उत्तराखंड लोकसेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित की जानेवाली आगामी परीक्षाओं (UKPSC/ UKSSSC) को मध्यनजर रखते हुए Exam Pillar आपके लिए Daily MCQs प्रोग्राम लेकर आया है। इस प्रोग्राम के माध्यम से अभ्यर्थियों को उत्तराखंड लोकसेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के परीक्षाओं के प्रारूप के अनुरूप वस्तुनिष्ठ अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराये जायेंगे।
Daily UKPSC / UKSSSC MCQs : उत्तराखंड (Uttarakhand)
11 December, 2025
| Read This UKPSC / UKSSSC Daily MCQ – (Uttarakhand) in English Language |
Q1. अमोघभूति के पश्चात मैदानी क्षेत्रों पर किस राजनीतिक बल का अधिकार स्थापित हुआ बतलाया गया है?
(A) कुषाणों का
(B) शकों का
(C) मौर्यों का पुनरुत्थान
(D) गुप्तों का
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Explanation: स्रोत में यह संकेत मिलता है कि अमोघभूति के बाद मैदानी क्षेत्रों में शकों का अधिकार स्थापित हो गया था। यह परिवर्तन राजनैतिक समीकरणों और सिक्कों/युगागमन से जुड़ी पारगमन-रेखा को दर्शाता है। कुषाण, मौर्य या गुप्तों के प्रभाव का यहाँ उल्लेख विशेष रूप से नहीं किया गया है; इसलिए शकों का उदय ही उपयुक्त उत्तर है।
Q2. शकों की उपस्थिति की पुष्टि किन मूर्तियों/कालगणनाओं से जुड़ी बताई गई है?
(A) कांचीपुरम का नाट्यशाला और गुप्त संवत
(B) कटारमल का सूर्य मंदिर और कुमाऊँ में प्रचलित शक् संवत
(C) भितरी गुफा और मौर्य संवत
(D) नालंदा विश्वविद्यालय और विक्रम संवत
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Explanation: उपलब्ध जानकारी में शकों की पुष्टि कटारमल के सूर्य मंदिर तथा कुमाऊँ में प्रचलित शक् संवत से जोड़ी गई है। ये स्थानीय स्तंभ/मन्दिर और संवत दोनों ऐतिहासिक तिथ्य-निश्चय में सहायक प्रमाण प्रस्तुत करते हैं। अन्य विकल्पों में दी गई स्थलों या संवतों का यहाँ उल्लेख नहीं किया गया है, इसलिए (B) स्पष्ट और सूचनात्मक उत्तर है।
Q3. अल्मोड़ा सिक्के कब खोजे गए थे?
(A) जनवरी 1950
(B) दिसम्बर 1975
(C) जुलाई 1985
(D) अगस्त 1990
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Explanation: सूचीबद्ध तथ्य स्पष्ट रूप से बताते हैं कि अल्मोड़ा सिक्के दिसम्बर 1975 में खोजे गए थे। यह खोज तिथ्य इतिहास-संग्रह और बाद में म्यूज़ियम में संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण चरण रही। अन्य तिथियाँ निर्दिष्ट खोज-समय के अनुरूप नहीं बैठती हैं।
Q4. अठूर (टिहरी) से कुल कितनी रजत और स्वर्ण मुद्राएँ मिलीं?
(A) 20 रजत और 5 स्वर्ण
(B) 36 रजत और 2 स्वर्ण
(C) 50 रजत और 10 स्वर्ण
(D) 12 रजत और 1 स्वर्ण
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Explanation: उपलब्ध सामग्री में उल्लेख है कि अठूर (टिहरी) से 36 रजत और 2 स्वर्ण मुद्राएँ प्राप्त हुईं। यह संख्या उस क्षेत्र में कुणिन्द-सम्बन्धी आर्थिक गतिविधि तथा धातुवर्ग के उपयोग की जानकारी देती है। प्रस्तुत अन्य विकल्पों की संख्याएँ पाठ में दी गई वास्तविक गिनती से मेल नहीं खातीं।
Q5. “मोरफोलॉजी ऑफ कुणिन्दा कोइन्स” पुस्तक के लेखक कौन हैं?
(A) डॉ. महेश्वर जोशी
(B) एम. पी. जोशी
(C) यशवंत कठौच
(D) टॉल्मी
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Explanation: सामग्री में स्पष्ट रूप से नामित किया गया है कि “मोरफोलॉजी ऑफ कुणिन्दा कोइन्स” पुस्तक एम. पी. जोशी ने रची है। डॉ. महेश्वर जोशी का नाम ताम्र मुद्रा प्राप्त करने वाले व्यक्ति के रूप में आता है, पर पुस्तक के लेखक के रूप में एम. पी. जोशी का उल्लेख है। यशवंत कठौच और टॉल्मी अन्य संदर्भों में प्रासंगिक हैं पर पुस्तक के लेखक नहीं हैं।
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