76. भाषा शिक्षण के किस संसाधन द्वारा शुद्ध उच्चारण, वाक्य संरचना पाठ तथा वार्तालाप रिकार्डों के माध्यम से सिखाया जाता है ?
(A) ग्रामोफोन
(B) रेडियो
(C) मात्रा खिड़की
(D) लिंग्वाफोन
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77. हिन्दी शिक्षण में विद्यार्थी की साहित्यिक अभिरुचि को बढ़ाने वाली क्रियाओं में निम्नलिखित में से कौन सी सम्मिलित नहीं है ?
(A) कवि दरबार
(B) भाषण
(C) नाटक अभिनय
(D) क्रीड़ा-व्यायाम
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78. “मूल्यांकन की प्रक्रिया की व्यापकता छात्र के समस्त व्यक्तित्व पर अपने प्रसार का उल्लेख करती है, न कि उसकी केवल बौद्धिक उपलब्धि का ।” मूल्यांकन के संबंध में उक्त कथन किसका है ?
(A) रुथ स्ट्रांग ।
(B) ए.पी. सुखिया ।
(C) रेमर्स व गेज।
(D) गुड और हैट।
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79. किस परीक्षण के अंतर्गत विद्यार्थी की रुचियों, अभिवृत्तियों तथा समायोजन क्षमताओं का अध्ययन किया जाता है ?
(A) बुद्धि परीक्षण में।
(B) उपलब्धि परीक्षण में ।
(C) व्यक्तित्व परीक्षण में ।
(D) इनमें से कोई नहीं
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80. उपचारात्मक शिक्षण हेतु पहले आवश्यक है
(A) उपचारात्मक शिक्षण हेतु निश्चित प्रक्रिया ।
(B) निदानात्मक परीक्षण ।
(C) विशिष्ट उपचारात्मक शिक्षण ।
(D) इनमें से कोई नहीं
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निम्नलिखित गद्यांश के आधार पर प्रश्न संख्या 81 से 90 तक के उत्तर दीजिए :
भय की इस वासना का परिहार क्रमशः होता चलता है । ज्यों-ज्यों नाना रूपों से अभ्यस्त होता है त्यों-त्यों उसकी धड़क खुलती जाती है । इस प्रकार अपने ज्ञान-बल, हृदय-बल और शरीर-बल की वृद्धि के साथ वह दुःख की छाया मानो हटाता चलता है । समस्त मनुष्य-जाति की सभ्यता के विकास का यही क्रम रहा है । भूतों का भय तो अब बहुत कुछ छूट गया है, पशुओं की बाधा भी मनुष्य के लिए प्राय: नहीं रह गई है; पर मनुष्य के लिए मनुष्य का भय बना हुआ है । इस भय के छूटने के लक्षण भी नहीं दिखाई देते । अब मनुष्य के दुःख का कारण मनुष्य ही है । सभ्यता से अंतर केवल इतना पड़ा है कि दुःख-दान की विधियाँ बहुत गूढ़ और जटिल हो गई हैं । उसका क्षोभकारक रूप बहुत-से आवरणों के भीतर ढक गया है। अब इस बात की आशंका तो नहीं रहती कि कोई जबरदस्ती आकर हमारे घर, खेत, बाग-बगीचे, रुपये-पैसे छीन न ले, पर इस बात का खटका रहता है कि कोई नकली दस्तावेजों, झूठे गवाहों और कानूनी बहसों के बल से इन वस्तुओं से वंचित न कर दे । दोनों बातों का परिणाम एक ही है । सभ्यता की वर्तमान स्थिति में एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से वैसा भय तो नहीं रहा जैसा पहले रहा करता था, पर एक जाति को दूसरी जाति से, एक देश को दूसरे देश से, भय के स्थायी कारण प्रतिष्ठित हो गए हैं । सबल और सबल देशों के बीच अर्थ-संघर्ष की, सबल और निर्बल देशों के बीच अर्थ-शोषण की प्रक्रिया अनवरत चल रही है; एक क्षण का विराम नहीं है । इस सार्वभौम वणिग्वृत्ति से उसका अनर्थ कभी न होता यदि क्षात्रवृत्ति उसके लक्ष्य से अपना लक्ष्य अलग रखती । पर इस युग में दोनों का विलक्षण सहयोग हो गया है । वर्तमान अर्थोन्माद को शासन के भीतर रखने के लिए क्षात्रधर्म के उच्च और पवित्र आदर्श को लेकर क्षात्रसंघ की प्रतिष्ठा आवश्यक है।
81. निम्नलिखित शब्दों में से शब्द-कोश में पहले कौन सा शब्द आएगा ?
(A) अभ्यस्त
(B) अब
(C) अर्थोन्माद
(D) अलग
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82. ‘पवित्र’ शब्द का सही संधि-विच्छेद होगा –
(A) पव +त्र
(B) प + इत्र
(C) पौ+ इत्र
(D) पो + इत्र
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83. ‘अनर्थ’ शब्द में उपसर्ग है –
(A) अन
(B) अ
(C) अन्
(D) अनर्
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84. ‘जबरदस्ती’ शब्द है
(A) तत्सम
(B) देशज
(C) तद्भव
(D) विदेशी
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85. ‘प्रतिष्ठित’ शब्द में कौन सा प्रत्यय है ?
(A) ठित
(B) इत्
(C) इत
(D) ईत
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86. ‘पहले’ शब्द में क्रिया-विशेषण है
(A) स्थानवाचक
(B) रीतिवाचक
(C) परिमाणवाचक
(D) कालवाचक
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87. ‘ओं’ शब्द लगकर बना हुआ बहुवचन शब्द नहीं है ।
(A) दस्तावेजों
(B) गवाहों
(C) बहसों
(D) अर्थोन्माद
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88. ‘जैसा पहले रहा करता था।’ वाक्य में काल है –
(A) वर्तमान काल
(B) भूतकाल
(C) भविष्य काल
(D) हेतुहेतुमद भूतकाल
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89. निम्नलिखित में से किस समूह में सभी शब्द पुल्लिंग हैं ?
(A) ज्ञान, सभ्यता, घर ।
(B) भय, शरीर, बाधा ।
(C) बात, बल, लक्ष्य ।
(D) दुःख, देश, शासन।
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90. “उसका क्षोभकारक रूप बहुत-से आवरणों के भीतर ढक गया।” वाक्य में प्रयुक्त ‘बहुत’ शब्द है
(A) निश्चित परिमाणवाचक विशेषण।
(B) संकेतवाचक विशेषण ।
(C) अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण।
(D) संख्यावाचक विशेषण ।
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