CBSE conducted the CTET (Central Teacher Eligibility Test) Exam Paper 2020. This Paper held on 31st January 2021 Morning Shift. Here The CTET Paper – I, Part – IV Language I (Hindi) Solved Question Paper. CTET January 2021 Question Paper with Answer Key.
CTET (Central Teachers Eligibility Test)
Paper – I Primary Level (Class 1 to Class 5)
परीक्षा (Exam) – CTET Paper I Primary Level (Class I to V)
भाग (Part) – Part – IV Language I (Hindi)
परीक्षा आयोजक (Organized) – CBSE
कुल प्रश्न (Number of Question) – 30
Paper Set – L
परीक्षा तिथि (Exam Date) – 31st January 2021
CTET Exam Paper I Jan 2021 | Link |
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CTET 31 Jan 2021 Paper I – Part – II (Mathematics) | Click Here |
CTET 31 Jan 2021 Paper I – Part – III (Environmental Studies) | Click Here |
CTET 31 Jan 2021 Paper I – Part – IV Language I (English) | Click Here |
CTET 31 Jan 2021 Paper I – Part – IV Language I (Hindi) | Click Here |
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CTET Exam January 2021 Paper – 1 (Primary Level)
Part – IV Language I (Hindi)
(Official Answer Key)
निर्देश- नीचे दिए गए गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (91 से 99 तक) के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए :
यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारा जो व्यवहार होता है, उसी के अनुसार फल भी मिलता है । जो समाज और संवेदना की नीतिमूलक स्थापनाओं को अपने व्यवहार का हिस्सा बनाता है, वही शांति पाने का हकदार होता है। महावीर, बुद्ध, क्राइस्ट, नानक, गाँधी अगर हमारे जीवन पर विराजमान हैं तो इसमें उनकी सदाशयता, निरहंकार और व्यवहार का योगदान है । वे जिए समस्त प्राणियों, प्रकृति और सृष्टि के लिए । उनके मन में किसी – के लिए रत्ती भर भी भेद-भाव नहीं रहा । अहंकार को विवेक से ही हटाया जा सकता है । गाँधीजी ने गुलामी से आज़ादी, मनुष्यता की सेवा और विवेक से मित्रता को अपना लक्ष्य बनाया । सबके प्रति समान दृष्टि का ही भाव और व्यवहार था कि गाँधी विश्व नेता बने । गीता में कहा गया है कि जो समस्त प्राणियों के हित में सदा संलग्न रहता है, सबका मित्र होता है । महावीर सत्य की साक्षात अनुभूति में मैत्री की अनिवार्यता की घोषणा करते हैं । यह अनुभूत सत्य है कि जो अपना मित्र होगा, वह हर किसी का मित्र होगा । आप भी इसे आजमा कर देखें । महसूस होने लगेगा कि जिस शांति के लिए भटक रहे हैं, वह कहीं बाहर नहीं आपके अन्दर ही है।
91. ‘अपना-पराया’ में समास है
(1) अव्ययीभाव
(2) द्विगु
(3) तत्पुरुष
(4) द्वंद्व
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92. हमें किसके अनुसार फल मिलता है ?
(1) वंश
(2) समाज
(3) व्यवहार
(4) बुद्धि
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93. शांति को कहाँ पाया जा सकता है ?
(1) धर्म में
(2) स्वयं में
(3) परिवार में
(4) समाज में
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94. इनमें से किसे गाँधीजी ने अपना लक्ष्य नहीं बनाया ?
(1) गुलामों से आज़ादी
(2) गुलामी से आज़ादी
(3) मनुष्यता की सेवा
(4) विवेक से मित्रता
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95. अनुच्छेद के अनुसार किसे अपने व्यवहार का हिस्सा बनाना चाहिए?
(1) अहंकार और विवेक की परिभाषा
(2) समाज और संवेदनाओं के नैतिक मूल्य
(3) गुरु नानक देव की शिक्षाएँ
(4) सत्य और असत्य की परिभाषा
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96. गांधीजी विश्व-नेता बने, क्योंकि
(1) सभी के प्रति उनकी समान दृष्टि व व्यवहार था।
(2) उन्होंने सत्याग्रह किया।
(3) वे स्वतंत्रता आंदोलन के नेता थे।
(4) वे अनुशासन प्रिय थे।
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97. महावीर, बुद्ध, क्राइस्ट, नानक व गाँधीजी में क्या समानता है?
(1) सभी ने मानव-कल्याण किया।
(2) सभी धर्मगुरु हैं।
(3) सभी संन्यासी हैं।
(4) सभी भारत में जन्मे हैं
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98. कौन सा शब्द भिन्न है ?
(1) वीरता
(2) मित्रता
(3) मनुष्यता
(4) मित्र
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99. सही शब्द चुनिए –
सबके प्रति ______ दृष्टि का भाव और व्यवहार होना चाहिए।
(1) अलौकिक
(2) सामान्य
(3) समान
(4) भिन्न
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100. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों (प्रश्न 100 से 105) के सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनिए :
देशवासियों सुनो देश को नमन करो
देश ही आधार है, प्यार देश से करो।
लड़ रहे हो आज क्यों छोटी-छोटी बात पर,
देश हित को भूलकर प्रांत, भाषा, जात पर,
मिटा के भेदभाव को, देश को सुदृढ़ करो।
भ्रष्टाचार की लहर उठ रही नगर-नगर,
घोर अंधकार में सूझती नहीं डगर,
ज्योति नीति-धर्म की आज तुम प्रखर करो।
देश आज रो रहा, देश का रुदन सुनो
बाँट दर्द देश का, मित्र देश के बनो
प्रेम के पीयूष से, द्वेष का शमन करो।
100. ‘भ्रष्टाचार’ का संधि-विच्छेद है
(1) भ्रष्ट + अचार
(2) भ्रष्टा + चार
(3) भ्रष्ट + चार
(4) भ्रष्ट + आचार
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101. कविता के अनुसार देश को सुदृढ़ किया जा सकता है
(1) देशभक्ति के गीत गाकर
(2) देश हित को भूलकर
(3) समस्त भेदभाव दूर करके
(4) देश को नमन करके
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102. कविता में नीति-धर्म की ज्योति प्रखर करने के लिए कहा गया है, ताकि
(1) भ्रष्टाचार को दूर किया जा सके।
(2) देश को प्रेम किया जा सके।
(3) देश का दर्द बाँटा जा सके।
(4) आपसी भेदभाव दूर किया जा सके।
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103. ‘देश आज रो रहा है ।’ पंक्ति का आशय है –
(1) देश में बाढ़ आई है।
(2) देश में शांति का वातावरण है ।
(3) देश में अशांति का वातावरण है।
(4) देश के नागरिक रो रहे हैं।
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104. द्वेष का शमन किया जा सकता है
(1) शासन द्वारा
(2) प्रेम द्वारा
(3) नीति द्वारा
(4) धर्म द्वारा
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105. ‘पीयूष’ का विलोम शब्द है –
(1) विष
(2) क्षीर
(3) नीर
(4) अमृत
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94 के उत्तर में ऑप्शन में थोड़ा सा बदलाव कीजिए श्रीमान
Official Answer Key में यही उत्तर दिया हुआ है .
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