एशिया को निम्नलिखित 10 जलवायु प्रदेशों में विभक्त किया है –
- भूमध्य रेखीय जलवायु
- उष्ण मानसूनी जलवायु
- चीन तुल्य जलवायु अथवा गर्म शीतोष्ण पूर्वी समुद्र तटीय जलवायु
- मंचूरिया तुल्य जलवायु अथवा शीत शीतोष्ण पूर्वी समुद्र जलवायु
- उष्ण मरुस्थलीय जलवायु
- मध्य अक्षांशीय मरुस्थलीय जलवायु
- भूमध्य सागरीय जलवायु
- मध्य अक्षांशीय महाद्वीपीय अथवा मध्य अक्षांशीय घास के मैदान तुल्य जलवायु
- शीत शीतोष्ण जलवायु अथवा उत्तरी कोणधारी वनों की जलवायु
- आर्कटिक मरुस्थलीय जलवायु अथवा टुन्डा तुल्य जलवायु।
1. भूमध्यरेखीय जलवायु (Equatorial Climate)
- इस प्रकार की जलवायु 5° उत्तरी तथा 5° दक्षिणी अक्षांशों के मध्य पाई जाती है।
- यह जलवायु मलेशिया, इण्डोनेशिया तथा श्रीलंका में पाई जाती है।
- वर्ष के औसत तापमान 26°C से 27°C के मध्य मिलते हैं।
- वार्षिक तापान्तर 1° से 30° C के मध्य रहता है।
- दैनिक तापमान्तर का औसत 6° C से 10° C के बीच रहता है।
- इन प्रदेशों में सापेक्षिक आर्द्रता वर्ष भर उच्च रहती है।
- सापेक्षिक आर्द्रता का वार्षिक औसत 80 प्रतिशत है।
2. उष्ण कटिबन्धीय मानसूनी जलवायु (Sub Tropical Monsoon Climate)
- यह जलवायु भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, बर्मा, हिन्द चीन तथा दक्षिणी चीन से मिलती है।
- उष्ण कटिबन्धीय मानसूनी प्रदेश में हवाएँ शीत ऋतु में स्थल से समुद्रों की ओर तथा ग्रीष्म ऋतु में समुद्रों से स्थल की ओर चला करती है।
- वर्षा के आधार पर यहाँ तीन मौसम मिलते हैं।
- नवम्बर से फरवरी तक शीत ऋतु थोड़ी वर्षा के साथ।
- मार्च से मध्य जून तक ग्रीष्म ऋतु बिना वर्षा के।
- मध्य जून से अक्टूबर तक वर्षा ऋतु अपेक्षाकृत अधिक वर्षा के साथ।
- समुद्र तटीय भागों के सीमावर्ती पर्वतीय ढालों पर सर्वाधिक वर्षा होती है।
- ऐसे स्थानों पर 1000 सेमी से भी अधिक वर्षा हो सकती है जबकि समुद्र से दूर भारत के उत्तर पश्चिमी भाग में वर्षा का औसत 25 सेमी रह जाता है।
- ग्रीष्म ऋतु में आन्तरिक मैदानी भागों का तापमान 48° C तथा तटीय भागों का तापमान 26° C के आसपास रहता है।
- शीत ऋतु में उत्तरी आन्तरिक स्थलीय भागों का तापमान 10° C तथा दक्षिणी तटीय भागों का तापमान 23° C के आसपास रहता है।
3. चीन तुल्य जलवायु (China Type Climate)
- यह जलवायु मध्य चीन, उत्तरी चीन, दक्षिणी कोरिया तथा जापान में मिलती है।
- ग्रीष्म काल में इन भागों के तापमान 21° C से 27° C के मध्य रहते हैं।
- ग्रीष्म काल में वर्षा का औसत 50 सेमी से से 100 सेमी के मध्य मिलता है।
- चीन के दक्षिणी पूर्वी तटों पर वर्षा अधिक होती है जबकि उत्तर पश्चिम की ओर वर्षा की मात्रा क्रमशः कम होती जाती है।
4. मंचूरिया तुल्य जलवायु (Manchurian Type Climate)
- इस प्रकार की जलवायु मंचूरिया, उत्तरी कोरिया, होकेडो द्वीप तथा सखालिन द्वीप में पाई जाती है।
- शीतकाल में न्यूनतम – 15° C तक पहुँच जाता है। शीतकाल अगस्त से अप्रैल तक होता है।
- ग्रीष्म ऋतु अपेक्षाकृत छोटी (मई से जुलाई तक) होती है तथा तापक्रम 10° C से 20° C के मध्य रहते है, इस ऋतु में प्रशान्त महासागरीय मानसूनी हवाओं से वर्षा होती है।
- इस ऋतु में औसत वर्षा 25 से 30 सेमी के मध्य होती है।
5. उष्ण मरुस्थलीय जलवायु (Hot Desert Climate)
- इस प्रकार की जलवायु की उपस्थिति दक्षिणी पश्चिमी एशिया के अधिकांश भागों (उत्तरी पश्चिमी भागों को छोड़कर) में थार तथा सिन्धु के मरुस्थलीय भागों में मिलती है।
