Daily MCQs : इतिहास एवं कला-संस्कृति (History and Art & Culture)
13 November, 2024 (Wednesday)
1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. बौद्ध धर्म और जैन धर्म श्रमण परंपरा का हिस्सा हैं।
2. स्तूप, विहार और चैत्य बौद्ध धर्म का ही हिस्सा हैं।
3. यक्ष पूजा तीनों मुख्य धर्मों अर्थात बौद्ध धर्म, हिंदू धर्म और जैन धर्म की विशेषता है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
व्याख्या – छठी शताब्दी ईसा पूर्व गंगा घाटी में बौद्ध धर्म और जैन धर्म के रूप में नए धार्मिक और सामाजिक आंदोलनों की शुरुआत हुई जो श्रमण परंपरा का हिस्सा थे। स्तूप, विहार और चैत्य बौद्ध और जैन मठ परिसरों का हिस्सा हैं लेकिन सबसे बड़ी संख्या बौद्ध धर्म की है। यक्ष प्रकृति-आत्माओं का एक व्यापक वर्ग है, जो आमतौर पर परोपकारी होते हैं, लेकिन कभी-कभी शरारती या मनमौजी होते हैं, जो पानी, उर्वरता, पेड़, जंगल, खजाने और जंगल से जुड़े होते हैं। वे हिंदू, जैन और बौद्ध ग्रंथों के साथ-साथ दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के प्राचीन और मध्ययुगीन युग के मंदिरों में संरक्षक देवताओं के रूप में दिखाई देते हैं। अतः कथन 2 सही नहीं है।Show Answer/Hide
2. निम्नलिखित साइटों पर विचार कीजिए:
1. टेक्कलकोटा
2. पिकलिहल
3. कुपगल्लु
उपर्युक्त साइटें किस से संबंधित हैं?
(a) दक्षिण भारत के जैन तीर्थ स्थल
(b) पश्चिमी भारत के हड़प्पा स्थल
(c) उत्तर भारत के ताम्रपाषाण स्थल
(d) दक्षिण भारत के नवपाषाणकालीन चित्रकला स्थल
व्याख्या – उपर्युक्त स्थल दक्षिण भारत के नवपाषाणकालीन चित्रकला स्थल हैं। प्रागैतिहासिक शैल चित्रकारी: 3. भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संबंध में “स्वदेशी” शब्द “बहिष्कार” से किस प्रकार भिन्न है? व्याख्या – लोगों ने ‘बहिष्कार’ और ‘स्वदेशी’ के दोहरे कार्यक्रम को एक ही आंदोलन के हिस्से के रूप में अपनाया था। ये दो शब्द एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और दोनों का उपयोग आर्थिक और राजनीतिक उपकरण के रूप में किया गया था। बहिष्कार का तात्पर्य बंगाल पर हुए गंभीर अन्याय के खिलाफ ब्रिटिश जनता के साथ विरोध दर्ज कराने के लिए ब्रिटिश वस्तुओं के बहिष्कार से था। बहिष्कार एक नकारात्मक कार्यक्रम प्रतीत होता था और इसके सकारात्मक परिणाम के रूप में स्वदेशी को भी इसके साथ स्वीकार कर लिया गया। स्वदेशी का अर्थ विदेशी वस्तुओं के मुकाबले देशी उत्पादों का उपयोग और प्रोत्साहन है। इस प्रकार, बहिष्कार और स्वदेशी आंदोलन ने भारतीय समाज के सभी वर्गों को, विशेषकर बंगाल में, एक राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए एक आम मंच पर ला दिया। इसलिए, दोनों कथन गलत हैं।Show Answer/Hide
1. स्वदेशी मूलतः आर्थिक आन्दोलन था, बहिष्कार नहीं।
2. जहां स्वदेशी ने भारतीय समाज के निचले तबके को आकर्षित किया, वहीं बहिष्कार ने उच्च तबके को आकर्षित किया।
उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2 Show Answer/Hide
4. पुरापाषाण युग के संबंध में निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. पुरापाषाण काल प्रागैतिहासिक काल का संक्षिप्त काल था।
2. शुतुरमुर्ग भारत में पुरापाषाण काल में पाए जाते थे।
3. इसकी विशेषता गढ़े हुए पत्थर के औजारों का उपयोग है, हालाँकि लकड़ी और हड्डी के औजारों को इस युग का नहीं माना जा सकता।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
व्याख्या – 5. मुगल भारत में, मलिकाना एक कर भाग था जिसका संबंध था: व्याख्या – मुगल साम्राज्य में, जमींदारों को भू-राजस्व एकत्र करने का वंशानुगत अधिकार प्राप्त था, जो राजस्व के 25 प्रतिशत तक हो सकता था। वे आम तौर पर व्यक्तिगत किसानों से परंपरा द्वारा या स्वयं द्वारा निर्धारित दरों पर संग्रह करते थे और राज्य को एक निश्चित कर का भुगतान करते थे। उनके संग्रह और राज्य को भुगतान की गई राशि के बीच का अंतर उनकी व्यक्तिगत आय थी। यदि राज्य की मांग उस अधिकतम सीमा तक पहुंच जाती थी जिसे किसान चुका सकता था, तो राजस्व की कुल राशि से 10 प्रतिशत की कटौती की जाती थी और जमींदारों को मलिकाना के रूप में भुगतान किया जाता था। अतः विकल्प (a) सही है। Show Answer/Hide
(a) सेवा कर
(b) सैन्य अभियान
(c) सीमा शुल्क
(d) भू-राजस्वShow Answer/Hide