयं का कर राजस्व एवं केन्द्रीय करों में राज्यांश सम्मिलित है ।
@ इसमें राज्य का स्वयं का करेत्तर राजस्व एवं केन्द्र से प्राप्त अनुदान सम्मिलित है।

राज्य के वित्तीय निष्पादन

राज्य सरकार के लेखों के संबंध में भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक के प्रतिवेदनों में राज्य के वित्तीय निष्पादन के संकेतकों का विस्तार में उल्लेख किया जाता है।

बजट अनुमान 2020-21
स्थायित्व
1- राजस्व बचत
2- प्राथमिक घाटा
3- ब्याज अनुपात 
4- सकल कर प्राप्तियां/सकल घरेलू उत्पाद
5- स्वयं का कर प्राप्तियां/सकल घरेलू उत्पाद  

27450.88
15104.20
8.6%
17.8%
9.3% 
लचीलापन
1- राजस्व बचत
2- पूंजीगत परिव्यय/पूंजीगत प्राप्तियां
3- स्वयं का कर प्राप्तियां/सकल राज्य घरेलू उत्पाद
4- ऋण/सकल राज्य घरेलू उत्पाद 

27450.88
119.4%
9.3%
28.8% 
संवेदन शीलता
1- राजस्व बचत
2- राजकोषीय घाटा
3- प्राथमिक घाटा
4- प्राथमिक घाटा/राजकोषीय घाटा
5- राजस्व बचत/राजकोषीय घाटा 

27450.88
53195.46
15104.20
28.4%
51.6% 

नोट-
(1) पूंजीगत प्राप्तियों में अर्थोपाय अग्रिम की धनराशि सम्मिलित नहीं है।
(2) सकल राज्य घरेलू उत्पाद के आँकड़े पुनरीक्षित श्रृंखला से लिये गये हैं । 

मुख्य बजटीय संकेतक

राज्य के वचनबद्ध व्यय के मुख्य बजटीय संकेतकों का निरूपण यहाँ पर किया गया है। 

बजट मद  2020-21 बजट अनुमान
(धनराशि करोड़ रूपये में) 
1. वेतन  124407.50 
2. पेंशन  62062.27 
3. ब्याज  38091.26 
4. वेतन पेंशन ब्याज  224561.03 
5. ऋणों का प्रतिदान *  24897.43 
6. ऋण सेवा *  62988.69 
7. राजस्व व्यय  395116.95 
8. राजस्व प्राप्ति  422567.83 
9. वेतन/राजस्व व्यय  31.5% 
10. पेंशन/राजस्व व्यय  15.7% 
11. ब्याज/राजस्व व्यय  9.6% 
12. वेतन/राजस्व प्राप्तियां  29.4% 
13. पेंशन/राजस्व प्राप्तियां  14.7% 
14. ब्याज/राजस्व प्राप्तियां  9.0% 
15. वेतन+पेंशन+ब्याज / राजस्व व्यय  56.8% 
16. वेतन+पेंशन+ब्याज/ राजस्व प्राप्तियां  53.1% 
17. ऋण सेवा/राजस्व प्राप्तियां  14.9% 
18. राजस्व बचत/राजस्व प्राप्तियां  6.5% 

* ऋणों का प्रतिदान, भारतीय रिजर्व बैंक से अर्थोपाय अग्रिम को छोड़कर प्रदर्शित किया गया है । 

