Bihar Study Notes Archives | TheExamPillar

Bihar Study Notes

फसल उत्पादन में बिहार का भारत में स्थान

फसल स्थान
धान चौथा
गेहूँ छठा
तंबाकू तीसरा
जूट दूसरा
तिलहन सातवाँ
लीची प्रथम
आम प्रथम
जौ दूसरा
मडुआ प्रथम
शहद प्रथम
मखाना प्रथम
मक्का तीसरा

 

Read Also :

Read Related Post.

 

बिहार के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी कृतियां

बिहार के प्रमुख साहित्यकार एवं उनकी कृतियां

साहित्यकार कृतियां
बाणभट्ट कादम्बरी, हर्षचरितम, चंडीशतक
विष्णु शर्मा पंचतंत्र, हितोपदेश
चाणक्य अर्थशास्त्र
अश्वघोष महायान श्रद्घत्पाद संग्रह, बुद्ध चरित, वज्र सूची
आर्यभट्ट आर्यभट्ट तंत्र
वात्स्यायन कामसूत्रम्
मंडन मिश्रा भाव विवेक, विधि विवेक
विद्यापति पदावली, कीर्तिलता, कीर्ति पताका, गौरक्षा विजय, भू-परिक्रमा
दाउद चंद्रायन
ज्योतिरीश्वर ठाकुर वर्ण रत्नाकर, दर्शन रत्नाकर
फणीश्वरनाथ रेणु मैला आंचल, जुलूस, पलटू बाबू रोड, दीर्घतया
रामधारी सिंह ‘दिनकर’ प्राणभंग, उर्वशी, रेणुका, द्वन्द्वगीत, हुंकार, रसवंती, चक्रवाल, धूप-छांव, कुरुक्षेत्र, रश्मिरथी, सामधेनी, नील कुसुम, सीपी और शंख, परशुराम की प्रतिज्ञा, हारे को हरिनाम
बाबा नागार्जुन बाबा बटेश्वरनाथ, हजार-हजार बहों वाली, पारो, कुम्भीपाक, तुमने कहा था, वरुण के बेटे, रतिनाथ की चाची, पुरानी जातियों का कोरस, बलचनमा
देवकीनंदन खत्री चंद्रकांता संतति, भूतनाथ, काजर की कोठरी, नौलखाहार
राहुल सांकृत्यायन बुद्धचर्या, विनय-पिटक, धाम्मपद, दर्शन-दिग्दर्शन
शाह अजीमाबादी नक्शेपायदार
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद इंडिया डिवाइडेड, चम्पारण में सत्याग्रह, बापू के कदमों में
केदारनाथ मिश्र प्रभात ज्वाला, कैकयी, ऋतुवंश, प्रषक्रिया
शिवसागर मिश्र दूब जनम छायी
रामवृक्ष बेनीपुरी आम्रपाली, माटी की मूरतें, चिंता के फूल, संघमित्रा
वाचस्पति मिश्रा भाष्य मामति, ब्रहमसिद्धि के टीकाकार
डॉ. कुमार विमल मूल्य और मीमांसा, सर्जना के स्वर, अंगार ये सम्पूट सीपी के, युगमानव बापू, ये अभंग अनुभव अमृत, सौन्दर्यशास्त्र के तत्त्व
राजा राधिका रमण प्रसाद सिंह पुरुष और नारी
जानकी बल्लभ शास्त्री काकली, गाथा, मेघगीत, अवंतिका, चिन्ताहास, त्रमीप्रस्थ, हंस बुलाया, मन की बात, एक किरण : सौ झाइयां, दो तिनकों का घोंसला, अश्वबुद्ध, अशोक वन, सत्यकाम, जिन्दगी, आदमी प्रतिध्वनि, देवी, नील-झील, पाषणी, तमसा, इरावती, राधा
Read Also :

Read Related Posts

 

