सीतापुर जनपद का परिचय (Introduction of Sitapur District)
सीतापुर की स्थिति (Location of Sitapur)
- मुख्यालय – सीतापुर
- पुराना नाम व उपनाम – नौमिशा रंणय नगर
- मंडल – लखनऊ
- क्षेत्रफल – 5,743 वर्ग किमी.
- सीमा रेखा
- पूर्व में – बहराइच
- पश्चिम में – हरदोई
- उत्तर में – लखीमपुर
- दक्षिण में – लखनऊ एवं बाराबंकी
- राष्ट्रीय राजमार्ग – NH-24
- नदियाँ – गोमती, शारदा
- परियोजनाएँ – शारदा नहर परियोजना
सीतापुर की प्रशासनिक परिचय (Administrative Introduction of Sitapur)
- विधानसभा क्षेत्र – 9 (महोली,सीतापुर, हरगांव, लहरपुर, बिसवां, सेवता, महमूदाबाद, सिधौली, मिश्रिख)
- लोकसभा सीट – 1 (सीतापुर)
- तहसील – 7 (सीतापुर, मिश्रिख, महोली, महमूदाबाद, बिसवां, सिधौली, लहरपुर)
- विकासखंड (ब्लाक) – 19 (एलिया, बेहटा, बिसवां, गोंद्लामाऊ,हरगांव, कसमंडा, खैराबाद, लहरपुर, मछरेहटा, महमूदाबाद, महोली, मिश्रिख, पहला, पेर्सेंदी, पिसावां, रामपुर मथुरा, रेउसा, सकरन, सिधौली)
- कुल ग्राम – 2,080
- कुल ग्राम पंचायत – 1,600
- नगर पालिका परिषद – 6 (सीतापुर, महमूदा बाद, खैराबाद, मिश्रिख नौमिषारण्य, लहरपुर, विसंवा)
- नगर पंचायत – 05 (तम्बौर अहमदाबाद, सिधौली, पैतेपुर, हरगांव, महोली)
सीतापुर की जनसंख्या (Population of Sitapur)
- जनसंख्या – 44,83,992
- पुरुष जनसंख्या – 23,75,264
- महिला जनसंख्या – 21,08,728
- शहरी जनसंख्या – 5,30,784 (11.84 %)
- ग्रामीण जनसंख्या – 39,53,208 (88.16 %)
- साक्षरता दर – 61.12%
- पुरुष साक्षरता – 70.31%
- महिला साक्षरता – 50.67%
- जनसंख्या घनत्व – 781
- लिंगानुपात – 888
- जनसंख्या वृद्धि दर – 23.88%
- हिन्दू जनसंख्या – 35,55,450 (79.29 %)
- मुस्लिम जनसंख्या – 8,93,725 (19.93 %)
Population Source – census2011.co.in6,579
सीतापुर के संस्थान व प्रमुख स्थान (Institution & Prime Location of Sitapur)
- प्रमुख मंदिर – पत्थर शिवाला मंदिर, नैमिष चक्र तीर्थ
- प्रसिद्ध स्थल – विकास भवन, राजा किला महमूदाबाद, सीतापुर आंख अस्पताल
- उद्योग – गुड, प्लाईवुड, कालीन एवं दरियाँ, चमड़ा उद्योग, ज़री जरदोज़ी हस्तशिल्प उद्योग, वस्त्र उद्योग, उत्कीर्ण दरवाज़े (उभरी नक्काशी
Notes –
- सीतापुर, जैसा कि इसके नाम से ही विदित है, राजा विक्रमादित्य ने भगवान राम की पत्नी सीता के नाम पर बसाया था।
- इस पावन धरती पर ऋषि वेद व्यास द्वारा पुराणों की रचना की गई।
- प्राचीन इतिहास के अनुसार, कौशेल नरेश बेटे बिदुदाब के बाद, यह जगह मगध के शिंगागंगा राज्य में शामिल हुई थी।
- वैदिक काल के बाद एक बड़े विश्वविद्यालय के संकेत हैं, जहां शास्त्री के 88000 ऋषियों ने ज्ञान प्राप्त किया। शैनाकजी इस विश्वविद्यालय के कुलपति थे।
- 1857 में पहली स्वतंत्रता संग्राम में यह जिला एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी 1857 के दौरान आर्य समाज और सेवा समिति ने जिले में अपनी संस्थाओं की स्थापना की थी।
- 1921 में सीतापुर के हजारों लोगों ने गांधीजी के असहयोग आंदोलन में भाग लिया।
- गांधीजी 1925 में सीतापुर आए और लालबाग में स्वतंत्रता आंदोलन में सहयोग करने की अपील की। कई राष्ट्रीय नेता- मौलाना मोहम्मद अली, पंडित मोतीलाल, पं. जवाहरलाल भी उपस्थित थे।
Read Also : |
---|