कुशीनगर जनपद का परिचय (Introduction of Kushinagar District)
कुशीनगर की स्थिति (Location of Kushinagar)
- मुख्यालय – कुशीनगर
- पुराना नाम व उपनाम – महापरिनिर्वाण नगर
- मंडल – गोरखपुर
- स्थापना – 13 मई, 1994
- क्षेत्रफल – 2,905 वर्ग किमी
- सीमा रेखा
- पूर्व में – बिहार राज्य
- पश्चिम में – गोरखपुर एवं महराजगंज
- उत्तर में – नेपाल
- दक्षिण में – देवरिया
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-028
- नदियाँ/नहरें – राप्ती, गण्डक नहर
- परियोजनाएँ – गण्डक नहर परियोजना
कुशीनगर की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Kushinagar)
- विधानसभा क्षेत्र – 7 (खड्डा, पडरौना, तमकुहीराज, फाजिलनगर, कुशीनगर, हाटा, रामकोला)
- लोकसभा सीट – 2 (कुशीनगर, देवरिया)
- तहसील – 6 (पडरौना, कसिया, हाटा, तमकुहीराज, कप्तानगंज, खड्डा)
- विकासखंड (ब्लाक) – 14 (तमकुही, दुदही, सेवरही , कसिया, फाजिलनगर, हाटा, मोतीचक, सुकरौली, विशुनपुरा, पडरौना, खड्डा, नेबुआ नौरंगिया, कप्तानगंज, रामकोला)
- कुल ग्राम – 1,620
- कुल ग्राम पंचायत – 1,121
- नगर पालिका परिषद – 3 (पडरौना, हाटा, कुशीनगर)
- नगर पंचायत – 4
कुशीनगर की जनसंख्या (Population of Kushinagar)
- जनसंख्या – 35,64,544
- पुरुष जनसंख्या – 18,18,055
- महिला जनसंख्या – 17,46,489
- शहरी जनसंख्या – 1,68,107 (4.72%)
- ग्रामीण जनसंख्या – 33,96,437 (95.28%)
- साक्षरता दर – 65.25%
- पुरुष साक्षरता – 77.71%
- महिला साक्षरता – 52.36%
- जनसंख्या घनत्व – 1,227
- लिंगानुपात – 961
- जनसंख्या वृद्धि दर – 23.20%
- हिन्दू जनसंख्या – 29,28,462 (82.16%)
- मुस्लिम जनसंख्या – 6,20,244 (17.40%)
- इस्लाम जनसंख्या – 5,006 (0.14%)
Population Source – census2011.co.in
कुशीनगर के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Kushinagar)
- धार्मिक स्थल – महापरिनिर्वाण मंदिर, सूर्य मंदिर
- प्रसिद्ध स्थल – कुशीनगर संग्रहालय, रामभार स्तूप
- उद्योग –फाइबर इंडस्ट्रीज, चीनी मिल, इंजीन्यरिंग, डिस्टिलरीज
Notes –
- वर्तमान कुशीनगर जनपद की पहचान कुसावती (पूर्व बुद्ध काल में) और कुशीनारा (बुद्ध काल के बाद) से की जाती है।
- कुशीनारा मल्ल की राजधानी थी जो छठी शताब्दी ईसा पूर्व के सोलह महाजनपदों में से एक थी।
- आधुनिक कुशीनगर 19वीं सदी में अलेक्जेंडर कनिंघम द्वारा किए गए पुरातत्व उत्खनन के साथ प्रमुखता से सामने आया, भारत के पहले पुरातत्व सर्वेक्षणकर्ता और बाद में सी. एल. कार्ललेइल ने मुख्य स्तूप को उजागर किया और 1876 में बुद्ध को पुनः प्राप्त करने के लिए 6.10 मीटर लंबी प्रतिमा की भी खोज की।
- आजादी के बाद, कुशीनगर देवरिया जिले का हिस्सा रहा। 13 मई 1994 को, यह उत्तर प्रदेश के एक नए जिले के रूप में अस्तित्व में आया।
Read Also : |
---|