बिहार में पत्रकारिता का इतिहास

बिहार में पत्रकारिता

  • 1875 में गुरू प्रसाद सेन द्वारा बिहार के पहले अंग्रेजी अखबार ‘दि बिहार हेराल्ड’ का प्रकाशन आरंभ हुआ।
  • 1881 में पटना से ‘इंडियन क्रॉनिकल’ नामक अखबार प्रकाशित हुआ।
  • बीसवीं शताब्दी के आरंभ में राष्ट्रवादियों द्वारा ‘दि मदरलैंड’ तथा “बिहार स्टैंडर्ड” का प्रकाशन आरंभ हुआ।
  • ‘दि बिहारी’ एवं ‘दि बिहार टाईम्स’ दो अखबार थे, जो बिहार को पृथक प्रांत बनाने की मांग की प्रस्तुति में सक्रिय रहे।
  • ‘बिहार टाईम्स’ की स्थापना पटना में 1903 में साप्ताहिक के रूप में हुई। जबकि 1906 में इसे भागलपुर से प्रकाशित होने वाले ‘बिहार न्यूज’ के साथ जोड़कर ‘दि बिहारी’ नाम दे दिया गया।
  • 1917 में ‘दि बिहारी’ एक दैनिक के रूप में परिवर्तित हो गया तथा 1917 में इसका प्रकाशन बंद कर दिया गया।
  • ‘दि बिहारी’ के स्थान पर 15 जुलाई, 1918 से ‘दि सर्चलाइट’ का प्रकाशन होने लगा। इसके प्रथम संपादक सैयद हैदर हुसैन थे।
  • 1930 में ‘दि सर्चलाइट’ को एक दैनिक का रूप दे दिया गया। इसने सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन के क्रम में राष्ट्रवादियों के प्रवक्ता के रूप में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • 1985 में ‘सर्चलाइट’ का प्रकाशन बंद करके उसके स्थान पर ‘हिंदुस्तान टाईम्स’ के पटना संस्करण को शुरू किया गया।
  • असहयोग आंदोलन के दौरान मजहरुल हक ने पटना से ‘दि मदरलैंड’ का प्रकाशन आरंभ किया। सरकार की कड़ी आलोचना के कारण इस समाचार पत्र पर अनेक बार मुकदमे चलाए गए और शीघ्र ही इसका प्रकाशन रोक दिया गया।
  • 1924 में बिहार के पहले भारतीय मुख्यमंत्री मोहम्मद यूनुस ने ‘दि पटना टाईम्स’ का प्रकाशन आरंभ किया, जो 1944 तक प्रकाशित होता रहा।
  • 1931 में दरभंगा के महाराज कामेश्वर सिंह ने ‘दि इंडियन नेशन’ की स्थापना की।
  • मई, 1986 से ‘टाईम्स ऑफ इंडिया’ के पटना संस्करण का भी प्रकाशन शुरू हुआ।
  • बिहार का पहला हिंदी समाचार पत्र ‘बिहार बंधु’ था जो 1874 में पटना से प्रकाशित हुआ। इसकी स्थापना दो वर्ष पूर्व ही कोलकाता में हुई थी।
  • बिहार में पहला हिंदी दैनिक ‘सर्वहितैषी’ के नाम से 1890 में पटना से प्रकाशित हुआ।
  • ‘दि इंडियन नेशन’ के हिंदी सह-प्रकाशन ‘आर्यावर्त’ का प्रकाशन 1941 में पटना से आरम्भ हुआ।
  • 1947 में ‘सर्चलाइट’ का सह-प्रकाशन हिंदी भाषा में ‘प्रदीप’ नाम से प्रारम्भ हुआ।
  • ‘प्रदीप’ का प्रकाशन 1986 में बंद हो गया तथा इसका स्थान ‘हिंदुस्तान’ के पटना संस्करण ने ले लिया।
  • 1986 में ‘नवभारत टाईम्स’ के पटना संस्करण का प्रकाशन भी आरंभ हुआ लेकिन 1995 में इसे बंद कर दिया गया।
  • उन्नीसवीं शताब्दी में बिहार का पहला उर्दू अखबार ‘आरा’ से प्रकाशित हुआ, जिसका शीर्षक था ‘नुरुल अन्वार’ और इसके मालिक थे मोहम्मद हाशिम।
  • बिहार का पहला उर्दू दैनिक 1876 में ‘आरा’ से ही प्रकाशित हुआ। स्वतंत्रता संग्राम के दिनों के उर्दू अखबारों में सबसे पुराना ‘सदा-ए-आम’ था।
  • इसी काल में ‘इत्तिहाद’ और ‘शाति’ का प्रकाशन भी आरंभ हुआ।
  • 1948 में दरभंगा से एक साहित्यिक पत्रिका ‘किरण’ का प्रकाशन प्रारम्भ हुआ।
Read Also :

Read Related Posts

 

बिहार के प्रमुख संग्रहालय (Major Museums of Bihar)

बिहार के प्रमुख संग्रहालय (Major Museums of Bihar)

पटना संग्रहालय, पटना (Patna Museum, Patna)