पुलिस विभाग

  • अनावासीय भवनों के निर्माण के लिए 650 करोड़ रुपए और आवासीय भवनों के निर्माण के लिए 600 करोड़ रुपए
  • नवसृजित जिलों में आवासीय व अनावासीय भवनों के निर्माण के लिए 300 करोड़ रुपए
  • अग्निशमन केंद्र के आवासीय व अनावासीय भवनों के लिए निर्माण के लिए 150 करोड़ रुपए
  • पुलिस बल आधुनिकीकरएण योजना के लिए 122 करोड़ रुपए
  • विधि विज्ञान प्रयोगशालाओं के निर्माण के लिए 60 करोड़
  • सेफ सिटी लखनऊ योजना के लिए 97 करोड़
  • उत्तर प्रदेश पुलिस फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए 20 करोड़
  • ड्यूटी के दौरान शहीद या घायल हुए पुलिस एवं अग्निशमन सेवा के कर्मियों के परिवारों को 27 करोड़ रुपए
  • अग्निशमन सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए 10 करोड़ और अग्निशमन केंद्रों पर बिजली की व्यवस्था के लिए सोलर पॉवर प्लांट्स की स्थापना के लिए 20 करोड़ रुपए
  • सेंट्रल विक्टिम कंपनसेशन फंड स्कीम के तहत एसिड अटैक, बलात्कार, मानव तस्करी अथवा हत्या के प्रकरणों में आर्थिक सहायता के लिए 28 करोड़ रुपए
  • स्टूडेंट पुलिस कैडेट योजना के लिए 16 करोड़ रुपए
  • साइबर क्राइम प्रीवेंशन अगेंस्ट वीमेन एंड चिल्ड्रेन के लिए तीन करोड़ रुपए
  • लखनऊ, गोरखपुर व बदायूं में महिला पीएसी वाहिनियां स्थापित हैं
  • प्रदेश में 76 महिला थाना स्थापित हैं। लखीमपुर खीरी में दो महिला थाना व अन्य सभी जिलों में एक-एक महिला थाना है।

पर्यटन संस्कृति एवं धार्मिक कार्य

  • अयोध्या में उच्च स्तरीय पर्यटक अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु 85 करोड़ की व्यवस्था
  • तुलसी स्मारक भवन के लिए 10 करोड़ की व्यवस्था
  • वाराणसी में संस्कृति केंद्र की स्थापना के लिए 180 करोड़ की व्यवस्था
  • पर्यटन इकाई के प्रोत्साहन के लिए 50 करोड़ की व्यवस्था
  • गोरखपुर के रामगढ़ ताल में वाटर स्पोर्ट्स के लिए 25 करोड़ रुपये
  • काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए 200 करोड़ की व्यवस्था

महिला एवं बाल कल्याण विभाग

  • बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के लिए एक हजार 2 सौ करोड़ की व्यवस्था
  • निराश्रित महिला पेंशन की योजना 500 रुपए की धनराशि प्रतिमाह सीधे लाभार्थियों के खाते में जा रही है इस योजना के अंतर्गत 1425 करोड़ की व्यवस्था
  • वृद्ध एवं निराश्रित महिलाओं के पुनर्वास एवं जीवनयापन के लिए स्वाधार गृह योजना
  • प्रदेश में कुपोषण की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत 4000 करोड़ रुपए की व्यवस्था

समाज कल्याण

  • वृद्धावस्था / किसान पेंशन योजना हेतु 1 हज़ार 459 करोड़ रुपए की व्यवस्था
  • राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के लिए 1 हज़ार 251 करोड़ रुपए
  • राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के लिए 500 करोड़ रुपए
  • मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के लिए 250 करोड़ रुपए
  • पिछड़े वर्ग के छात्र छात्राओं हेतु छात्रवर्ती योजना के लिए 1 हज़ार 375 करोड़ रुपए

अल्पसंख्यक कल्याण

  • प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के लिए 783 करोड़ रुपए
  • मान्यता प्राप्त मदरसों के लिए 479 करोड़ रुपए

न्याय व्यवस्था

  • पॉस्को एक्ट में न्याय दिलाने के लिए 218 न्यायालय गठित किए गए
  • अब तक स्थापित महिलाओं के विरुद्ध अपराधिक कोर्ट की संख्या 81 है
  • अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति की 25 कोर्ट तथा 13 कॉमर्शियल कोर्ट की स्थापना कराई गई
  • निर्वाचित सांसदों विधायकों के लंबित आपराधिक वादों के लिए एक स्पेशल कोर्ट गठन किया गया
  • 24 स्थाई लोक अदालत तथा 75 मोटर एक्सीडेंट क्लेम स्थापित किया गया है

दिव्यांगजन कल्याण

  • दिव्यांग पेंशन योजना के लिए 621 करोड़ रुपए
  • सभी 75 जिलों में शिविर लगाकर दिव्यांगजन को सुविधा के लिए 37 करोड़ रुपए की व्यवस्था

