आर्थिक सर्वे (Economic Survey) को वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार तैयार करते हैं। यह वित्त मंत्रालय का काफी अहम दस्तावेज होता है। आर्थिक सर्वे (Economic Survey) अर्थव्यवस्था के सभी पहलुओं को समेटते हुए विस्तृत सांख्यिकी आंकड़े प्रदान करता है। आर्थिक सर्वे (Economic Survey) में भारतीय अर्थव्यवस्था की पूरी तस्वीर हमें देखने को मिल सकती है।
आर्थिक सर्वें (Economic Survey) संसद में 31 जनवरी 2020 को प्रस्तुत किया गया। सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2020 – 21 में GDP ग्रोथ रेट 6 – 6.5 फीसदी के बीच रहेगी। इसके अलावा महंगाई से लेकर औद्योगिक उत्पादन और चालू खाता घाटा के आंकड़े भी जारी किए गए हैं। वहीं सर्वे रिपोर्ट में आयात-निर्यात के बारे में भी बताया गया है।
आर्थिक सर्वे (Economic Survey) 2019 – 20 के महत्वपूर्ण बिंदु
- उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (C.P.I.) मुद्रास्फीति 2018 – 19 (अप्रैल से दिसंबर, 2018) में 3.7% से बढ़कर 2019 – 20 (अप्रैल से दिसंबर, 2019) में 4.1 % हो गई।
- थोक मूल्य सूचकांक (W.P.I.) मुद्रास्फीति 2018-19 (अप्रैल से दिसंबर, 2018) में 4.7 प्रतिशत से गिरकर 2019-20 (अप्रैल से दिसंबर, 2019) में 1.5% हो गई।
- साल 2018-19 (अप्रैल – नवंबर) के 5.0% की तुलना में 2019 – 20 (अप्रैल – नवंबर) के दौरान औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (I.I.P.) के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र में 0.6% की वृद्धि दर्ज की गई।
- सर्वे रिपोर्ट में कहा गया कि 2019 में सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों में औसतन प्रति एक रूपये के निवेश पर 23 पैसे का घाटा हुआ, जबकि गैर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 9.6 पैसे का मुनाफा हुआ।
- चालू खाता घाटा कम होकर 2019 – 20 की पहली छमाही में G.D.P. का 1.5 प्रतिशत रह गया, जबकि 2018-19 में यह 2.1 प्रतिशत था।
- भारत की भुगतान संतुलन (B.O.P.) स्थिति में सुधार हुआ है। मार्च, 2019 में यह 412.9 बिलियन डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार था, जबकि सितंबर, 2019 के अंत में बढ़कर 433.7 बिलियन डॉलर हो गया।
- चालू खाता घाटा (C.A.D.) 2018-19 में G.D.P. के 2.1% से घटकर 2019 – 20 की पहली छमाही में 1.5% रह गया। विदेशी मुद्रा भंडार 10 जनवरी, 2020 तक 461.2 बिलियन डॉलर रहा।
- महिला श्रमिक बल की प्रतिभागिता में गिरावट आने की वजह से भारत के श्रमिक बाजार में लिंग असमानता का अंतर और बड़ा हो गया है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र में और लगभग 60% उत्पादकता आयु (15 – 59) ग्रुप पूर्ण कालिक घरेलू कार्यों में लगे हैं।
- 2019 में वैश्विक उत्पादन में 2.9% अनुमानित वृद्धि के अनुरूप वैश्विक व्यापार 1.0% की दर पर बढ़ने का अनुमान है, जबकि 2017 में यह 5.7% के शीर्ष स्तर तक पहुंचा था।
- साल 2018 – 19 के दौरान भारतीय रेलवे ने 120 करोड़ टन माल ढुलाई की और यह चौथा सबसे बड़ा माल वाहक बना। इसी तरह रेलवे 840 करोड़ यात्रियों की बदौलत दुनिया का सबसे बड़ा यात्री वाहक बना है।
- भारत के शीर्ष पांच व्यापारिक साझेदार अमेरिका, चीन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सउदी अरब और हांगकांग हैं।
- शीर्ष निर्यात प्रोडक्ट में पेट्रोलियम उत्पाद, बहुमूल्य पत्थर, औषधियों के नुस्खे और जैविक, स्वर्ण और अन्य बहुमूल्य धातु शामिल हैं।
- 2019 – 20 (अप्रैल – नवंबर) में सबसे बड़े निर्यात स्थलः अमेरिका, उसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), चीन और हांगकांग हैं।
- शीर्ष आयात प्रोडक्ट कच्चा पेट्रोलियम, सोना, पेट्रोलियम उत्पाद, कोयला, कोक एवं ब्रिकेट्स हैं।
- भारत का सर्वाधिक आयात चीन से करना जारी रहेगा, उसके बाद अमेरिका, यूएई और सउदी अरब का स्थान था।
- वर्ष 2019 – 20 के शुरुआती दो महीनों में नकदी की स्थिति कमजोर रही, लेकिन कुछ समय बाद यह सुविधाजनक हो गई।
- आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि वर्ष 2019 – 20 की दूसरी छमाही में आर्थिक विकास की गति तेज होने में 10 क्षेत्रों का प्रमुख योगदान रहा है।