Daily MCQs - Science and Technology - 07 February, 2025 (Friday)

Daily MCQs – विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी – 07 February 2025 (Friday)

Daily MCQs : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (Science and Technology)
07 February, 2025 (Friday)

1. स्टेम सेल थेरेपी के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. यह एक प्रकार का उपचार है जो क्षतिग्रस्त ऊतक और चोटों की मरम्मत के लिए रोगी की अपनी स्टेम कोशिकाओं का उपयोग करता है।

2. स्टेम सेल आमतौर पर ऊपरी जांघ या पेट में अस्थि मज्जा या वसा ऊतक से ली जाती हैं।
3. बोन मैरो ट्रांसप्लांट का उपयोग ल्यूकेमिया, तपेदिक और सिकल सेल एनीमिया में किया जाता है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही नहीं हैं?
(a) केवल एक

(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं

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उत्तर – (A)

व्याख्या – स्टेम सेल थेरेपी में रोगी के अपने स्टेम सेल का उपयोग क्षतिग्रस्त ऊतकों और चोटों की मरम्मत के लिए किया जाता है। इसका उपयोग न्यूरोमस्कुलर और अपक्षयी विकारों सहित कई विकारों के इलाज के लिए किया जाता है। स्टेम सेल आमतौर पर अस्थि मज्जा या ऊपरी जांघ या पेट में वसा ऊतक से लिए जाते हैं। चूँकि शरीर के संग्रहित वसा वाले हिस्सों से स्टेम सेल को हटाना आम बात है, कुछ लोग स्टेम सेल थेरेपी को ‘एडिपोज स्टेम सेल थेरेपी’ के रूप में संदर्भित करते हैं। अतः कथन 1 और 2 सही हैं

अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण का उपयोग ल्यूकेमिया सेल एनीमिया और अन्य इम्यूनोडिफीसिअन्सी विकारों में किया जाता है न कि तपेदिक के लिए। अतः कथन 3 सही नहीं है

2. निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. प्रतिबंध एंजाइम

2. पॉलिमरेज एंजाइम
3. लाइगेज
4. संवाहक
5. परपोषी
उपर्युक्त में से कितने पुनर्योगज डीएनए तकनीक के साधन हैं?
(a) केवल दो

(b) केवल तीन
(c) केवल चार
(d) सभी पाँच

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उत्तर – (D)

व्याख्या – पुनर्योगज डीएनए तकनीक के लिए आवश्यक साधन हैं:

  • प्रतिबंध एंजाइम: ये एंजाइम डीएनए अणुओं को विशिष्ट स्थानों पर काटते हैं।
  • पॉलिमरेज एंजाइम: ये एंजाइम डीएनए अणुओं की प्रतिकृति बनाते हैं।
  • लाइगेज: ये एंजाइम डीएनए अणुओं को एक साथ जोड़ते हैं।
  • संवाहक: ये डीएनए अणु होते हैं जो एक जीव से दूसरे जीव में डीएनए को स्थानांतरित कर सकते हैं।
  • परपोषी: ये जीव हैं जिनमें संवाहक डीएनए को डाला जाता है।

 

3. भारत ने ‘बुडापेस्ट कन्वेंशन’ के गैर-सदस्य के रूप में अपनी स्थिति बरकरार रखी है, यह निम्नलिखित में से किससे संबंधित है?
(a) साइबर अपराध
(b) बाह्य अंतरिक्ष
(c) जैव-उपचार
(d) वैश्विक तापन

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उत्तर – (A)

व्याख्या – साइबर अपराध पर कन्वेंशन, जिसे बुडापेस्ट कन्वेंशन के नाम से भी जाना जाता है, इंटरनेट और कंप्यूटर अपराधों को संबोधित करने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय संधि है। बुडापेस्ट कन्वेंशन के तहत, साइबर अपराधों को प्रत्यर्पण योग्य अपराध माना जाता है।

साइबर अपराध पर बुडापेस्ट कन्वेंशन, यूरोपीय परिषद की एक संधि है। यह 2001 में अस्तित्व में आयी थी और 1 जुलाई 2004 को लागू हुई थी तथा 23 नवंबर 2001 को कनाडा, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, और दक्षिण अफ़्रीका ने इस कन्वेंशन पर हस्ताक्षर किए थे ।

भारत, साइबर अपराध पर बुडापेस्ट कन्वेंशन का सदस्य नहीं है। भारत का मानना है कि विदेशी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ डेटा साझा करना राष्ट्रीय संप्रभुता का उल्लंघन है।

4. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:

प्रक्षेपास्त्र प्रक्षेप
1. अग्नि सतह से सतह
2. त्रिशूल सतह से हवा
3. नाग सतह से सतह

उपर्युक्त में से कितने युग्म सही सुमेलित हैं?
(a) केवल एक युग्म

(b) केवल दो युग्म
(c) सभी तीन युग्म
(d) उपर्युक्त मे से कोई नहीं

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उत्तर – (B) 

व्याख्या – अग्नि – यह सतह से सतह पर मार करने वाली माध्यम से अंतर महाद्वीपीय रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलों का परिवार है। इनमें विद्यमान ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम(जीपीएस) के कारण इन्हे नियंत्रित किया जाना संभव है। अग्नि-1 से 5 मिसाइलें रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा डिज़ाइन और विकसित की गई हैं। अग्नि मिसाइल की रेंज:

  • अग्नि-1 की मारक क्षमता 700 किमी है.
  • अग्नि-2 की मारक क्षमता 2000 किमी है.
  • अग्नि-3 की मारक क्षमता 3000 किमी है.
  • अग्नि-4 की मारक क्षमता 4000 किमी है.
  • अग्नि-5 की मारक क्षमता 5000 किमी है.

त्रिशूल – त्रिशूल, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा विकसित सतह से हवा में मार करने में सक्षम पहला स्वदेशी प्रक्षेपास्त्र है । यह कम दूरी की मारक क्षमता वाला प्रक्षेपास्त्र है। इसका इस्तेमाल वायु सेना, थल सेना, और नौसेना तीनों कर सकते हैं। नाग नाग मिसाइल, तीसरी पीढ़ी की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) है। इसको रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है।

5. गोल्डीलॉक्स ज़ोन के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. यह संबंधित तारे द्वारा उत्पन्न विकिरण पर निर्भर करता है।
2. पृथ्वी सूर्य के गोल्डीलॉक्स ज़ोन मे परिक्रमा करती है ।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2

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उत्तर – (C)

व्याख्या – गोल्डीलॉक्स ज़ोन एक तारे के चारों ओर का वह क्षेत्र है जहाँ पृथ्वी जैसा ग्रह अपनी सतह पर द्रव अवस्था में पानी रख पाए और वहाँ पर जीवन संभव हो । इस प्रकार, गोल्डीलॉक्स ज़ोन का आकार संबंधित तारे द्वारा उत्पन्न विकिरण पर निर्भर करता है। तारे के आकार और प्रकार के आधार पर, गोल्डीलॉक्स ज़ोन की दूरी अलग-अलग हो सकती है। अतः कथन 1 सही है। पृथ्वी का कक्षा सूर्य से लगभग 150 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर है, जो गोल्डीलॉक्स ज़ोन के भीतर है। इस दूरी पर, पृथ्वी पर पानी तरल रूप में मौजूद है, जो जीवन के लिए आवश्यक है। अतः कथन 2 सही है

 

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