UKSSSC LT SYLLABUS – (Art)
पाठ्यक्रम
पद – सहायक अध्यापक (एल०टी० )
विषय – चित्रकला
स्तर – स्नातक
इकाई – 1 कला के मूलाधार
- परिचय – कला का अर्थ, कला की परिभाषा, कला का वर्गीकरण।
- कला के मूल तत्व – रेखा, आकार, रंग, तान, पोत, अंतराल।
- संयोजन के सिद्धान्त – प्रमाण, प्रवाह, प्रभाविता, सामंजस्य, एकता, संतुलन।
- माध्यम एवं तकनीक और लोक कला (भारतीय) ।
- सामग्री, माध्यम और तकनीक – पेन्सिल, चारकोल, पेस्टल, जल, तैल, एक्रेलिक, टेम्परा, ग्वाश, बॉटिक, ग्राफिक, टाई एन्ड डाई, कोलाज, भित्ति चित्रण, मिश्रित माध्यम (मिक्स मीडिया)।
- लोक कला (भारतीय): उत्पत्ति, परिभाषा, परिचय – मधुबनी, रंगोली, थापा, मॉडना, अल्पना, सा, लीला गुदवाना, ऐपण, उत्तराखण्ड की लोक कला और संस्कृति।
इकाई – 2 भारतीय कला का इतिहास
अ – भारतीय चित्रकला और मूर्तिकला – प्रागैतिहासिक कालीन गुफा चित्र सिन्धु घाटी सभ्यता, सांची स्तूप, मौय और शुंग काल की मूर्तिकला, गांधार शैली, अजन्ता, बाघ एलोरा, एलिफेन्टा सित्तनवासल, पॉल और जैन शैली, राजस्थानी, मुगल, पहाडी स्कूल, कम्पनी शैली, बंगाल शैली, राजा रवि वर्मा, काली घाट पेन्टिंग, आधुनिक चित्रकला।
ब – आधुनिक एवं समकालीन भारतीय चित्रकला – जामिनी रॉय, रविन्द्रनाथ टैगोर, गगनेन्द्र नाथ टैगोर, नन्द लाल बोस, अमृता शेरगिल, कलकत्ता ग्रुप, पैग, दिल्ली शिल्पी चक्र।
स – समकालीन भारतीय कलाकार – सतीश गुजराल, एम०एफ०हुसैन, के० एस० कुलकर्णी, के० के० हैबर, एन० एस० बेन्द्रे, राम कुमार, अपर्णा कोर, अंजलि इला मेनन, अनुपम सूद, नलिनी मलानी, अर्पिता सिंह, गोगी सरोजपाल, तैय्ब मेहता, ए राम चन्द्रन ।
इकाई – 3 पाश्चात्य कला का इतिहास
पाश्चात्य चित्रकला और मूर्तिकला- प्रागैतिहासिक, मिस – चित्रकला और मूर्तिकला, क्रीट, इट्रस्कन कला, ग्रीक कला, रोमन कला, आरम्भिक इसाई कला, बाइजेन्जाइन चित्रकला, रोमनस्क कला, गोथिक चित्रकला, पुनरूत्थान कालीन चित्रकला, बारोक चित्रकला, रोकोको चित्रकला ।
इकाई 4– भारतीय और पाश्चात्य सौन्दर्य
भारतीय और पाश्चात्य सौन्दर्य का परिचय संक्षिप्त ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के सन्दर्भ में कला का अर्थ और परिभाषा, भारतीय चित्रकला के छः अंग (षडंग), रस सिद्धान्त ( भरतमुनि, अभिनव गुप्त), ध्वनि, भाव, अलंकार, भारतीय और पाश्चात्य विचारको के अनुसार सौन्दर्य की अवधारणा, कला और समाज, कला और प्रतीक, आधुनिकता और कला ।
इकाई 5- प्राविधिक कला
प्राविधिक कला की परिभाषा
- द्विआयामी और त्रिआयामी आकार सामान्य और ठोस ज्यामितीय आकार।
- सामान्य चित्रण औजार- टी-स्क्वायर, सेट – स्क्वायर, स्केल्स, पेन्सिल, डिवाइडर, कम्पास, प्रोटेक्टर, अनियमित वक्र।
- रेखांकन में प्रयोग होने वाली रेखाओं के विभिन्न प्रकारों के नाम और उनका अंकन।
- लेखन कला शैली, दिशानिर्देश, संयोजन आकार लेखन प्रक्रिया में।
- कोण की परिभाषा और प्रकार, न्यूनकोण, समकोण, अधिककोण, सरल रेखा।
- कला में रेखाओं की विशेषता।
- ज्यामितीय आकृतियों की पहचान और गुण।
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