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Budaun District in Uttar Pradesh

बदायूँ जनपद (Budaun District)

बदायूँ जनपद का परिचय (Introduction of Budaun District)

बदायूँ  की स्थिति (Location of Budaun)

  • मुख्यालय –बदायूँ
  • पुराना नाम व उपनाम – निजामुददीन औलिया नगर
  • मंडल – बरेली
  • क्षेत्रफल – 4,234 वर्ग किमी.
  • सीमा रेखा
    • पूर्व में – शाहजहापुर,
    • पश्चिम में – संभल एवं अलीगढ़,
    • उत्तर में – बरेली,
    • दक्षिण में – कासगंज एवं फर्रुखाबाद
  • राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-093
  • नदियाँ –  गंगा, रामगंगा 

बदायूँ की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Budaun)

  • विधानसभा क्षेत्र – 6 (बिसौली, सहसवान, बिल्सी, बदायूँ, शेखुपुर, दातागंज)
  • लोकसभा सीट – 1 (बदायूँ)
  • तहसील –5 (बदायूँ सदर, बिसौली, बिल्सी, दातागंज, सहसवान)
  • विकासखंड (ब्लाक)  – 15 (अम्बिअपुर, असफ्पुर, बिसौली, देह्गवान, दातागंज, इस्लामनगर, जगत, म्याऊ, कादरचौक, सहसवान, सलारपुर, समरेर, उझानी, उसावां, वजीरगंज)
  • कुल ग्राम – 1,698
  • कुल ग्राम पंचायत – 1,038
  • नगर पालिका परिषद – 7 (बदायूँ सदर, बिसौली, बिल्सी, दातागंज, उझानी, ककराला, सहसवान)
  • नगर पंचायत – 13 (कछला, सखानू, अलापुर, मुडिया, कुवारगावं, गुलाडिया, इस्लामनगर, वजीरगंज, उसैत, उसावां, रुदायन,सैदपुर, फैजगंज बेहता)

बदायूँ की जनसंख्या (Population of Budaun)

  • जनसंख्या – 36,81,896
    • पुरुष जनसंख्या –  19,67,759
    • महिला जनसंख्या – 17,14,137
  • शहरी जनसंख्या –  6,44,595 (17.51 %)
  • ग्रामीण जनसंख्या – 30,37,301 (82.49 %)
  • साक्षरता दर – 51.29%
    • पुरुष साक्षरता – 60.98%
    • महिला साक्षरता – 40.09%
  • जनसंख्या घनत्व – 712
  • लिंगानुपात – 871
  • जनसंख्या वृद्धि दर – 19.95%
  • हिन्दू जनसंख्या – 28,67,707 (77.89 %)
  • मुस्लिम जनसंख्या – 7,90,515 (21.47 %)

Population Source – census2011.co.in

बदायूँ के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Budaun)

  • प्रसिद्ध स्थल – मख्बरा, रोजा 
  • उद्योग – चीनी मिल, खाद्य, रसायन आधारित

Notes –

  • 11 दिसंबर 1949 से पूर्व बदायूं जनपद एक स्वतंत्र रियासत था।
  • प्रो० गोटी जॉन के अनुसार प्राचीन शिलालेखों में इसका नाम “वेदामूथ” था जो शिलालेख लखनऊ म्यूजियम में संरक्षित है
  • उस काल में इस प्रदेश को “पांचाल” नाम से जाना जाता था
  • मुस्लिम इतिहासकार श्री रोज़ खां लोधी के अनुसार सम्राट अशोक ने यहाँ एक बुद्ध विहार और एक क़िला बनवाया जिसका नाम बुद्धमऊ रखा था

 

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