लोकनिर्माण विभाग

  • ग्रामीण मार्गों के निर्माण हेतु 2 हजार 305 करोड़ रुपए, राज्य सड़क निधि हेतु 1 हजार 500 करोड़
  • मार्गों की मरम्मत करने के लिए 3 हजार 524 करोड़ रुपए
  • विश्व बैंक की सहायता से प्रस्तावित उत्तर प्रदेश कोर रोड नेटवर्क परियोजना के लिए 830 करोड़ रुपए
  • उत्तर प्रदेश मुख्य ज़िला विकास परियोजना के अंतर्गत मार्ग निर्माण के लिए 755 करोड़ रुपए
  • पूर्वांचल निधि के लिए 300 करोड़ , बुंदेलखंड निधि के लिए 210 करोड़ रुपए की व्यवस्था
  • केंद्रीय मार्ग योजना के लिए 2 हज़ार 80 करोड़ रुपए की व्यवस्था
  • पुलों के निर्माण के लिए 2 हज़ार 529 करोड़ रुपए की व्यवस्था

आवास एवं नगर विकास

  • दिल्ली से मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का कार्य प्रगति में है, इसके लिए 900 करोड़ रुपए की व्यवस्था
  • कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के लिए 358 करोड़ रुपए की व्यवस्था
  • आगरा मेट्रो रेल परियोजना के लिए 286 करोड़ रुपए की व्यवस्था
  • गोरखपुर तथा अन्य शहरों के लिए मेट्रो रेल हेतु प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं, जिसके लिए 200 करोड़ रुपए की व्यवस्था
  • राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल की स्थापना हेतु 50 करोड़ की व्यवस्था

 

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उत्तर प्रदेश के नाम, चिन्ह और राजधानी से सम्बंधित सामान्य अध्ययन

उत्तर प्रदेश के नाम चिन्ह और राजधानी से सम्बंधित सामान्य अध्ययन
(General Study Related to Name, Symbol and Capital of Uttar Pradesh)

1. प्रदेश का नाम

  • 1836 से उत्तर-पश्चिम प्रान्त
  • 1877 से उत्तर-पश्चिमी प्रांत आगरा एवं अवध
  • 1902 से आगरा एवं अवध का संयुक्त प्रांत
  • 1937 से केवल संयुक्त प्रान्त
  • 24 जनवरी, 1950 से उत्तर प्रदेश

2. उत्तर प्रदेश की राजधानी

  • 1836 से आगरा
  • 1858 से इलाहाबाद
  • 1921 से लखनऊ (आंशिक)
  • 1935 से लखनऊ (पूर्णतः) 

3. उत्तर प्रदेश नाम से राज्य का गठन :-  24 जनवरी 1950 को 

4. उत्तर प्रदेश राज्य का पुनर्गठन :- 1 नवम्बर, 1956 को 

5. उत्तर प्रदेश राज्य का विभाजन :-  9 नवम्बर 2000 (13 जिलो को काटकर उत्तराखण्ड बना) 

6. उत्तर प्रदेश राज्य की प्रथम राजकीय भाषा (घोषणा) :- अक्टूवर 1947 से देवनागरी लिपि में हिन्दी 

7. उत्तर प्रदेश राज्य की प्रथम राजकीय भाषा (सभी कार्यालयों में) अनिवार्य :- 26 जनवरी 1968 से 

8. उत्तर प्रदेश राज्य की द्वितीय राजकीय भाषा :- 1989 से उर्दू 

9. उत्तर प्रदेश राज्य का राजकीय पशु :- बारहसिंगा 

10. उत्तर प्रदेश राज्य का राजकीय पक्षी :- सारस अथवा क्रौंच 

11. उत्तर प्रदेश राज्य का राजकीय वृक्ष :- अशोक 

12. उत्तर प्रदेश राज्य का राजकीय पुष्प :- पलाश या टेंसू ( 4 जनवरी 2011 से) 

13. उत्तर प्रदेश राज्य का राजकीय खेल :- हॉकी 

14. उत्तर प्रदेश राज्य का राजकीय चिन्ह :- 1 वृत्त में 2 मछली, 1 तीर-धनुष, (यह चिन्ह 1938 में स्वीकृत हुआ) 

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