उत्तराखंड लोकसेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित की जानेवाली आगामी परीक्षाओं (UKPSC/ UKSSSC) को मध्यनजर रखते हुए Exam Pillar आपके लिए Daily MCQs प्रोग्राम लेकर आया है। इस प्रोग्राम के माध्यम से अभ्यर्थियों को उत्तराखंड लोकसेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के परीक्षाओं के प्रारूप के अनुरूप वस्तुनिष्ठ अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराये जायेंगे।
Daily UKPSC / UKSSSC MCQs : उत्तराखंड (Uttarakhand)
29 November, 2025
| Read This UKPSC / UKSSSC Daily MCQ – (Uttarakhand) in English Language |
Q1. पुलिंद राजा सुबाहु की राजधानी कहाँ थी?
(A) जोशीमठ
(B) केदारनाथ
(C) श्रीनगर
(D) देवप्रयाग
Show Answer/Hide
व्याख्या: पुलिंद राजा सुबाहु की राजधानी श्रीनगर थी। उन्होंने महाभारत के युद्ध में पाण्डवों की ओर से भाग लिया था। श्रीनगर गढ़वाल की ऐतिहासिक राजधानी रही है और इसका धार्मिक व सांस्कृतिक महत्त्व आज भी बना हुआ है।
Q2. राजा विराट की राजधानी कहाँ स्थित थी?
(A) जोशीमठ
(B) विराटगढ़ी, जौनसार
(C) देहरादून
(D) टिहरी
Show Answer/Hide
व्याख्या: राजा विराट की राजधानी जौनसार के विराटगढ़ी में थी। उन्हीं की पुत्री उतरा का विवाह अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु से हुआ था। यह विवाह महाभारत काल की एक प्रमुख घटना है जो पाण्डवों और विराट राज्य के संबंध को दर्शाती है।
Q3. महाभारत में देवप्रयाग को किस उपाधि से संबोधित किया गया है?
(A) तीर्थराज
(B) पापहर तीर्थ
(C) समस्त तीर्थों का शिरोमणि
(D) ब्रह्म तीर्थ
Show Answer/Hide
व्याख्या: महाभारत में देवप्रयाग को समस्त तीर्थों का शिरोमणि और समस्त पापों का विनाशक कहा गया है। यह स्थान जहाँ भागीरथी और अलकनंदा नदियाँ मिलकर गंगा का रूप धारण करती हैं, अत्यंत पवित्र माना जाता है और मोक्ष प्रदान करने वाला स्थल माना गया है।
Q4. महाभारत में श्रीनगर को किस नाम से संबोधित किया गया है?
(A) ज्योतिषपुर
(B) सुबाहुपुर व श्रीक्षेत्र
(C) विराटपुर
(D) भृगुपुर
Show Answer/Hide
व्याख्या: महाभारत में श्रीनगर को सुबाहुपुर और श्रीक्षेत्र के नाम से जाना गया है। यह नगर राजा सुबाहु की राजधानी था, जिसने महाभारत युद्ध में पाण्डवों की ओर से भाग लिया था। यह स्थान धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है।
Q5. अर्जुन का विवाह नागराज कौरव्य की कन्या उलुपी से कहाँ हुआ था?
(A) अलकानंदा
(B) गंगाद्वार
(C) श्रीनगर
(D) देवप्रयाग
Show Answer/Hide
व्याख्या: आदिपर्व के अनुसार अर्जुन का विवाह नागराज कौरव्य की पुत्री उलुपी से गंगाद्वार में हुआ था। यह विवाह पौराणिक और प्रतीकात्मक दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि उलुपी नागवंश की राजकन्या थी और यह विवाह नागलोक तथा मनुष्यों के मध्य संबंध का प्रतीक था।