  • स्थापना वर्ष – 1917
  • बिहार का सबसे बड़ा संग्रहालय,
  • मुख्य आकर्षण – दीदारगंज से प्राप्त मौर्यकालीन यक्षिणी की मूर्ति, मौर्यकाल से पालकाल तक के प्राचीन अवशेष, जीवाश्म वृक्ष (लगभग 20 लाख वर्ष पुराना), मुगल चित्रकला व पटना कलम के सुंदर नमूने, सुन्दर कांस्य प्रतिमाएं, सिक्के, मृदभांड अभिलेख, चित्र, सामान्य उपयोग की वस्तुओं के साथ-साथ भूगर्भीय सामग्री और प्राकृतिक सम्पदा के नमूने।

पुरातात्विक संग्रहालय, नालंदा (Archaeological Museum, Nalanda)

  • स्थापना वर्ष – 1917
  • नालंदा के आसपास उत्खनन में प्राप्त सामग्री के महत्त्वपूर्ण नमूने, अधिकांश सामग्री उत्तरकालीन गुप्त शासकों और पाल शासकों से सम्बद्ध

पुरातात्विक संग्रहालय, वैशाली (Archaeological Museum, Vaishali)

  • स्थापना वर्ष – 1945
  • वैशाली संघ द्वारा स्थापित, मौर्यकालीन से पालकालीन अवशेष सुरक्षित

गया संग्रहालय, गया (Gaya Museum, Gaya)

  • स्थापना वर्ष – 1952
  • गया के प्रमुख अधिवक्ता बलदेव प्रसाद द्वारा स्थापित
  • 1970 से बिहार सरकार के नियंत्रण में, 7वीं से 12वीं शताब्दी के बीच को काले पत्थर द्वारा निर्मित मूर्तियां एवं अन्य वस्तुएं, प्राचीन और मध्यकालीन सिक्के एवं पाण्डुलिपियां

जालान संग्रहालय, पटना सिटी (Jalan Museum, Patna City)

  • स्थापना वर्ष – 1954
  • दीवान बहादुर राधाकृष्णन जालान द्वारा स्थापित लगभग 10000 कलाकृतियां और ऐतिहासिक अवशेष सुरक्षित

पुरातात्विक संग्रहालय, बोधगया (Archaeological Museum, Bodhgaya)

  • स्थापना वर्ष – 1956
  • बोधगया से प्राप्त मूर्तियां, ऐतिहासिक अवशेष और अन्य पुरातात्विक सामग्री सुरक्षित

चंद्रधारी संग्रहालय, दरभंगा (Chandraseer Museum, Darbhanga)

  • स्थापना वर्ष – 1957
  • रत्नी (मधुबनी) के जमींदार चंद्रधारी सिंह के निजी संग्रह की वस्तुएं, 12000 से अधिक सुरक्षित वस्तुओं में धातु, लकड़ी, मिट्टी व हाथी दांत के ऐतिहासिक अवशेष एवं पांडुलिपियां

राजेन्द्र स्मारक संग्रहालय, पटना (Rajendra Memorial Museum, Patna)

  • स्थापना वर्ष – 1963
  • भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के जीवन से संबंधित महत्त्वपूर्ण वस्तुओं का संग्रह

गांधी संग्रहालय, पटना (Gandhi Museum, Patna)

  • स्थापना वर्ष – 1967
  • गांधी स्मारक निधि द्वारा स्थापित, विशेष आकर्षण महात्मा गांधी के जीवन की मुख्य घटनाओं पर आधारित चित्रों का संग्रह

नवादा संग्रहालय, नवादा (Nawada Museum, Nawada)

  • स्थापना वर्ष – 1974
  • नवादा जिले से प्राप्त पालकालीन मूर्तियां, सल्तनतकालीन पुरावशेष, सिक्कों का संग्रह

महाराजा लक्ष्मेश्वर सिंह संग्रहालय, दरभंगा (Maharaja Lakshmeshwar Singh Museum, Darbhanga)

  • स्थापना वर्ष – 1979
  • दरभंगा के महाराजा लक्ष्मेश्वर सिंह द्वारा भेंट की गई लगभग 17,000 सामग्री सुरक्षित

श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र (Krishna Science Center)

  • स्थापना वर्ष – 1981
  • बिहार का प्रथम विज्ञान संग्रहालय, विभिन्न वैज्ञानिक उपकरण व यंत्र सुरक्षित तथा इनकी कार्यविधि का व्यावहारिक प्रदर्शन

 

Read Also :

Read Related Posts

 

error: Content is protected !!