- थार तथा सिन्ध के मरुस्थलीय भागों की जलवायु अधिक शुष्क मानसूनी है।
- सीरिया, ईराक, अरब तथा ईरान के कुछ भागों (दक्षिणी पश्चिम एशिया) की जलवायु अधिक शुष्क भूमध्य सागरीय है।
- ग्रीष्म काल के औसत तापमान 40° C के आसपास रहते हैं जबकि शीत काल में औसत तापमान 15° C के आसपास मिलते हैं।
- गर्मियों में दिन में गर्म धूल भरी आंधियाँ चलती है जबकि रात्रि में तापमान गिर जाते हैं जिससे रातें ठण्डी हो जाती हैं।
6. मध्य अक्षांशीय मरुस्थलीय जलवायु (Mid Latitude Deserts Climate)
- एशिया के मध्यवर्ती ऊँचे पठारों पर इस प्रकार की जलवायु मिलती है।
- समुद्र से दूर होने तथा पर्वतीय भागों से घिरे होने के कारण यह भाग समुद्री प्रभाव में रहते हैं।
- शीत काल के तापमान शुन्य डिग्री से नीचे पहुँच जाते हैं तथा शीत ऋतु में कठोर सर्दी पड़ती है।
- वर्षा का वार्षिक औसत 20 सेमी से 30 सेमी के मध्य मिलता है।
- स्टाम्प ने इस जलवायु विभाग को चार उपविभागों में विभक्त कियाँ –
- तिब्बत तुल्य जलवायु – तिब्बत के पठार पर
- ईरान तुल्य जलवायु – ईरान तथा अफगातिस्तान के पठारी भागों पर
- गोबी तुल्य जलवायु – गोबी के पठार पर
- तूरानी जलवायु – साइबेरिया के दक्षिण पश्चिम में तुरानी बेसिन में।
7. भूमध्य सागरीय जलवायु (Mediteranean Climate)
- यह जलवायु एशिया में तुर्की, इजराइल, पश्चिमी जोर्डन, लेबनाम तथा सीरिया के समुद्र तटीय भागों पर मिलती है।
- ग्रीष्म काल में यह क्षेत्र गर्म तथा शुष्क रहता है जबकि शीतकाल में तापमान मृदुल होने के साथ-साथ भूमध्य सागरीय चक्रवातों से वर्षा होती है।
- शीत ऋतु के तापमान 50° C से 10° C के मध्य रहते हैं तथा इस ऋतु में 100 सेमी के मध्य वर्षा होती है।
- ग्रीष्मकाल के तापमान 21° C से 28° C के मध्य रहते हैं तथा वर्षा बिल्कुल नहीं होती है।
- ग्रीष्मकाल अपेक्षाकृत लम्बा होता है।
8. मध्य अक्षांशीय महाद्वीपीय जलवायु (Mid Latitude Continental Climate)
- इस प्रकार की जलवायु दक्षिणी पश्चिमी साइबेरिया के घास के मैदानों, तथा मंगोलिया के घास के मैदानों में पाई जाती है।
- ये एशिया महाद्वीप के ऐसे स्थलीय भाग हैं जहाँ समुद्री प्रभाव नहीं पहुँच पाता है।
- ग्रीष्मकाल जून से सितम्बर के बीच में मिलता है।
- जबकि अक्टूबर से मई तक शीतकाल रहता है।
- ग्रीष्मकाल में इन भागों में छोटी-छोटी घास आती है।
- जाड़ों में वर्षा बर्फ के रूप में होती है।
9. शीत शीतोष्ण जलवायु (Cold Temperate Climate)
- यह जलवायु साइबेरिया के मध्यवर्ती भाग में मिलती है।
- शीत ऋतु लम्बी है तथा तापमान शून्य डिग्री से बहुत नीचे पहुँच जाता है।
- अधिकांश क्षेत्रों में वर्षा ग्रीष्मकाल में होती है। लेकिन वर्षा का वार्षिक औसत 20 सेमी के आसपास रहता है।
10. आर्कटिक मरुस्थल (टुण्ड्रा तुल्य जलवायु) (Arctic Climate)
- साइबेरिया के उत्तरी भागों में उत्तरी ध्रुवीय सागर के तटीय भागों पर यह जलवायु पाई जाती है।
- शात ऋतु 10 महीने की तथा अत्यन्त कठोर होती है, जबकि ग्रीष्म काल केवल दो महीने की अवधि के लिए आता है।
- ग्रीष्म काल में औसत तापमान 40°C तथा शीतकाल के औसत तापमान 10° C रहते हैं।
- वर्ष के अधिकांश समय यह प्रदेश बर्फाच्छादित रहता है।
- वर्षा प्रायः ग्रीष्मकाल में बर्फ के रूप में प्राप्त होती है।
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