आदिवासियों के प्रमुख लोकनृत्य
(Major Folk Dances of Indian Tribal)
लांगी नृत्य (Langi Dance) – काली की उपासना हेतु किया जाने वाला नृत्य, लांगी नृत्य कहलाता है। यह मध्य प्रदेश के बंजारों द्वारा राखी की पूर्णिमा को किया जाता है।
नवरानी नृत्य (Navrani Dance) – यह गौंड जनजाति द्वारा किया जाने वाला नृत्य है।
जदूर नृत्य (Jadur Dance) – उड़ीसा स्थित मयूरभंज क्षेत्र की भूमिया जनजाति द्वारा यह नृत्य किया जाता है।
सैला नृत्य (Saila Dance) – यह मध्य प्रदेश की बैंगा जनजाति की स्त्रियों द्वारा यह नृत्य संपन्न किया जाता है।
कर्मा एवं कोल नृत्य (Karma and Kol Dance) – मध्य प्रदेश, उड़ीसा व आंध्र प्रदेश की गोंड जनजाति तथा छोटा नागपुर क्षेत्र की कोल जनजाति द्वारा किया जाने वाला नृत्य।
मुद्रिका नृत्य (Mudrika Dance) – उड़ीसा की ओराव जनजाति द्वारा यह नृत्य किया जाता है।
गरूड़वाहन नृत्य (Garudavaahan Dance) – उड़ीसा की पैका जनजाति द्वारा किया जाने वाला यह नृत्य।
घूर्मा नृत्य (Ghurma Dance) – बिंझल, खोड़ा एवं सवा जनजातियों द्वारा किया जाने वाला नृत्य।
दखलई नृत्य (Dakhalai Dance) – उड़ीसा की बिझाल, सौरा, कुदा व नीदो जनजातियों द्वारा होली पर्व पर किया जाने वाला नृत्य।
बिहू नृत्य (Bihu Dance) – यह पूर्वोत्तर भारत में असम राज्य का प्रसिद्ध लोक नृत्य है, जो कि मीरी, कचारी तथा खासी जनजाति के लोगों द्वारा सामूहिक रूप से किया जाता है।
उन्डरिया नृत्य (Undariya Dance) – यह नृत्य आंध्र प्रदेश स्थित हैदराबाद की गोंड जनजाति द्वारा किया जाता है।
सरहुल नृत्य (Sarahul Dance) – सैनिक प्रकार के इस नृत्य को छोटा नागपुर क्षेत्र में रहने वाले ओरांव जाति द्वारा किया जाता है।
योद्धा व ढाल नृत्य (Yoddha and Dhaal Dance) – असम के नागाओं द्वारा किया जाने वाला नृत्य।
मुन्दड़ी नृत्य (Mandadi Dance) – छत्तीसगढ़ स्थित बस्तर की मुड़िया जनजाति द्वारा किया जाने वाला नृत्य।
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